Gaganyaan Mission Launch: सफलतापूर्वक गगनयान लॉन्च, अमित शाह ने इसरो को दी बधाई
ISRO Gaganyaan Mission Launch: भारत का पहला गगनयान मिशन सफलता पूर्वक लॉन्च किया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अंतरिक्ष में मानव भेजने के लिए पहला कदम है।
हमने पहला कदम बढ़ाया है-केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह
ISRO के गगनयान (टीवी-डी-1) टेस्ट मिशन की सफलता पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस कामयाबी से गगनयान की यात्रा का जो आखिरी पड़ाव है उसकी तरफ हमने पहला कदम बढ़ाया है। आज की सफलता के बाद एक के बाद एक लॉन्च किए जाएंगे। 2025 में हम गगनयान में मानव को भेजेंगे।गगनयान के टीवी-डी1 परीक्षण यान के सफल प्रक्षेपण की अमित शाह ने की तारीफ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गगनयान के टीवी-डी1 परीक्षण यान के सफल प्रक्षेपण की शनिवार को सराहना की और कहा कि इसने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की एक और उल्लेखनीय यात्रा की पटकथा लिखी है।न‘क्रू मॉड्यूल’ (जिसमें अंतरिक्ष यात्री सवार होंगे) एवं ‘क्रू एस्केप’ (चालकदल बचाव प्रणाली) से लैस एकल चरण तरल प्रणोदन रॉकेट को शनिवार को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया। तय योजना के अनुसार पेलोड बाद में समुद्र में सुरक्षित तरीके से गिर गए और मिशन नियंत्रण केंद्र में सांसें थाम कर बैठे वैज्ञानिकों ने तालियां बजाकर इस कामयाबी का जश्न मनाया।नशाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि चंद्रयान तीन के सफल प्रक्षेपण के बाद हमारा देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार है। आज इसरो ने गगनयान के टीवी-डी1 परीक्षण यान का प्रक्षेपण कर अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और उल्लेखनीय यात्रा की पटकथा लिखी। उन्होंने कहा कि मैं सफलता के इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमारे वैज्ञानिकों और हमारे नागरिकों को हार्दिक बधाई देता हूं।गगनयान सफलतापूर्वक लॉन्च होने पर इसरो प्रमुख ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
Gaganyaan mission Launch Live Updates: मुझे बहुत खुशी हो रही है- गगयान लॉन्च पर बोले इसरो चीफ
गगनयान लॉन्च होने के बाद ISRO चीन ने कही ये बात
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ कहा कि मुझे गगनयान टीवी-डी1 मिशन की सफल उपलब्धि की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है। इस मिशन का उद्देश्य एक परीक्षण वाहन प्रदर्शन के माध्यम से गगनयान कार्यक्रम के लिए चालक दल के भागने की प्रणाली का प्रदर्शन करना था एक मैक संख्या तक चला गया। जो ध्वनि की गति से थोड़ा ऊपर है और क्रू एस्केप सिस्टम के कार्य करने के लिए एक निरस्त स्थिति की शुरुआत की। क्रू एस्केप सिस्टम ने क्रू मॉड्यूल को वाहन से दूर ले लिया और बाद में टच-डाउन सहित संचालन किया। समुद्र में बहुत अच्छी तरह से काम पूरा किया गया है। और हमारे पास इस सब के लिए डेटा की पुष्टि है।गगनयान सपलतापूर्वक लॉन्च
पहली परीक्षण उड़ान रद्द होने के बाद इसरो ने गगनयान मिशन के लिए लॉन्च किया। गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया।ठीक की गई गड़बड़ी, आज ही 10 बजे होगा लॉन्च
गगनयान लॉन्च रोकने के कारण की पहचान की गई और उसे ठीक किया गया। अब आज ही सुबह 10:00 बजे प्रक्षेपण किया जाएगा।Gaganyaan mission Launch Live Updates: गगनयान के साथ लॉन्चिंग से 5 सेकेंड पहले किया हुआ
Gaganyaan mission Launch Live Updates: हम जल्द ही वापस लौटेंगे- इसरो चीफ
हम इसे ठीक करेंगे और जल्द ही लॉन्च शेड्यूल करेंगे-इसरो चीफ
गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) के लॉन्च को होल्ड पर डालने की जानकारी देते हुए ISRO प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि लिफ्ट-ऑफ का प्रयास आज नहीं हो सका। व्हीकल सुरक्षित है। हम जल्द ही वापस लौटेंगे। जो कंप्यूटर काम कर रहा है उसने लॉन्च रोक दिया है। हम इसे ठीक करेंगे और जल्द ही लॉन्च शेड्यूल करेंगे।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: गगनयान लॉन्चिंग क्यों टली, इसरो चीफ ने बताई वजह
इसरो ने श्रीहरिकोटा में गगनयान मिशन के तहत होने वाले परीक्षण वाहन का प्रक्षेपण रोका। इसरो प्रमुख सोमनाथ ने गगनयान परीक्षण यान टीवी-डी1 के प्रक्षेपण को लेकर कहा कि परीक्षण यान का प्रक्षेपण आज नहीं हो सकेगा। इंजन प्रणोदन सामान्य तरह से नहीं हो पाया है। हमें पता लगाना होगा कि क्या गलती हुई है, यान सुरक्षित है। जल्द ही विश्लेषण के बाद बताया जाएगा कि किस कारण स्वचालित प्रक्षेपण में बाधा आई।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates:तकनीकी खरबी के चलते नहीं हो पाया लॉन्च
गगनयान लॉन्च से 5 सेकेंड पहले कुछ गड़बड़ी होने से लॉन्चिंग को टालना पड़ा। इसरो चीफ ने कहा कि लॉन्च कब होगा इसके लिए अपडेट किया जाएगा। कब लॉन्च होगा नई तारीख जल्द बताई जाएगी।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: इस उड़ान से डेटा का आकलन किया जाएगा
पहली परीक्षण उड़ान के दौरान ‘क्रू मॉड्यूल’ में लगी विभिन्न प्रणालियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए डेटा प्राप्त किया जाएगा जिससे वैज्ञानिकों को यान के प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: गगनयान में मानव के रहने लायक वातावरण
‘क्रू मॉड्यूल’ रॉकेट में पेलोड है, और यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसे वातावरण के साथ रहने योग्य जगह है। इसमें एक दबावयुक्त धात्विक 'आंतरिक संरचना' और 'थर्मल सुरक्षा प्रणालियों' के साथ एक बिना दबाव वाली 'बाहरी संरचना' शामिल है।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: फिर टला लॉन्च टाइम
खराब मौसम की वजह से गगनयान लॉन्च 15 मिनट और टला गया। अब 8 बजकर 45 मिनिट पर लिफ्ट ऑफ होगा।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: इससे अन्य मानव मिशन का आधार तैयार होगा
इसरो ने बताया कि इस परीक्षण उड़ान की सफलता शेष परीक्षणों और मानवरहित मिशनों के लिए आधार तैयार करेगी, जिससे पहला गगनयान कार्यक्रम शुरू होगा।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: मील का पत्थर साबित होगा यह परीक्षण
इस क्रू मॉड्यूल के साथ परीक्षण यान मिशन समग्र गगनयान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि परीक्षण के लिए करीब पूरी प्रणाली एकीकृत की गई है।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: 2025 में मानव को अंतरिक्ष में भेजेगा इसरो
गगनयान मिशन का लक्ष्य 2025 में तीन दिवसीय मिशन के तहत मनुष्यों को 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।शनिवार को, इसरो अपने परीक्षण यान - प्रदर्शन (टीवी-डी1), एकल चरण तरल प्रणोदन रॉकेट के सफल प्रक्षेपण का प्रयास करेगा।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: गगनयान लॉन्च का ये है उद्देश्य
परीक्षण यान मिशन का उद्देश्य अंततः गगनयान मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए क्रू मॉड्यूल और चालक बचाव प्रणाली के सुरक्षा मानकों का अध्ययन करना है।Gaganyaan mission Launch Today Live Updates: मानव रहित उड़ान परीक्षण
भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने के महत्वाकांक्षी मिशन की दिशा में आगे बढ़ते हुए एक मानव रहित उड़ान परीक्षण किया जा रहा है। इसरो ने बताया कि ‘क्रू मॉड्यूल’ (जिसमें अंतरिक्ष यात्री सवार होंगे) और चालक बचाव प्रणाली से लैस एकल-चरण तरल प्रणोदन रॉकेट को श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के पहले प्रक्षेपण तल से रवाना किया जाएगा।खराब मौसम की वजह से गगनयान लॉन्च का समय बदला
