इसरो को मिली बड़ी सफलता, रिस्टार्ट प्रणाली के साथ C20 क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण

ISRO C20 Cryogenic Engine: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसरो ने भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों को ध्यान में रखते हुए C20 क्रायोजेनिक इंजन का निर्माण किया है जिसने परिवेशी परिस्थितियों में एक क्रिटिकल टेस्ट पास कर लिया है।

इसरो C20 क्रायोजेनिक इंजन

ISRO: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए गए इसरो के C20 क्रायोजेनिक इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। इस दौरान इंजन ने परिवेशी परिस्थितियों में क्रिटिकल टेस्ट को पास कर अपनी क्षमता साबित की है।

C20 क्रायोजेनिक इंजन में 'रिस्टार्ट सिस्टम' को शामिल किया गया है, जो भविष्य के मिशनों को सफल बनाने में कारगर साबित हो सकता है। बता दें कि C20 क्रायोजेनिक इंजन को इसरो के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर ने विकसित किया है।

क्यों अहम है यह परीक्षण?

इसरो की एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, क्रायोजेनिक इंजन को फिर से चालू करना एक जटिल प्रक्रिया है। इस इंजन की मुख्य चुनौतियों में नोजल बंद किए बिना वैक्यूम इग्निशन और मल्टी-एलिमेंट इग्नाइटर का इस्तेमाल शामिल है। इसरो ने पहले के ग्राउंड परीक्षणों में नोजल को बंद किए बिना CE20 इंजन के वैक्यूम इग्निशन का प्रदर्शन किया है, लेकिन इस परीक्षण में मल्टी-एलिमेंट इग्नाइटर के प्रदर्शन का भी मूल्यांकन किया गया।

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