आंतकवाद को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान पर निशाना साधा
गुजरात के वडोदरा में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि हमारे एक पड़ोसी हैं, जैसे हम आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) के एक्सपर्ट हैं, वे 'अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों' के एक्सपर्ट हैं। यह वर्षों से चल रहा है। लेकिन हम दुनिया को समझा सकते हैं कि आतंकवाद आतंकवाद (terrorist) है, आज हमारे खिलाफ किया जा रहा है, कल आपके खिलाफ होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में, पूर्वोत्तर भारत में आतंकवादी घटनाएं कम हुई हैं क्योंकि हम 2015 में बांग्लादेश के साथ एक भूमि सीमा समझौता कर सके। इसने चरमपंथियों को बांग्लादेश में शरण लेने से रोक दिया, जिससे पूर्वोत्तर भारत में उनका ऑपरेशन बंद हो गया।
जयशंकर ने कार्यक्रम के बाद दर्शकों के साथ बातचीत में कहा कि कोई अन्य देश उस तरह से आतंकवाद का प्रसार नहीं करता, जैसा पाकिस्तान ने किया है। आप मुझे दिखा दें कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इतने सालों में जो किया है, क्या दुनिया के किसी अन्य हिस्से में हुआ है? 26/11 के मुंबई हमले के बाद, हमारे लिए यह स्पष्ट हो जाना महत्वपूर्ण है कि इस तरह का व्यवहार और कार्रवाई अस्वीकार्य है और इसके परिणाम भुगतने ही होंगे।
जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सफलतापूर्वक अन्य देशों को यह अहसास कराया कि अगर आतंकवाद पर अभी काबू नहीं पाया गया तो भविष्य में यह उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकता है। विदेश मंत्री ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में दुनिया को साथ जाने में काफी हद तक सफल रहे हैं। पहले, अन्य देश इस मुद्दे को यह सोचकर नजरअंदाज कर देते थे कि इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह कहीं और हो रहा है। आज आतंकवाद का समर्थन करने वालों पर दबाव है। यह हमारी कूटनीति का एक उदाहरण है।
मंत्री ने कहा कि सरदार पटेल के सपने को साकार करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि भारत मजबूत, सफल और आत्मविश्वासी हो, और अन्य लोग यह समझें कि उन्हें इस भारत के साथ आना होगा और उन नीतियों को रोकना होगा जो उनके हित में नहीं हैं, साथ ही जो हानिकारक हैं। मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि और मुझे लगता है कि अगर कोई एक नेता हैं जो सपनों को साकार कर रहे हैं, जिनके पास सरदार पटेल की विचार प्रक्रिया है, जो सरदार पटेल की दृष्टि को साकार कर रहे हैं, जिनके पास वह साहस, प्रतिबद्धता और आदतें हैं, आप जानते हैं कि वह कौन हैं।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के दौरान पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की दोनों से अस्थायी युद्धविराम का आह्वान किया ताकि हम अपने छात्रों को सुरक्षित रूप से निकाल सकें। कोविड के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा कि वे भारत और दुनिया के लिए वैक्सीन सप्लाई चेन को बंद न करें और इसका नतीजा यह हुआ कि अमेरिकी प्रशासन ने भारत को डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट में छूट दी और इस वजह से हमारा टीकाकरण कार्यक्रम सुचारू रूप से चला।
गौर हो कि विदेश मंत्री एस जयशंकर नवरात्रि उत्सव में शामिल होने के लिए कम से कम 50 राजदूतों एवं उच्चायुक्तों के साथ शनिवार को गुजरात में वडोदरा पहुंचे। राज्य की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाने वाला वडोदरा गरबा के लिए प्रसिद्ध है। गरबा में हजारों लोग शामिल होते हैं और वे देवी की आराधना में गीत-संगीत के बीच पारंपारिक परिधानों में नृत्य करते हैं।
गुजरात से राज्यसभा सदस्य जयशंकर ने यहां पहुंचने के बाद ट्वीट किया कि नवरात्रि का अनुभव लेने के लिए वडोदरा पहुंचे राजदूतों और उच्चायुक्तो को देखकर बहुत अच्छा लगा। आज रात इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए (मैं) बहुत उत्साहित हूं। उन्होंने मीडिया से कहा कि आज रात गरबा का आंनद लेने के लिए करीब 50 राजदूत एवं उच्चायुक्त उनके साथ आए हैं।
विदेशमंत्री ने कहा कि रविवार को वे सभी लोग (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और अन्य आकर्षक चीजों को देखने के लिए) केवड़िया जाएंगे और वे वहीं रात्रिविश्राम करेंगे। गुजरात को समझने की खातिर यह उनके लिए बहुत अच्छा मौका है।