झारखंड में बागी हो गए कांग्रेस के 12 विधायक, 8 पहुंचे दिल्ली...आलाकमान की बढ़ी टेंशन!

Jharkhand Politics: झारखंड में कांग्रेस के 17 विधायक हैं, जिनमें 4 को सरकार में शामिल किया गया है। इस फैसले से अन्य 12 विधायक नाराज हो गए हैं। उनकी मांग है कि सरकार में नए चेहरों को शामिल किया जाना चाहिए। ऐसे में 8 विधायक आलाकमान से मिलने दिल्ली पहुंच चुके हैं।

झारखंड के नाराज कांग्रेस विधायक पहुंचे दिल्ली

Jharkhand Politics: चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है। सरकार में कांग्रेस के चार विधायकों को शामिल करने से पार्टी के अन्य 12 विधायक नाराज हो गए हैं, जिसमें से 8 दिल्ली पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि ये विधायक आलाकमान से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर करेंगे, वहीं अन्य 4 विधायक भी जल्द ही दिल्ली पहुंच जाएंगे।

बता दें, झारखंड में कांग्रेस के 17 विधायक हैं, जिनमें 4 को सरकार में शामिल किया गया है। कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने बताया कि हम दिल्ली पहुंच गए हैं, बाकी कल पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, हम पार्टी के कोटे से बनाए गए चारों मंत्रियों को बदलना चाहते हैं। विधायक प्रदीप यादव और मंत्री बनाए गए चार विधायकों के अलावा बाकी सभी 12 विधायक साथ हैं। जयमंगल ने कहा कि झामुमो ने पहले ही मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष का पद ले लिया है। उनके पास छह मंत्री पद हैं और हम शेष एक पद चाहते हैं, हम उस पर कोई समझौता नहीं करेंगे।

इन चार विधायकों को सरकार में किया गया शामिल

बता दें, चंपई सोरेन की सरकार में कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जिसके बाद नाराज विधायक पहले रांची के एक होटल में इकट्ठा हुए। उन्हें मनाने के लिए सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सुप्रीमो शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे और शुक्रवार को मंत्री बनाए गए बसंत सोरेन पहुंचे। विधायकों से मुलाकात के बाद बसंत सोरेन ने कहा, भ्रम की कोई स्थिति नहीं है और हम सभी एकजुट हैं। हालांकि, इसके बावजूद नाराज कांग्रेस विधायकों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी दी है। बता दें, कम से कम 12 विधायकों ने धमकी दी है कि अगर पार्टी के कोटे के मंत्री बनाए गए नेताओं को बदला नहीं गया तो वे 23 फरवरी से होने वाले आगामी विधानसभा सत्र का बहिष्कार करेंगे।

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