विपक्ष में टूट? बदल गए NCP के सुर, शरद पवार अडानी पर तो भतीजे अजीत EVM पर कांग्रेस के गए खिलाफ
इस समय विपक्ष अडानी के मामले पर सीधे पीएम मोदी पर हमलावर है। राहुल गांधी लगातार अडानी-हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर पीएम मोदी को घेर रहे हैं। साथ ही ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साध रहा है। लेकिन अब इन दोनों मुद्दों पर विपक्षी एकता टूटती दिख रही है।
विपक्ष में दिखने लगी फूट
Oppostion Unity: पिछले कुछ महीनों से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को लेकर सभी विपक्षी पार्टियां कोशिश करती दिख रहीं थीं। कांग्रेस इस मामले में पीछे थी और उसने इसके लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार को आगे कर रखा था। राहुल गांधी की सजा और सदस्यता रद्द के मामले पर विपक्षी पार्टियां एक भी दिख रही थीं, लेकिन कुछ दिनों के अंदर ही इस एकता पर सवाल उठ गया है। जिन मुद्दों को लेकर विपक्ष इस समय मोदी सरकार पर हमलावर है, उन्हीं मुद्दों पर शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार ने अलग रूख अपना लिया है।
पलटने लगा खेल
दरअसल इस समय विपक्ष अडानी के मामले पर सीधे पीएम मोदी पर हमलावर है। राहुल गांधी लगातार अडानी-हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर पीएम मोदी को घेर रहे हैं। साथ ही ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साध रहा है। ईवीएम के मुद्दे पर तो कांग्रेस ने शरद पवार ही विपक्ष को लीड करने की जिम्मेदारी दे रखी थी। विपक्ष इस मामले पर कोर्ट जाने की भी तैयारी कर रहा था, लेकिन अब खेल पलटने लगा है।
अडानी मामले पर शरद पवार ने दिया झटका
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि आजकल अंबानी-अडानी का नाम लिया जा रहा है, लेकिन हमें देश में उनके योगदान के बारे में सोचने की जरूरत है। इससे पहले शरद पवार कांग्रेस के अडानी वाले मामले पर जेपीसी की मांग से भी दूरी बना चुके हैं। शरद पवार ने कहा- "मुझे लगता है कि बेरोजगारी, महंगाई और किसानों के मुद्दे जैसे अन्य मुद्दे अधिक महत्वपूर्ण हैं। जो मुद्दे रखे गए, किसने ये मुद्दे रखे, जिन लोगों ने बयान दिए उनके बारे में हमने कभी नहीं सुना कि उनकी क्या पृष्ठभूमि है। जब वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं जिससे पूरे देश में हंगामा होता है, तो इसकी कीमत देश की अर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ती है, इन चीजों की हम अनदेखी नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि इसे निशाना बनाने के मकसद से किया गया।
चाचा शरद के बाद भतीजे अजीत ने भी कर दिया खेल
शरद पवार ने अडानी के मुद्दे पर जैसे ही कांग्रेस को झटका दिया, भतीजे अजीत पवार भी शनिवार दोपहर सामने आए और ईवीएम के मुद्दे पर कांग्रेस से अलग स्टैंड दिखा गए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के विपक्ष के नेता अजीत पवार ने शनिवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) भरोसेमंद है। इस सिस्टम को एक व्यक्ति द्वारा हेरफेर नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव हारने वाले राजनीतिक दल अक्सर अपने प्रदर्शन के लिए ईवीएम को दोष देते हैं लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि चुनावी हार लोगों का जनादेश है। उन्होंने कहा- "मुझे ईवीएम पर भरोसा है। एक अकेला व्यक्ति ईवीएम में हेरफेर नहीं कर सकता है। यह एक बड़ी प्रणाली है और इसमें कई चीजें शामिल हैं। हालांकि, चुनाव में हार का सामना करने वाली पार्टी वोटिंग मशीन को दोष देती है लेकिन यह समझना चाहिए कि चुनाव परिणाम लोगों का जनादेश है। अगर ईवीएम में खामी होती तो विपक्षी दल छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, केरल, तमिलनाडु समेत विभिन्न राज्यों में सरकार नहीं बना पाते।"
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें
Delhi की महिला कांस्टेबलों को सैल्यूट, 9 महीने में 104 लापता बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया
Rashtrapati Ashiana: जनता के लिए खुलेगा देहरादून स्थित 'राष्ट्रपति आशियाना', तैयारी शुरू
ED मामले में मंजूरी की प्रति को लेकर अरविंद केजरीवाल ने ट्रायल कोर्ट में दायर की नई याचिका
Manipur Violence: विधायकों के घर जलाने के मामले में कार्रवाई, दो आरोपी और गिरफ्तार
महाराष्ट्र में महायुति की सरपट दौड़ी गाड़ी, अघाड़ी बनी पिछाड़ी, BJP की सुनामी में उड़ गया MVA
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited