Earthquake Update: नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में आए भूकंप के कारण 157 लोगों की मौत, 160 से अधिक लोग घायल
Delhi-NCR Earthquake Update: प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘नेपाल में भूकंप के कारण हुए जान-माल के नुकसान को लेकर बहुत दुखी हूं। भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव मदद मुहैया कराने के लिए तैयार है। हम शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’
Delhi NCR Earthquake Live Updates
Delhi-NCR Earthquake: भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल में 6.4 तीव्रता के जोरदार भूकंप के चलते हिमालयी देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 140 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल भी हुए और सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप आधी रात 11 बजकर 47 मिनट पर आया, जिसका केंद्र जाजरकोट जिले में था। नेपाल में 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई थी और 22,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हालिया भूकंप 2015 के बाद से देश में आया सबसे विनाशकारी भूकंप है।वैसे, शुक्रवार (तीन अक्टूबर, 2023) रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए ये झटके दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए थे। जिस वक्त धरती कांपी थी, उस समय लोग घबराकर आनन-फानन अपने घरों से बाहर भाग निकले थे। नीचे, कार्ड सेक्शन में पढ़िए भूकंप से जुड़े ताजा अपडेट्सः
भूकंप प्रभावित नेपाल में फिर 4.2 तीव्रता का झटका महसूस किया गया
नेपाल में आठ साल में आए सबसे भीषण भूकंप के एक दिन बाद शनिवार को नेपाल में 4.2 तीव्रता का झटका दर्ज किया गया। शनिवार दोपहर तीन बजकर 40 मिनट पर जाजरकोट जिले में यह झटका दर्ज किया गया।राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के अनुसार, भूकंप के बाद का झटका 4.2 तीव्रता का था और इसका केंद्र रामिदंडा था। यह झटका शुक्रवार रात आए भूकंप के बाद महसूस किया गया।157 लोगों की मौत, 160 से अधिक लोग घायल
) नेपाल में शुक्रवार रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक लोग घायल हैं, जबकि सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह नेपाल में 2015 के बाद से सबसे विनाशकारी भूकंप है।दो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित
सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए। प्रधानमंत्री सचिवालय ने बताया कि जाजरकोट और रुकुम में भूकंप के कारण मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 140 हो गई है और इतने की लोग घायल हुए है। मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप में मारे गए लोगों में जाजरकोट में नलगढ़ नगर पालिका की उप महापौर सरिता सिंह भी शामिल हैं।140 की मौत
नेपाल में शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप के तेज झटकों के कारण हिमालयी देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 140 लोगों की मौत हो गई, कई अन्य लोग घायल हो गए और सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए।Earthquake Live Update: बिहार के कई जिलों में महसूस किए गए झटके, कोई हताहत नहीं
नेपाल में आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप के कारण बिहार के कई जिलों में भी जोरदार झटके महसूस किए गए। बहरहाल, इस दौरान राज्य में जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि पटना, कटिहार, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, सासाराम, नवादा और भारत-नेपाल सीमा से लगे कई अन्य जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। विभाग ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘भूकंप के कारण जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई जानकारी नहीं मिली है।’’ विभाग ने भूकंप संबंधी जानकारी या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि शुक्रवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे आए भूकंप का केंद्र अयोध्या के 227 किलोमीटर पूर्व और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम में नेपाल के जाजरकोट जिले में था। इस भूकंप के कारण कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई।भूकंप का असर काठमांडू और आसपास के जिलों में भी महसूस किया गया। पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित हुए। बिहार में भूकंप के झटकों के कारण लोगों में दहशत फैल गई और पटना, कटिहार, नवादा, मुजफ्फरपुर और दरभंगा के विभिन्न इलाकों में लोग अपने घरों से एहतियातन बाहर निकल आए। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई अन्य हिस्सों में भी महसूस किया गया। नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है।2015 में भी आया था भूकंप, तब गई थीं 9000 हजार जान
नेपाल में 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई थी।नेपालः कहां कितनी गईं जान? जानिए
नेपाल के जाजरकोट जिले में शुक्रवार आधी रात को आए भूकंप के तेज झटकों के कारण कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई है। सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिलों में 80 लोगों की मौत हो गई और 140 से अधिक लोग घायल हो गए। भूकंप के कारण देश में कम से कम 128 लोगों की मौत हुई है। देश में आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा में था। शुक्रवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर आए भूकंप का असर काठमांडू, इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी नयी दिल्ली तक महसूस किया गया। अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल रवाना हुए। उन्होंने बताया कि नेपाल सेना और नेपाल पुलिस को बचाव कार्य में लगाया गया है।नेपाल में भूकंपः मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 128
शनिवार (चार नवंबर, 2023) की सुबह समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने पुलिस के हवाले से बताया है कि नेपाल में आए भूकंप के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 128 हो गई है।एक महीने में तीसरी बार आए नेपाल में भूकंप के तेज झटके
दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने भूकंप के तेज झटके महसूस किए और अपने घरों से बाहर निकल आए। बीते एक महीने में यह तीसरी बार है, जब नेपाल में भूकंप के तेज झटके आये हैं।भूकंप का केंद्र नेपाल में 10 किलोमीटर की गहराई में था
भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में थाभूकंप के झटके सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं और भी जगह हुए महसूस
इस बार भूकंप के झटके सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि कई अन्य शहरों में भी महसूस किए गए, दिल्ली के साथ यूपी-बिहार और राजस्थान, मध्यप्रदेश में भी भूकंप के झटके आए हैं।राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्यप्रदेश में भी हुए महसूस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूकंप के झटके दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में भी महसूस किए गए।भूकंप के बाद घरों में जाने से डर रहे लोग
राजधानी दिल्ली और अन्य जगहों पर भूकंप के बाद लोग अपने घरों के भीतर जाने से डर रहे थे लोगों के मन में डर था कि कहीं भूकंप के झटके फिर से ना आ जाएं।22 अक्टूबर को भी आया था भूकंप
भूकंप के झटकों ने हाल ही में दिल्ली को डराया था, 22 अक्टूबर को दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, उस वक्त इसकी तीव्रता 6.1 बताई गई थी।लखनऊ में भूकंप के झटके
लखनऊ में भूकंप के झटके आए और कुछ सेकेंड तक लगातार महसूस किए गए।6.4 रही तीव्रता
रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है और इसका केंद्र नेपाल था।लोगों में दहशत फैल गई
झटके काफी देर तक रहे जिससे लोगों में दहशत फैल गई और लोग घरों से बाहर निकल आए। इस बार भूकंप के झटके सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि कई अन्य शहरों में भी महसूस किए गए। यूपी-बिहार में भी भूकंप के झटके
दिल्ली के साथ यूपी-बिहार में भी भूकंप के झटके आए हैं। पीलीभीत, उन्नाव, जौनपुर, बस्ती में भी भूकंप के झटके आए।दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके
दिल्ली में शुक्रवार की रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। झटके काफी देर तक रहे।पूजा स्थल अधिनियम 1991 : सुप्रीम कोर्ट ने कहा-सरकार से जवाब मिलने के बाद ही करेंगे सुनवाई, नई याचिकाएं मंजूर नहीं
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