Kargil Vijay Diwas: चेहरे पर तान दी थी एके-47, कारगिल के वॉर हीरो ग्रुप कैप्टन के नचिकेता राव ने युद्ध में पकड़े जाने की बयां की दास्तां

Group Captain K Nachiketa Rao: कारगिल युद्ध के समय फ्लाइट लेफ्टिनेंट रहे के. नचिकेता राव ने बताया कि उस सुबह उन्होंने तीन अन्य लड़ाकू पायलटों के साथ श्रीनगर से उड़ान भरी थी, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। उन्होंने कहा कि हम श्रीनगर से हवाई जहाज पर चढ़े... और हमारा लक्ष्य मुंथु ढालो नामक स्थान था। वहाँ दुश्मन का एक बहुत बड़ा रसद केंद्र था। इस दौरान दुश्मनों ने उन्हें पकड़ लिया था।

कारगिल युद्ध के हीरो ग्रुप कैप्टन के नचिकेता राव ने पाकिस्तान में पकड़े जाने की घटना को किया याद

Kargil Vijay Diwas: 26 जुलाई का दिन कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल की तरह इस बार देश 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहा हैं। इस अवसर पर कारगिल वॉर के हीरो ग्रुप कैप्टन के नचिकेता राव (सेवानिवृत्त) से जानते है कारगिल की लड़ाई की कुछ अनसुनी बातें...

लड़ाकू विमान का इंजन हो गया था खराब- ग्रुप कैप्टन के नचिकेता

ग्रुप कैप्टन के नचिकेता राव (सेवानिवृत्त) कारगिल युद्ध के दौरान एक लड़ाकू पायलट थे। वो कहते है कि पच्चीस साल बहुत लंबा समय है, लेकिन आज भी उस आदमी की आंखें और चेहरा मेरे दिमाग में साफ है। उसने अपनी एके-47 की नली मेरे मुंह में ठूंस दी थी। मैं उसकी ट्रिगर उंगली को देख रहा था, क्या वह उसे खींचेगा या नहीं? ग्रुप कैप्टन के नचिकेता राव (सेवानिवृत्त) ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान उनका लड़ाकू विमान का इंजन खराब हो गया था जिसके कारण उन्हें मिग-27 विमान से बाहर निकलना पड़ा। इसके तुरंत बाद, उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया और कई दिनों तक प्रताड़ित किया, उसके बाद उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया था।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने पहली बार बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने और फिर दुश्मन की सीमा के पीछे उन खौफनाक पलों में उनके दिमाग में क्या चल रहा था। यातना की यह कहानी, जिसके दौरान उन्हें खाने-पीने और सोने से वंचित रखा गया और बोलने के लिए व्यवस्थित तरीके से पीटा गया, कारगिल युद्ध में भारत की जीत के पीछे की वीरता को रेखांकित करती है।

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