Cyclone Mocha Tracker LIVE Updates: कहां-कहां दिखेगा चक्रवात मोचा का प्रभाव? 8 मई से 12 मई तक भारी बारिश
मछुआरे 7 मई से पहले लौट आएं सुरक्षित स्थानों पर
चक्रवात की भविष्यवाणी के मद्देनजर, IMD ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र में मछुआरों, छोटे जहाजों, नावों, ट्रॉलरों और समुद्री गतिविधियों के लिए एक सलाह जारी की है इसके मुताबिक- बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में काम कर रहे मछुआरों से 7 मई से पहले सुरक्षित स्थानों पर लौटने को कहा गया है।बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा चक्रवात
मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के सोमवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्से में तेज होगा, इसके बाद यह बंगाल की मध्य खाड़ी की ओर और तेज होने की आशंका भी जताई जा रही है।70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि चक्रवात मोचा के कारण हवाओं की रफ्तार काफी तेज हो जाएगी। बंगाल और आडेशा के आसपास के इलाकों में हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। इस दौरान हवा की गति 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है।बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना
मौसम विभाग ने कहा कि 8 मई तक बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है और 9 मई के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवसाद में बदल सकता है। एक चक्रवाती तूफान लगभग उत्तर की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। चक्रवात मोचा नाम के चक्रवाती तूफान का विवरण कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद उपलब्ध कराया जाएगा।8 मई से 12 मई तक भारी बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 8 मई से 12 मई तक भारी वर्षा होगी, जो कि बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में आने वाले दिनों में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है।अंडमान और निकोबार में भारी वर्षा की संभावना
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 7 मई को वर्षा और 8-10 मई के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 7 मई को हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों में दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की चेतावनी दी है। आईएमडी ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा है कि सिस्टम के प्रभाव में 7 मई के आसपास उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।झारखंड में भी दिखेगा चक्रवात मोचा का असर
मौसम विभाग के मुताबिक मोचा चक्रवात का असर झारखंड में दिखेगा। 7 मई तक चक्रवात की तीव्रता के बाद झारखंड में इसका असर होगा। बंगाल, ओडिशा के कुछ हिस्सों में और उत्तर पूर्वी राज्यों में इसका अधिक असर दिखेगा।डब्ल्यूएमओ ने अल नीनो के संभावित कमबैक को लेकर और क्या बताया?
अल नीनो के जुलाई में लौटने की संभावना के बीच विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के क्षेत्रीय जलवायु पूर्वानुमान सेवा प्रभाग के प्रमुख विल्फ्रान मौफौमा ओकिया ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुनिया भर में मौसम और जलवायु की प्रणाली को बदल देगा।’’ इसके साथ ही अब तक के सबसे लंबी ‘ला नीना’ गतिविधि भी समाप्त हो जाएगी। वर्ष 1950 के बाद ऐसा तीसरी बार हुआ है, जब ‘ला नीना’ गतिविधि लगातार तीसरे वर्ष देखी गई हो। ‘ला नीना’ का अर्थ समुद्र की सतह के तापमान के सामान्य से अधिक ठंडा होने का चरण है।भारत में मानसून पूर्व मौसम में अब तक 28 प्रतिशत अधिक बारिश हुई
भारत में अब तक मानसून पूर्व मौसम में 28 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है जबकि मध्य क्षेत्र में सामान्य से 268 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में एक मार्च से तीन मई तक 29 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई। सामान्य रूप से 199.9 मिमी के मुकाबले यहां 141.5 मिमी बारिश हुई। उत्तरपश्चिम भारत जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड में 18 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई (83.4 मिमी के मुकाबले 98.3 मिमी) जबकि प्रायद्वीपीय क्षेत्र में 88 प्रतिशत ज्यादा बारिश इस अवधि के दौरान हुई (54.2 मिमी सामान्य बारिश के मुकाबले 102 मिमी)।अल नीनो के जुलाई में लौटने की संभावना, वैश्विक मौसम पर पड़ सकता है असर
लगातार तीन बार ‘ला नीना’ की दुर्लभ घटना के बाद, आगामी महीनों में भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के गर्म होने की संभावना बढ़ रही है, जिसे ‘एल नीनो’ गतिविधि कहा जाता है और इसका संबंध उच्च वैश्विक तापमान से है। इसके कारण भारत में मॉनसून पर असर पड़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के अनुसार, अल नीनो के अब जुलाई के अंत तक 60 प्रतिशत संभावना और सितंबर के अंत तक 80 प्रतिशत संभावना के साथ उभरने की भविष्यवाणी की गई है। डब्ल्यूएमओ के क्षेत्रीय जलवायु पूर्वानुमान सेवा प्रभाग के प्रमुख विल्फ्रान मौफौमा ओकिया ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुनिया भर में मौसम और जलवायु की प्रणाली को बदल देगा।’’’ इसके साथ ही अब तक के सबसे लंबी ‘ला नीना’ गतिविधि भी समाप्त हो जाएगी। वर्ष 1950 के बाद ऐसा तीसरी बार हुआ है, जब ‘ला नीना’ गतिविधि लगातार तीसरे वर्ष देखी गई हो।चार सूबों के लिए जारी हुआ है अलर्ट
