कुवैत आग हादसा: एयरपोर्ट पर हृदय विदारक माहौल, ताबूत देखते ही टूटा सब्र का बांध, चीत्कार कर उठे परिजन

कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कार्गो टर्मिनल पर दृश्य हृदय विदारक था, क्योंकि वहां एकत्रित लोगों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे।

कुवैत आग हादसे के बाद परिजन बेहाल

Kuwait Fire Tragedy: कोचीन अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को बेहद हृदय विदारक माहौल था। कुवैत में भीषण अग्निकांड में मारे गए लोगों के शवों के ताबूत जब एक एक कर बाहर लाए जाने लगे तो वहां मौजूदा उनके प्रियजन चीत्कार कर उठे। कुवैत में भयावह अग्निकांड में मारे गए अपने प्रियजनों के शव लेने के लिए शोकाकुल परिवार शुक्रवार को कोच्चि हवाईअड्डे पर एकत्र हुए। सबसे पहले उस ताबूत को हवाई अड्डे के कार्गो टर्मिनल से बाहर लाया गया जिसमें अरुण बाबू का पार्थिव शरीर था। कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कार्गो टर्मिनल पर दृश्य हृदय विदारक था, क्योंकि वहां एकत्रित लोगों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे।

आग में 45 भारतीयों की मौत

अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में सात मंजिला इमारत के रसोईघर में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हुई थी और 50 अन्य घायल हुए थे। इनमें से ज्यादातर भारतीय थे और शेष पाकिस्तान, फिलिपीन, मिस्र और नेपाल के नागरिक थे। हादसे में मारे गए 45 भारतीयों के शवों को लेकर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का विमान आज सुबह लगभग 10.30 बजे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, लेकिन आवश्यक सुरक्षा मंजूरी के मद्देनजर एक घंटे बाद ही ताबूतों को बाहर लाया जा सका।

ताबूत देखते ही सब्र का बांध टूटा

सुबह साढ़े छह बजे से ही शोकाकुल परिवार धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहे थे। जैसे ही हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने सुबह 11.30 बजे आयात कार्गो टर्मिनल से ताबूत लाने शुरू किए और उन्हें एक निर्धारित मंच पर रखना शुरू किया, माहौल बहुत ही ज्यादा गमगीन हो गया। परिवार के सदस्यों ने जब ताबूतों पर अपने प्रियजनों के नाम देखे तो टर्मिनल पर मौजूद लोगों के सब्र का बांध टूट गया और वहां अत्यंत दारूण स्थिति पैदा हो गई। केरल के 23, तमिलनाडु के सात और कर्नाटक के एक व्यक्ति का शव भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान से कुवैत से वापस लाया गया।

End Of Feed