MP : मध्यप्रदेश में बदली महिलाओं की जिंदगी, लाड़ली लक्ष्मी योजना और स्व-सहायता समूह बने मील का पत्थर

Madhya Pradesh : मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है, जहां बेटियों के जन्म पर उत्सव, उज्ज्वल भविष्य और शिक्षा के लिए योजना शुरू हुई। यहां स्व-सहायता समूह की महिलाएं बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां संभाल कर न सिर्फ खुद सशक्त हो रही हैं बल्कि अपने परिवार का सहारा बन रही हैं।

महिला सशक्तिकरण के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने उठाए हैं कई कदम।

मुख्य बातें
  • मध्यप्रदेश में साकार हो रहा बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और उज्ज्वल भविष्य का सपना
  • महिलाओं से जुड़ीं योजनाओं की प्रशंसा पीएम नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कर चुके है
  • राज्य में 43 लाख से अधिक लाड़लियों की जिंदगी लाड़ली लक्ष्मी योजना ने बदल दी है

Madhya Pradesh : अपनी अनूठी सांस्कृतिक पहचान के लिए देश में विशिष्ट स्थान रखने वाला मध्यप्रदेश आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में कई उपलब्धियां अपने नाम कर चुका है। प्रदेश अपना 67वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। गत डेढ़ दशकों में प्रदेश ने हर क्षेत्र में उपलब्धियां अपने नाम की हैं। खासकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में शिवराज सरकार ने जो कदम उठाए हैं उनसे महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। बेटियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़ीं राज्य सरकार की योजनाएं उनके भविष्य को उज्जवल बना रही हैं। महिलाओं के कल्याण एवं विकास से जुड़ीं इन योजनाओं की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कर चुके हैं। बेटियों एवं महिलाओं के कल्याण से जुड़ी प्रदेश सरकार की योजनाएं इस प्रकार हैं-

मध्यप्रदेश में बोझ से वरदान बनीं बेटियां

मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है, जहां बेटियों के जन्म पर उत्सव, उज्ज्वल भविष्य और शिक्षा के लिए योजना शुरू हुई। यहां स्व-सहायता समूह की महिलाएं बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां संभाल कर न सिर्फ खुद सशक्त हो रही हैं बल्कि अपने परिवार का सहारा बन रही हैं। आर्थिक, सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ लड़कियों और महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मां की कोख से लेकर अपने पैरों पर खड़े होने तक लड़कियां सिर्फ माता-पिता की ही नहीं बल्कि सरकार की भी जिम्मेदारी हैं। मध्यप्रदेश में सही मायनों में बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और उज्ज्वल भविष्य का सपना साकार हो रहा है।

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