Kolkata Rape-Murder Case: पीड़िता के माता-पिता को CBI पर भरोसा, जानें कहां तक पहुंची जांच
Kolkata Rape-Murder Case: कोलाकात रेप मर्डर केस की जांच सीबीआई की टीम कर रही है। इसी बीच पीड़िता के माता-पिता ने सीबीआई जांच को लेकर भरोसा जताया है।
फाइल फोटो।
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर कॉलेज व हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या मामले में सीबीआई की जांच चल रही है। इस मामले को लेकर देश भर में गुस्सा देखा जा रहा है। इसी बीच पीड़िता के माता-पिता ने शुक्रवार को सीबीआई जांच पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि वे आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं, जहां नौ अगस्त को उनकी बेटी का शव मिला था।
'सीबीआई पर भरोसा'
चिकित्सक के पिता ने उत्तर 24 परगना जिले में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि शुरू से ही हमें लगा कि (राज्य) प्रशासन और पुलिस किसी को बचाने की कोशिश कर रही है, कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि एक अकेला व्यक्ति इस तरह के अपराध को अंजाम नहीं दे सकता। डॉक्टर की मां ने कहा कि उन्हें कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल की बात आश्वस्त करने वाली नहीं लगी। डॉक्टर की मां ने कहा, "हमें लगा कि वे व्यापक तरीके से जांच नहीं कर रहे। वे बहुत जल्दबाजी में थे।"
आपको बता दें कि अस्पताल के सेमिनार हॉल में शव मिलने के एक दिन बाद कोलकाता पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। 13 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी। पीड़िता के पिता ने कहा, "कोलकाता पुलिस ने हमें गुमराह करने की कोशिश की... हमें सीबीआई जांच पर भरोसा है।" उन्होंने कहा कि वे आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चिकित्सकों के प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "हम आने वाले दिनों में इस बारे में फैसला करेंगे।"
कहां तक पहुंची सीबीआई जांच
इधर, कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को स्थानांतरित करने का आदेश दिया। यह निर्णय अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की याचिका के बाद लिया गया है, जिन्होंने कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने का अनुरोध किया था।
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहा है कि कैसे अपराध को बिना किसी बाधा के अस्पताल के उस सभागार में अंजाम दिया गया, जिसके दरवाजे की कुंडी टूटी हुई पाई गई थी। अधिकारी ने बताया कि सीबीआई के अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सभागार के बाहर कोई व्यक्ति यह सुनिश्चित करने के लिए तैनात था कि अपराध को अंजाम देने में कोई बाधा नहीं आए। उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी इसकी पुष्टि के लिए सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं।
सीबीआई की टीम हर एंगल से कर रही जांच
जांच अधिकारियों ने इस बात को लेकर भी हैरानी जताई कि जब चिकित्सक को प्रताड़ित किया जा रहा था, तो सभागार के अंदर से कोई आवाज किसी को सुनाई क्यों नहीं दी। सीबीआई अधिकारी ने बताया, ‘‘दरवाजे की कुंडी टूटी हुई थी, जिसकी वजह से दरवाजा ठीक से बंद नहीं हो रहा था। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि अपराध के दौरान क्या कोई व्यक्ति सभागार के बाहर मौजूद था।’’ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि दरवाजे की कुंडी टूटी होने की वजह से दरवाजा कुछ समय से खराब था। उन्होंने बताया कि पीड़िता आठ-नौ अगस्त की दरमियानी रात दो से तीन बजे के बीच सभागार में दाखिल हुई थी और ड्यूटी पर मौजूद एक चिकित्सक ने सभागार में उसे सोते हुए देखा था।
उन्होंने बताया, ‘‘चिकित्सकों, प्रशिक्षुओं और कनिष्ठ चिकित्सकों से पूछताछ में पता चला कि दरवाजा की कुंडी खराब होने की जानकारी सभी लोगों को थी और इस कारण चिकित्सक उस रात दरवाजा बंद नहीं कर पाई थी।’’ सीबीआई ने शुक्रवार को भी मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से पूछताछ जारी रखी। इसके अलावा, एजेंसी ने गिरफ्तार संदिग्ध संजय रॉय को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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Devshanker Chovdhary author
देवशंकर चौधरी मार्च 2024 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं और बतौर कॉपी एडिटर...और देखें
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