भारतीय सेना के 11 हजार जवानों को ईशा ने दिया हठ योग प्रशिक्षण, जानें समारोह में क्या बोले सद्गुरु

Pune News: ईशा हठ योग प्रशिक्षण कार्यक्रम नौ राज्यों के 23 शहरों में 56 शिक्षकों की ओर से आयोजित किया गया। ईशा मार्च 2024 तक मध्य और पूर्वी कमान के 2,000 से अधिक सैनिकों को प्रशिक्षित करेगा। इस मौके पर सद्गुरु ने कहा कि योगाभ्यास की पेशकश करके आपकी सेवा करना हमारा सौभाग्य है।

Sadhguru Indian Army Yoga

योगाभ्यास की पेशकश करके आपकी सेवा करना हमारा सौभाग्य- सद्गुरु।

Sadhguru On Indian Army: ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणे में भारतीय सेना के सैनिकों के लिए "तनाव प्रबंधन और समग्र कल्याण के लिए योग" कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा "यह मेरा सौभाग्य है और सभी हमारे शिक्षकों का सौभाग्य है कि किसी न किसी रूप में सेना के लिए उपयोगी रहे हैं।"

एक सप्ताह का हठ योग प्रशिक्षण

मिल्खा सिंह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित समारोह में 10,000 सैनिकों और शहर के लोगों के साथ लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, जनरल ऑफिसर-कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) दक्षिणी कमान, भारतीय सेना उपस्थित थे। दक्षिणी कमान के सहयोग के हिस्से के रूप में, 11,000 से अधिक सेवारत सैनिकों ने कमान के अधिकार क्षेत्र में आने वाले 9 राज्यों में 23 जगहों पर ईशा हठ योग शिक्षकों की ओर से एक सप्ताह का हठ योग प्रशिक्षण लिया।

सैकड़ों ईशा स्वयंसेवकों ने दिया योगदान

ईशा ने पिछले साल 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के सहयोग से कार्यक्रम शुरू किया था। सहयोग का उद्देश्य सैनिकों के लिए समग्र कल्याण को बढ़ावा देना है, जो अक्सर चरम पस्थितियों में बहुत तनाव से गुजरते हैं। इसके बाद, 56 ईशा हठ योग शिक्षकों ने, तमिलनाडु के कोयंबटूर में ईशा योग केंद्र में 21-सप्ताह का गहन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद, सैनिकों को सूर्य क्रिया और अंगमर्दन जैसे प्राचीन हठ योग अभ्यास सिखाए। प्रशिक्षण नौ भारतीय राज्यों में 127 बैचों के माध्यम से 23 शहरों में आयोजित किया गया था, जिसमें जैसलमेर, झांसी, ग्वालियर, जामनगर, पुणे, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, कोयंबटूर और कन्नूर शामिल थे, इन कार्यक्रमों को संभव बनाने में सैकड़ों ईशा स्वयंसेवकों ने अपना योगदान दिया।

सैनिक ने साझा किया अपना अनुभव

अपनी दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करते हुए कई सैनिकों को केवल सात दिनों के कार्यक्रम में शांत, अधिक प्रसन्न, तनाव मुक्त होने के साथ ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली है। एक सैनिक ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, "मैं इस कार्यक्रम से बहुत खुश हूं क्योंकि मेरा शारीरिक लचीलापन बहुत कम था, लेकिन अब मैं अपने शरीर में बदलाव महसूस कर रहा हूं, और यह एक सैनिक के लिए बहुत कारगर है। नियमित जीवन में तनाव कम करने के लिए ईशा द्वारा सिखाया योग बहुत उपयोगी है। मुझे आशा है कि मैं इसे अपने जीवन में एक दिनचर्या के रूप में प्रतिदिन करूंगा। हमारे लिए ये कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद।"

एचडीएफसी बैंक परिवर्तन ने सैनिकों के कल्याण को लेकर योग साधन प्रदान करने के लिए ईशा के साथ साझेदारी की। एचडीएफसी बैंक महाराष्ट्र के शाखा बैंकिंग प्रमुख, अभिषेक देशमुख ने कहा, "एचडीएफसी की परिवर्तन पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य समाज पर सार्थक प्रभाव लाना है। ईशा योग कार्यक्रमों से मुझे व्यक्तिगत रूप से लाभ हुआ है और हमारे बहादुर सैनिकों की भलाई के लिए योगदान करना बेहद संतुष्टि भरा अनुभव है।"

आत्म-परिवर्तन के लिए योग अभ्यासों को लेकर सैनिकों की ओर से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद भारतीय सेना ने ईशा से अन्य सैन्य कमांडों के लिए इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया है। वर्तमान में, ईशा ने मध्य कमान, मुख्यालय लखनऊ और पूर्वी कमान, मुख्यालय कोलकाता के तहत अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम आयोजित करना शुरू कर दिया है और इसके अंतर्गत मार्च 2024 तक 2,000 से अधिक सैनिकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

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