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसरो टीम को दी बधाई
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसरो टीम को शुभकामनाएं दी। भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के करीब एक कदम आगे बढ़ते हुए, गगनयान के लिए तैयारी का महत्वपूर्ण चरण 21 अक्टूबर, 2023 को एसडीएससी-शार लॉन्चपैड, श्रीहरिकोटा से आठ बजे IST के लिए निर्धारित पहली टेस्ट वाहन उड़ान टीवी-डी1 के साथ शुरू होता है।गगनयान को लेकर इसरो का ये है प्लान
गगनयान टेस्ट व्हीकल क्रू मॉड्यूल को ऊपर ले जाएगा। करीब 17 किमी की ऊंचाई पर जब रॉकेट साउंड की स्पीड से 1.2 गुना होगा तो क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम अलग हो जाएगा। क्रू मॉड्यूल को यहां से करीब 2 किलोमीटर दूर ले जाया जाएगा और श्रीहरिकोटा से 10 किलोमीटर दूर समुद्र में लैंड कराया जाएगा।श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से होगा लॉन्च
गगनयान टेस्ट व्हीकल अबॉर्ट मिशन-1 (TV-D1) को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। 8.8 मिनट की इस फ्लाइट में तीन हिस्से हैं। अबॉर्ट मिशन के लिए बनाया सिंगल स्टेज लिक्विड रॉकेट, क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम।क्रू एस्केप सिस्टम की टेस्टिंग आज
ISRO भारत के पहले ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन 'गगनयान' के क्रू एस्केप सिस्टम की टेस्टिंग आज करेगा। यानी मिशन के दौरान रॉकेट में गड़बड़ी होने पर अंदर मौजूद एस्ट्रोनॉट को पृथ्वी पर सुरक्षित लाने वाले सिस्टम की टेस्टिंग होगी।टेस्ट क्यों
‘क्रू मॉड्यूल’ रॉकेट में पेलोड है, और यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसे वातावरण के साथ रहने योग्य जगह है। इसमें एक दबावयुक्त धात्विक 'आंतरिक संरचना' और 'थर्मल सुरक्षा प्रणालियों' के साथ एक बिना दबाव वाली 'बाहरी संरचना' शामिल है। शनिवार को पहली परीक्षण उड़ान के दौरान ‘क्रू मॉड्यूल’ में लगी विभिन्न प्रणालियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए डेटा प्राप्त किया जाएगा जिससे वैज्ञानिकों को यान के प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।उल्टी गिनती शुरू
शनिवार को, इसरो अपने परीक्षण यान - प्रदर्शन (टीवी-डी1), एकल चरण तरल प्रणोदन रॉकेट के सफल प्रक्षेपण का प्रयास करेगा। इस क्रू मॉड्यूल के साथ परीक्षण यान मिशन समग्र गगनयान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि कल परीक्षण के लिए लगभग पूरी प्रणाली एकीकृत की गई है। इसरो ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी, ‘‘21 अक्टूबर को सुबह आठ बजे टीवी-डी1- परीक्षण उड़ान को प्रक्षेपित करने के लिए उल्टी गिनती शुक्रवार शाम सात बजे शुरू हो गई है।’’रक्षा मानकों का अध्ययन
परीक्षण यान मिशन का उद्देश्य अंततः गगनयान मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए क्रू मॉड्यूल और चालक बचाव प्रणाली के सुरक्षा मानकों का अध्ययन करना है। गगनयान मिशन का लक्ष्य 2025 में तीन दिवसीय मिशन के तहत मनुष्यों को 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।उल्टी गिनती
इसरो के अन्य मिशन से इतर अंतरिक्ष एजेंसी अपने परीक्षण यान एकल चरण प्रणोदन वाले तरल रॉकेट (टीवी-डी1) के सफल प्रक्षेपण का प्रयास करेगी, जिसे 21 अक्टूबर को सुबह आठ बजे इस अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम प्रक्षेपण स्थल से उड़ान भरने के लिए निर्धारित किया गया है। इस ‘क्रू मॉड्यूल’ के साथ परीक्षण यान मिशन, समग्र गगनयान कार्यक्रम के लिए एक मील का पत्थर है क्योंकि उड़ान परीक्षण के लिए लगभग पूरी प्रणाली एकीकृत है। इस बीच, सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के वैज्ञानिक प्रक्षेपण से पहले उलटी गिनती की तैयारी कर रहे हैं, जो शुक्रवार रात या शनिवार तड़के शुरू होने की उम्मीद है।इसरो तैयार
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) शनिवार को एकल-चरण तरल प्रणोदक वाले रॉकेट के प्रक्षेपण के जरिये मानव को अंतरिक्ष में भेजने के अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘गगनयान’ की दिशा में आगे बढ़ेगा।इस दौरान, प्रथम ‘कू मॉड्यूल’ के जरिये अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का परीक्षण किया जाएगा। इसरो का लक्ष्य तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए मानव को 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।मिशन का उद्देश्य
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का लक्ष्य तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए मनुष्यों को 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।परीक्षण उड़ान कार्यक्रम
शनिवार को संपूर्ण परीक्षण उड़ान कार्यक्रम संक्षिप्त होने की उम्मीद है क्योंकि ‘टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन’ (टीवी-डी1) क्रू एस्केप सिस्टम और क्रू मॉड्यूल को 17 किमी की ऊंचाई पर प्रक्षेपित करेगा, जिसके श्रीहरिकोटा के पूर्वी तट से लगभग 10 किलोमीटर दूर समुद्र में सुरक्षित उतरने की उम्मीद है। बाद में बंगाल की खाड़ी से नौसेना द्वारा इन्हें खोज कर निकाला जाएगा।डीडी नेशनल पर होगा सीधा प्रसारण
अगर आप गगनयान लॉन्च को टीवी पर देखना चाहते हैं तो मिशन का सीधा प्रसारण डीडी नेशनल पर किया जाएगा।इसरो की साइट, फेसबुक और यूट्यूब पर देख सकते हैं लाइव
इसरो अपनी वेबसाइट, फेसबुक और यूट्यूब सहित कई प्लेटफार्मों के जरिए परीक्षण उड़ान का लाइवस्ट्रीमिंग करेगा।गगनयान क्रू मॉड्यूल पहले 17 किलोमीटर की ऊंचाई ले जाया जाएगा
परीक्षण के दौरान गगनयान क्रू मॉड्यूल के शुरुआती संस्करण को परीक्षण के लिए 17 किलोमीटर की ऊंचाई पर ले जाया जाएगा जिसके इसकी मिड-एयर क्रू एस्केप प्रणाली का पता चलेगा।21 अक्टूबर को सुबह 7 बजे लॉन्च होगा गगनयान
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) शनिवार 21 अक्टूबर को सुबह 7.30 बजे गगनयान व्हीकल टेस्ट उड़ान करने जा रहा है।पहला गगनयान मिशन मानव रहित है, तीसरे मिशन में मानव को भेजा जाएगा
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गगनयान फर्स्ट फ्लाइट मिशन की तारीख का ऐलान करते हुए कहा कि पहला मिशन पूरी तरह से मानव रहित होगा। उसके बाद दूसरे मिशन में महिला रोबोट भेजा जाएगा। तीसरे मिशन में मानव को वर्ष 2023 के अंत में या 2024 में भेजा जाएगा। गगयान 3 में 3 लोगों के एक दल को 3 दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।अंतरिक्ष उड़ान का पहला मिशन है गगनयान
खाली अंतरिक्ष यान का परीक्षण करने के लिए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि इसरो 21 अक्टूबर 2023 को अंतरिक्ष उड़ान का परीक्षण करने के लिए अपना अगला मिशन लॉन्च करेगा। मॉड्यूल बनाया गया है जिसमें 2 भाग होंगे- क्रू मॉड्यूल और सर्विस मॉड्यूल।अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जा सकता है या नहीं, इसका परीक्षण होगा
इसरो 2023 में अपनी 2 मानव रहित अंतरिक्ष उड़ान भेज रहा है। अब इसरो ने एक खाली मॉड्यूल बनाया है जिसे अंतरिक्ष में यह जांचने के लिए भेजा जाएगा कि अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जा सकता है या नहीं।गगनयान लॉन्च के लिए इसरो पूरी तरह तैयार
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अंतरिक्ष में अपना पहला मानवरहित गगनयान मिशन लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है जहां अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने का लक्ष्य है।© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited