केदारनाथ मंदिर का गर्भगृह हुआ भव्य, 560 सोने की परतों से दीवारों और छत को किया गया कवर; 230 किलो गोल्ड का प्रयोग
केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार मंदिर के गर्भगृह की दीवारों और छत को ढंकने के लिए 560 सोने की चादरों का इस्तेमाल किया गया है। इन सोनों को महाराष्ट्र के लाखी परिवार ने दान में दिया है। अब मंदिर का गर्भगृह स्वर्णमंडित हो गया है। जो देखने में भव्य लग रहा है।
केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) अब और भव्य हो गया है। मंदिर का गर्भगृह अब सोने की परतों से ढक गया है। इसकी दीवारों और छत पर सोने की परत चढ़ा दी गई है। इस काम के लिए 560 सोने की परतों का उपयोग किया गया है।
इस तरह काम को दिया गया अंजाम
श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के अनुसार केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के स्वर्ण अलंकरण का कार्य अब खत्म हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन दिनों से यह काम चल रहा था। इस बीच, आईआईटी रुड़की, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च रुड़की और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की छह सदस्यीय टीम ने केदारनाथ धाम का दौरा किया और मंदिर के गर्भगृह का निरीक्षण किया।
ऐसे पहुंचा सोना
मंदिर समिति ने बताया कि तीन दिन पहले 18 घोड़े खच्चरों के जरिए सोने को मंदिर तक पहुंचाया गया था। इसमें दो एएसआई अधिकारियों की देखरेख में कम से कम 19 कारीगरों को सोने की परतें लगाने का काम सौंपा गया था। जो अब पूरा हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार सोने की परतों का पूरा खर्च महाराष्ट्र के लाखी परिवार ने उठाया है।
कपाट बंद
बता दें कि गुरुवार से इस साल के लिए केदारनाथ धाम के कपाट को विधि विधानपूर्वक बंद कर दिया गया है। अब अगले साल ही इसका कपाट खुलेगा। इस साल तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर मई से खोल दिया गया था। यात्रा के पांच महीनों में, 15,55,543 तीर्थयात्री केदारनाथ धाम का पहुंचे हैं। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सहित उत्तराखंड में चार धामों के तहत 43 लाख से अधिक लोग इस साल यात्रा कर चुके हैं।
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