SPADEX Mission: फिर टली स्पैडेक्स मिशन की डॉकिंग, ISRO ने बताई इसके पीछे की वजह
SPADEX Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग को एक बार फिर से स्थगित कर दिया है। पहले ये प्रयोग 9 जनवरी को किया जाना था, लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से डॉकिंग प्रयोग को स्थगित कर दिया है। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट डॉकिंग से संबंधित जानकारी साझा की।
स्पेडएक्स मिशन (फोटो साभार: ISRO)
SPADEX Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग को एक बार फिर से स्थगित कर दिया है। पहले ये प्रयोग 9 जनवरी को किया जाना था, लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से डॉकिंग प्रयोग को स्थगित कर दिया है। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट डॉकिंग से संबंधित जानकारी साझा की।
एकदम सुरक्षित हैं उपग्रह
इसरो ने बताया कि उपग्रहों के बीच 225 मीटर की दूरी तक पहुंचने के लिए अभ्यास के कुछ खामी देखी गई। कल के लिए नियोजित डॉकिंग प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। उपग्रह सुरक्षित हैं।
यह दूसरी बार है जब इसरो ने स्पेडेक्स प्रयोग को टालने का निर्णय किया है। इससे पहले यह प्रयोग सात जनवरी के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन अब नौ जनवरी के प्रयोग को भी स्थगित कर दिया गया है। हालांकि, इस बात की अभी कोई जानकारी नहीं है कि डॉकिंग प्रयोग अब कब होगा। बता दें कि यदि इसरो अपने मिशन में सफल हो जाता है तो भारत अंतरिक्ष डॉकिंग प्रौद्योगिकी वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
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पीएसएलवी सी60 रॉकेट ने दो छोटे उपग्रहों- एसडीएक्स01 (चेजर) और एसडीएक्स02 (टारगेट) तथा 24 पेलोड को लेकर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लॉन्चपैड से उड़ान भरी थी। प्रक्षेपण के लगभग 15 मिनट बाद, लगभग 220 किलोग्राम वजन वाले दो छोटे अंतरिक्ष यान को 475 किलोमीटर की वृत्ताकार कक्षा में छोड़ दिया गया था।
इसरो के अनुसार, स्पेडेक्स मिशन दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग करके अंतरिक्ष में डॉकिंग के प्रदर्शन के लिए एक लागत प्रभावी प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन है। यह प्रौद्योगिकी भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं जैसे कि चंद्रमा पर भारत, चंद्रमा से नमूना वापसी, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) का निर्माण और संचालन आदि के लिए आवश्यक है।
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स्पैडेक्स मिशन क्या है?
अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट एक महत्वपूर्ण परियोजना है जिसे दो छोटे उपग्रहों का उपयोग करके अंतरिक्ष यान के मिलान, डॉकिंग और अनडॉकिंग के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी को विकसित करने और प्रदर्शित करने के लिए तैयार किया गया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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