इसरो की एक और छलांग, PSLV-C 55 से सिंगापुर के दो सैटेलाइट लांच

ISRO PSLV-C 55 Launch: इसरो ने हर बार की तरह एक बार फिर अंतरिक्ष में छलांग लगाया है। पीएसएलवी-सी 55 रॉकेट से कामयाबी के साथ सिंगापुर की दो सैटेलाइट टेलीओएस-2 और ल्यूमलाइट-4 को स्पेस की निचली कक्षा में स्थापित कर दिया है

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पीएसएलवी-सी 55 की लॉन्चिंग के लिए इसरो तैयार

मुख्य बातें
  • सिंगापुर के दो सैटेलाइट भी भेजे जाएंगे
  • पीएसएलवी की 75वीं उड़ान होगी
  • इसरो के खाते में अनगिनत कामयाबी

ISRO PSLV-C 55 Launch: भारतीय अंतरिक्ष संस्थान इसरो ने एक से बढ़कर एक कामयाबी दर्ज की है। इससे पहले मार्च में एक ब्रिटेन के 36 सैटेलाइट्स को एक साथ लांच कर इतिहास रच दिया था। उस मिशन को LVM3-M3/वनवेब इंडिया-2 के नाम से जाना जाता है। उस कामयाबी के बाद इसरो सिंगापुर के दो सैटेलाइट को लांच करेगा उसके साथ पोएम प्लेटफॉर्म को ले जाने वाला है।न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) द्वारा एक अनुबंध के तहत आयोजित किया जा रहा वाणिज्यिक मिशन सिंगापुर के दो उपग्रहों को पूर्व की ओर कम झुकाव वाली कक्षा में लॉन्च किया गया। इस बीच पीएसएलवी ऑर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल (POEM) का उपयोग गैर-पृथक पेलोड के माध्यम से वैज्ञानिक प्रयोग करने के लिए एक कक्षीय मंच के रूप में किया गया।

PSLV-C 55 प्रक्षेपण पर नजर

  • दोपहर 2.19 मिनट पर पीएसएलवी-सी 55 लांच
  • सतीश धवन स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा से लांच किया गया।
  • सिंगापुर के दो सैटेलाइट टेलीओएस-2 और ल्यूमलाइट-4 भी भेजे गए

क्या है टेलियोस-2

TeLEOS-2 उपग्रह DSTA (सिंगापुर सरकार का प्रतिनिधित्व) और ST इंजीनियरिंग के बीच एक साझेदारी के तहत विकसित किया गया है। इसका इस्तेमाल विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह इमेजरी आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए होगा। TeLEOS-2 में सिंथेटिक अपर्चर रडार पेलोड है। TeLEOS-2 सभी मौसम में दिन और रात कवरेज प्रदान करने में सक्षम होगा।

(सौजन्य-ISRO)

ल्यूमिलाइट-4

LUMELITE-4 उपग्रह सिंगापुर के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के A*STAR और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के इंफोकॉम रिसर्च संस्थान द्वारा बनाया गया है। ल्यूमिलाइट एक उन्नत 12U उपग्रह है जिसे उच्च-प्रदर्शन अंतरिक्ष-जनित VHF डेटा एक्सचेंज सिस्टम की तकनीकी प्रदर्शन के लिए विकसित किया गया है। इसका मकसद सिंगापुर की ई-नेविगेशन समुद्री सुरक्षा को बढ़ाना और वैश्विक शिपिंग समुदाय को लाभान्वित करना है।

कविता-2

इस मिशन में पीएसएलवी ऑर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल (Poem) है। लॉन्च वाहन के खर्च किए गए पीएस4 चरण को गैर-पृथक पेलोड के माध्यम से वैज्ञानिक प्रयोगों को पूरा करने के लिए एक कक्षीय मंच के रूप में उपयोग किया जाएगा। ये पेलोड इसरो/अंतरिक्ष विभाग, बेलाट्रिक्स, ध्रुव अंतरिक्ष और भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान से जुड़े हैं।

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ललित राय author

खबरों को सटीक, तार्किक और विश्लेषण के अंदाज में पेश करना पेशा है। पिछले 10 वर्षों से डिजिटल मीडिया में कार्य करने का अनुभव है।और देखें

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