ISRO का नया मौसम उपग्रह INSAT-3DS GSLV-F14 पर लॉन्च के लिए श्रीहरिकोटा भेजा गया
Meteorological Satellite INSAT-3DS: उपग्रह के निर्माण में भारतीय उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है सूत्रों के मुताबिक, अंतरिक्ष एजेंसी फरवरी के मध्य में प्रक्षेपण का लक्ष्य लेकर चल रही है।
उपग्रह को बेंगलुरु के यू आर राव सैटेलाइट सेंटर में विकसित किया गया था
Meteorological Satellite INSAT-3DS: इसरो ने शनिवार को बताया कि उसके मौसम संबंधी उपग्रह (Meteorological Satellite) इन्सैट-3डीएस (INSAT-3DS) को जीएसएलवी एफ14 (GSLV F14) पर प्रक्षेपण के लिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र एसएचएआर के लिए रवाना कर दिया गया है।
उपग्रह ने यू आर राव उपग्रह केंद्र, बेंगलुरु में उपग्रह संयोजन, एकीकरण और परीक्षण गतिविधियों को सफलतापूर्वक पूरा किया था जिसे 2275 किलोग्राम के लिफ्ट-ऑफ द्रव्यमान के साथ इसरो के I-2k बस प्लेटफॉर्म के आसपास कॉन्फ़िगर किया गया है।
उपग्रह को बेंगलुरु के यू आर राव सैटेलाइट सेंटर में विकसित किया गया था। इसरो ने एक बयान में कहा, 'उपग्रह को मौसम संबंधी पूर्वानुमान और आपदा चेतावनी के लिए उन्नत मौसम संबंधी अवलोकन और भूमि और महासागर सतहों की निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है।' इसरो के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, जीएसएलवी-एफ14 फरवरी के पहले सप्ताह में उड़ान भरने वाला है।
INSAT-3DS मिशन इसरो और भारत मौसम विज्ञान विभाग के बीच एक सहयोग है। यह जलवायु सेवाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से जलवायु वेधशाला उपग्रहों की एक श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें INSAT-3D और INSAT-3DR सहित तीन समर्पित पृथ्वी अवलोकन उपग्रह शामिल हैं, जो पहले से ही कक्षा में हैं।
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