चक्रवात मोचा के मद्देनजर मौसम विभाग ने चार सूबों के लिए अलर्ट जारी किया है, जिनमें तमिलनाडु, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश हैं।अलर्ट पर प्रशासन
ओडिशा सरकार ने पहले ही 18 तटीय और आसपास के जिलों के कलेक्टरों और 11 विभागों के अधिकारियों को अलर्ट पर रखा है।आईएमडी की भविष्यवाणियां इन पर आधारित
आईएमडी की भविष्यवाणियां अमेरिकी मौसम पूर्वानुमान मॉडल ग्लोबल फोरकास्ट सिस्टम (जीएफएस) और यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्ट्स (ईसीएमडब्ल्यूएफ) के बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने की भविष्यवाणी के अनुरूप हैं।चेन्नई में अलर्ट
अगले 48 घंटों में शहर और उपनगरों में गरज और बिजली गिरने की संभावना है। साथ ही कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। आसमान आमतौर पर बादलों से ढका हो सकता है, तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस से 26-27 डिग्री सेल्सियस के बीच हो सकता है।अलर्ट पर राज्यों की सूची
1. तमिलनाडु2. ओडिशा3. पश्चिम बंगाल4. आंध्र प्रदेशउच्च स्तरीय समीक्षा बैठक
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान की भविष्यवाणी के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। सीएम नवीन ने सभी विभागों को मोचा आने की स्थिति में तैयार रहने को कहा। पिछले 4 वर्षों में ओडिशा ने मई के महीने में चार चक्रवात देखे हैं।मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी स्थिति की समीक्षा की और संबंधित विभाग को आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।सभी तटीय जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर
ओडिशा सरकार ने सभी तटीय जिला प्रशासनों को हाई अलर्ट पर रखा है। तूफान की आशंका वाले सभी जिलों को अलर्ट रखा गया है। एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ के साथ जिला प्रशासन किसी भी संभावित घटना के लिए तैयार हैं।मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को इस दौरान समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। आईएमडी भुवनेश्वर ने कहा कि मछुआरों, छोटे जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को सलाह दी जाती है कि वे 7 मई से दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में और 9 मई से केंद्रीय BoB से सटे क्षेत्रों में न जाएं।हवा की गति 40 से 50 किमी प्रति घंटे
चक्रवाती विक्षोभ के कारण हवा की गति 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में 7 मई से प्रबल होने की संभावना है।8 मई को चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना
IMD ने कहा है कि 6 मई (शनिवार) के आसपास बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती संचलन विकसित होने की संभावना है, इसके प्रभाव में 7 मई के आसपास उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। 8 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने संभावना है। आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि बंगाल की मध्य खाड़ी की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए इसके एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।6 मई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने की आशंका
मौसम विभाग ने बताया कि 6 मई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने की आशंका है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि कुछ प्रणालियों ने इसके एक चक्रवात होने का पूर्वानुमान जताया है। हम नजर रख रहे हैं। नियमित रूप से अपडेट उपलब्ध कराया जाएगा।SDRF, NDRF,ODRAF की टीमें तैयार
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के सभी चक्रवात संभावित जिलों को तैयार रखा गया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और अन्य किसी भी संभावित घटना के लिए तैयार हैं।ओडिशा सरकार ने जारी किया अलर्ट
एहतियाती कदम उठाते हुए ओडिशा सरकार ने 18 तटीय और आसपास के जिलों में अलर्ट जारी किया है। अभी तक, ओडिशा तट या पूर्वी तट पर किसी अन्य स्थान पर चक्रवात के प्रभाव के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह
भारत मौसम विज्ञान विभाग इसके मार्ग का डिटेल देना जारी रखेगा और कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद सघनता प्रदान की जाएगी। मौसम विभाग ने कहा कि लगातार निगरानी की जा रही है। आईएमडी ने मछुआरे को सलाह दी है कि वे 7 मई से बंगाल की खाड़ी में न जाएं।आ रहा है साल का पहला चक्रवाती तूफान
इस साल का पहला चक्रवाती तूफान आ रहा है। इसका नाम 'मोचा' दिया गया है। इसके जद में कई राज्य और कई देश आ सकते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited