'J&K को जल्द मिल सकता है राज्य का दर्जा', केंद्रीय मंत्री का दावा- अक्टूबर में हो सकते हैं चुनाव
Jammu Kashmir: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी हो सकते हैं। इस बीच, उन्होंने लोगों से रिकॉर्ड तोड़ मतदान करने की अपील की। साथ ही उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा हुई बैठक के बारे में भी जानकारी दी।
जम्मू-कश्मीर
मुख्य बातें
- रामदास अठावले ने उपराज्यपाल से की मुलाकात।
- LG के साथ आधे घंटे की तक हुई सार्थक बैठक: अठावले।
- अठावले ने लोगों से रिकॉर्ड तोड़ मतदान की अपील की।
Jammu Kashmir: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री (MoS) रामदास अठावले ने गुरुवार को कहा कि इस साल अक्टूबर से पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की घोषणा हो सकती है।
कब होंगे विधानसभा चुनाव?
एमओएस ने कहा कि केंद्र इस साल अक्टूबर से पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की घोषणा कर सकता है। अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी हो सकते हैं। अक्टूबर से पहले महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में चुनाव होने हैं। मंत्री ने कहा, ''मुझे लगता है कि अक्टूबर से पहले राज्य का दर्जा बहाल किया जा सकता है और अक्टूबर में चुनाव भी हो सकते हैं।"
अठावले ने जनता से की यह अपील
उन्होंने लोगों से रिकॉर्ड तोड़ मतदान करने की अपील की। उन्होंने दोहराया कि गृह मंत्री ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के समय घोषणा की थी कि विधानसभा चुनाव और राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। उन्होंने लोकसभा चुनावों में यहां भारी मतदान और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए लोगों की सराहना की।
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में कब होगा विधानसभा चुनाव? एक्शन मोड में निर्वाचन आयोग; जानें क्या है तैयारी
अठावले की उपराज्यपाल संग बैठक
उन्होंने कहा कि श्रीनगर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ उनकी आधे घंटे की बैठक काफी सार्थक रही। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से पर्यटन में काफी वृद्धि हुई है। विदेशियों सहित 2.11 करोड़ से अधिक पर्यटक यहां आ चुके हैं। लोग अब कश्मीर जाने से नहीं डरते। पहले वे आना चाहते थे, लेकिन आतंकवाद उन्हें यहां आने से रोक रहा था। उपराज्यपाल ने मुझे बताया कि कुछ अप्रिय घटनाओं के बावजूद शांति बनी हुई है।''
'जम्मू-कश्मीर में 16 वृद्धाश्रम'
अठावले ने कहा कि प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर में अनुसूचित जाति के छात्रों को दो लाख से अधिक प्री और पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति और ओबीसी छात्रों को 84,000 से अधिक छात्रवृत्ति दी है। जम्मू-कश्मीर में अनुसूचित जाति और ओबीसी की हिस्सेदारी आठ-आठ प्रतिशत है, लेकिन कश्मीर में एक भी अनुसूचित जाति का परिवार नहीं है।
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर सरकार ने ISI ड्रग माफिया चलाने के आरोप में 5 पुलिसकर्मियों और शिक्षक को किया बर्खास्त
उन्होंने कहा कि एससी और ओबीसी के खिलाफ अत्याचार अधिनियम के तहत 74 मामले दर्ज किए गए। हम जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक जिले में एक वृद्धाश्रम शुरू करने की योजना बना रहे हैं। वर्तमान में हमारे पास जम्मू-कश्मीर में 16 वृद्धाश्रम हैं। रामदास अठावले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में करीब 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
(इनपुट: आईएएनएस)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
अनुराग गुप्ता author
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें
End of Article
संबंधित खबरें
Jammu Kashmir Chunav: सियासी अखाड़े में दिग्गज गिरे धड़ाम, अपनी सीट नहीं बचा पाए ये नामी-गिरामी चेहरे
LIVE आज की ताजा खबर 8 अक्टूबर 2024: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव नतीजे आज...कोलकाता मामले में डॉक्टर करेंगे देशव्यापी भूख हड़ताल
लोकसभा-विधानसभा चुनावों पर कांग्रेस ने खर्च किए Rs 585 करोड़, फंड की कमी होने का किया था दावा
Ram Vilas Paswan: दलित की चेतना और सत्ता की धड़कन पहचानने वाले राजनीति के हर दौर के सितारे
India Maldives Relation:भारत ने दी मालदीव को सौगात, 40 करोड़ डॉलर के करेंसी स्वैप पर करार के साथ बढ़ाएंगे सहयोग
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited