Ayodhya Ram Mandir: रामलला के विग्रह को 'बालक राम' के नाम से जाना जाएगा
Ram Mandir Streaming, (राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह), Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha Samaroh TV Telecast, Updates: 23 जनवरी से यह मंदिर जनता के लिए खोल दिया जाएगा। ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में प्रधानमंत्री अपने हाथ में लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ चांदी का छत्र भी लेकर आए। गर्भगृह में मोदी ने पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच अनुष्ठान शुरू किया। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए ‘संकल्प’ लिया।
Ayodhya Ram Mandir: रामलला के विग्रह को 'बालक राम' के नाम से जाना जाएगा
Ayodhya Ram Mandir Telecast and Streaming, (राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह) Updates: अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की गयी रामलला की मूर्ति को 'बालक राम' के नाम से जाना जाएगा। इस विग्रह का नाम ‘बालक राम’ इसलिए रखा गया है क्योंकि भगवान पांच वर्ष के बच्चे के रूप में खड़ी मुद्रा में स्थापित किए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जुड़े एक पुजारी अरुण दीक्षित ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि ‘‘भगवान राम की मूर्ति, जिसका अभिषेक 22 जनवरी को किया गया था, का नाम 'बालक राम' रखा गया है। भगवान राम की मूर्ति का नाम 'बालक राम' रखने का कारण यह है कि वह एक बच्चे की तरह दिखते हैं, जिनकी उम्र पांच साल है।''
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पहले दिन करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने किये रामलला के दर्शन
अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आधी रात से ही श्रद्धालुओं का दर्शन के लिए जमावड़ा लगने लगा था और मंगलवार देर शाम तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान राम के बाल स्वरूप का दर्शन कर चुके थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी अयोध्या ने शहर में आठ स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए हैंअयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह हिंदुओं के लिए गर्व का क्षण: नेपाल के विदेश मंत्री
नेपाल के विदेश मंत्री एन पी सऊद ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह "सनातन धर्म के सभी अनुयायियों के लिए गर्व का क्षण" है और भगवान राम एवं माता सीता भारत और हिमालयी राष्ट्र के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों के प्रतीक हैं। सऊद ने सोमवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और नेपाल की बेटी माता सीता साहस, बलिदान, न्याय और धार्मिकता के प्रतीक थे।"छत्तीसगढ़ में राम से नाता रखने वाली जगहों को पर्यटन स्थल में बदला जाएगा
छत्तीसगढ़ से भगवान राम का खास नाता रहा है, यह राज्य उनका ननिहाल है। इतना ही नहीं यहां के लोग राम को अपना भांजा मानते हैं। लिहाजा प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उन सभी स्थानों को पर्यटन स्थलों में बदलने का ऐलान किया है, जिन स्थानों का नाता राम से है।अविस्मरणीय क्षणों का साक्षी बना-मोदी ने राष्ट्रपति से कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनना उनके जीवन के ‘सबसे अविस्मरणीय’ क्षणों में था और वह वहां से एक अयोध्या अपने मन में भी लेकर लौटे हैं जो कभी उनसे दूर नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे दो पन्नों के एक पत्र में यह बात कही। पत्र की प्रति ‘एक्स’ पर साझा करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘दो दिन पूर्व मुझे आदरणीय राष्ट्रपति जी का एक बहुत ही प्रेरणादायी पत्र मिला था। मैंने आज अपनी कृतज्ञता पत्र के माध्यम से प्रकट करने का प्रयास किया है।’’तीन लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए
अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के अगले दिन मंगलवार को दोपहर तक करीब ढाई से तीन लाख श्रद्धालु उनके दर्शन कर चुके हैं और इतने ही श्रद्धालु दर्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। सूचना निदेशक शिशिर ने कहा, ‘‘दोपहर तक ढाई से तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर चुके हैं और इतनी ही संख्या में श्रद्धालु शेष हैं। आठ हजार से अधिक पुलिसकर्मी व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं और सब कुछ नियंत्रण में है।"प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में यजमान बने जोड़े बोले : 22 जनवरी हमारी यादों में हमेशा रहेगी
अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के लिए 'मुख्य यजमान' बने 15 जोड़ों ने उस घड़ी को ‘‘दिव्य अनुभव और गर्व का क्षण’’ बताते हुए कहा कि यह दिन उनके लिए हमेशा यादगार रहेगा। प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य समारोह के लिए यजमान का कर्तव्य निभाने के लिए देश भर से दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और सवर्ण वर्गों के 14 जोड़ों को चुना गया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी ने 16 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शुरू हुए दैनिक अनुष्ठान की अध्यक्षता की। मिश्रा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के 15 न्यासियो में से हैं। इसका गठन 2020 में मंदिर के निर्माण की देखरेख के लिए किया गया था। "डोम राजा" के परिवार के अनिल चौधरी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘वह दिन हमारी यादों में हमेशा के लिए अंकित रहेगा। समारोह के दौरान हमारी आंखों से आंसू बह निकले, यह एक दिव्य अनुभव था।’’अयोध्या : रामलला के विग्रह को 'बालक राम' के नाम से जाना जाएगा
अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की गयी रामलला की मूर्ति को 'बालक राम' के नाम से जाना जाएगा। इस विग्रह का नाम ‘बालक राम’ इसलिए रखा गया है क्योंकि भगवान पांच वर्ष के बच्चे के रूप में खड़ी मुद्रा में स्थापित किए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जुड़े एक पुजारी अरुण दीक्षित ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि ‘‘भगवान राम की मूर्ति, जिसका अभिषेक 22 जनवरी को किया गया था, का नाम 'बालक राम' रखा गया है। भगवान राम की मूर्ति का नाम 'बालक राम' रखने का कारण यह है कि वह एक बच्चे की तरह दिखते हैं, जिनकी उम्र पांच साल है।''जिस पत्थर से तराशी गई है भगवान रामलला की मूर्ति, वो है हजारों साल पुरानी
Ram Lala Murti: अयोध्या में भगवान रामलला की मूर्ति स्थापित हो चुकी है। श्रद्धालु अपने अराध्य का दर्शन करने लगे हैं। भगवान राम की मूर्ति जिस पत्थर से बनी है, उसमें विशेषताएं ही विशेषताएं हैं। 51 इंच की मूर्ति बनाने के लिए जिस पत्थर का इस्तेमाल किया गया है वह विशेष प्रकार का काला ग्रेनाइट है, जिसे कर्नाटक से लाया गया था। पढ़ें पूरी खबरइजराइल में रह रहे भारतीयों ने मनाया अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न
इजराइल में रह रहे सैकड़ों भारतीयों ने अयोध्या में नवनिर्मित राममंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव विशेष पूजा अर्चना आयोजित कर मनाया। इन भारतीयों में अधिकतर तेलंगाना राज्य के मूल निवासी हैं। अयोध्या के राममंदिर में सोमवार को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा किए जाने से पहले शनिवार को, इसके उपलक्ष्य में तेल अवीव के बीट दानी हॉल में इजराइल में स्थित तेलंगाना एसोसिएशन ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में भजन और कीर्तन हुआ। आयोजकों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस अवसर पर करीब 300 लोगों को भारतीय व्यंजन परोसे गये।बाराबंकी पुलिस ने श्रद्धालुओं से मंगलवार को अयोध्या नहीं जाने का अनुरोध किया
अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर बाराबंकी पुलिस ने लोगों से मंगलवार को अयोध्या नहीं जाने का अनुरोध किया है। लखनऊ से लगभग 30 किलोमीटर दूर बाराबंकी से अयोध्या की ओर यातायात का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है और पैदल श्रद्धालुओं को भी आवाजाही की अनुमति नहीं है। बाराबंकी पुलिस ने ट्विटर पोस्ट में कहा, बाराबंकी पुलिस की श्रद्धालुओं/दर्शनार्थियों से अपील है कि अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण अयोध्या धाम न जायें एवं सभी प्रकार के वाहनों का मार्ग भी परिवर्तित किया गया है।ओडिशा में प्राण प्रतिष्ठा के दिन पैदा हुए कई बच्चों का नाम राम, सीता रखा गया
ओडिशा के केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में कई माता-पिता ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन पैदा हुए अपने बच्चों का नाम राम और सीता रखा है। केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों के सरकारी और निजी अस्पतालों में 22 जनवरी को पैदा हुए कम से कम छह शिशुओं का नाम उनके माता-पिता ने भगवान राम और देवी सीता के नाम पर रखा था। शिशुओं में पुत्र और पुत्री दोनों शामिल है। हालांकि ओडिशा में परंपरा और प्रथा है कि जन्म के 21वें दिन पूजा के बाद बच्चे का नाम रखा जाता है लेकिन सोमवार को राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से अभिभूत माता-पिता ने नवजात शिशुओं का नाम राम और सीता रख दिया।अयोध्या में 22 जनवरी को हमने जो देखा वह हमारी यादों में अंकित रहेगा: प्रधानमंत्री
राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में हमने जो देखा, वह आने वाले कई वर्षों तक हमारी यादों में अंकित रहेगा। पीएम मोदी ने ट्विटर पर एक पोस्ट में समारोह का एक वीडियो साझा किया और कहा, कल 22 जनवरी को हमने अयोध्या में जो देखा, वह आने वाले वर्षों तक हमारी यादों में अंकित रहेगा। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर मोदी ने सोमवार को भव्य मंदिर के निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1,000 वर्षों के मजबूत, सक्षम और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया था। उन्होंने इस अवसर को एक नए युग का आगमन भी बताया।राम लला के लिए 11 करोड़ रुपये का मुकुट
Mukut for Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के लिए कोरड़ों की दान-दक्षिणा दी जा रही है। गुजरात के सूरत के एक हीरा व्यापारी ने अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में स्थापित राम लला की मूर्ति के लिए करोड़ों का मुकुट दान किया है। 11 करोड़ रुपये कीमत का ये मुकुट नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। सूरत में ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल ने भगवान राम को सोने, हीरे और कीमती रत्नों से सजा 6 किलोग्राम वजन का मुकुट भेंट किया।पद्मश्री मालिनी अवस्थी के गीतों से सुरमयी हुई रामनगरी की शाम
अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये यहां आये मेहमानों को समूचे भारत की संस्कृति और परंपरा से रूबरू होने का मौका मिला। साथ ही पद्मश्री मालिनी अवस्थी तथा कन्हैया मित्तल जैसे कलाकारों की प्रस्तुति से रामनगरी की शाम सुरमयी हो गई। यहां 100 से अधिक मंचों पर सुरमयी प्रस्तुतियों से संस्कृति के विविध रंग दिखे। कड़ाके की ठंड भी कलाकारों के हौसले नहीं डिगा पाई।धनशोधन मामला: ईडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री को फिर भेजा समन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फिर से समन जारी किया है और उनसे धन शोधन मामले में 27 से 31 जनवरी के बीच अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने इस मामले में सोरेन का बयान पहली बार 20 जनवरी को यहां उनके आधिकारिक आवास पर दर्ज किया था। इस दौरान जांचकर्ता उनके आवास पर करीब सात घंटे तक रहे थे और उन्होंने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया।राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा: राजस्थान में त्योहार जैसा माहौल
अयोध्या स्थित राम मंदिर में ‘श्री रामलला’ के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राजस्थान में सोमवार को त्योहार जैसा माहौल रहा। राज्य के सभी प्रमुख मंदिरों में फूलों और ध्वजों से विशेष सजावट के साथ ही भजन कीर्तन हुए तो लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते नजर आए। अयोध्या में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ सोमवार को की गई। इसके मद्देनजर राजस्थान भर में धार्मिक आयोजन किए गए। मंदिरों में भजन-कीर्तन और रामायण तथा सुंदरकांड का पाठ किया गया। जयपुर समेत कई शहरों में रामधुनी के साथ प्रभात फेरियां निकाली गईं।आज से आम जनता के लिए खुला राम मंदिर
राम लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज से आम जनता के लिए खुला राम मंदिर। सुबह 6.30 बजे से पूजा आरती हुई। पूरी अयोध्या रोशनी से जगमग हुई।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दिल्ली हुई 'राममय'
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी भी ‘राममय’ हो गई। दिल्ली में, विशेष स्क्रीन के जरिये इस ऐतिहासिक क्षण का सीधा प्रसारण देखा गया और शहर में जगह-जगह भगवान राम के पोस्टर और उनके चित्र वाले भगवा झंडे नजर आए तथा कई स्थानों पर शोभायात्रा निकाली गई। दिल्ली में मंदिरों को विशेष रोशनी एवं पुष्पों से सजाया गया और ‘जय श्री राम’ के उद्घोष राष्ट्रीय राजधानी में गूंजे। कई स्थानों पर लोगों ने सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया, शोभा यात्रा निकाली और भंडारे आयोजित किए गए।हम राम से क्षमा मांगते हैं....
राम मंदिर न्याय के तरीके से बना। हमारे रामलला इस दिव्य मंदिर में रहेंगे। भारत के संविधान में भगवान राम विराजे हैं। हम इतने समय तक मंदिर नहीं बना पाए, कुछ तो कमी रही होगी। हम राम से क्षमा मांगते हैं, वे हमें क्षमा जरूर करेंगे। आज सागर से लेकर सरयू तक केवल राम का नाम। पिछले 11 दिनों में रामायण अलग-अलग भाषाओं में मुझे सुनने का सौभाग्य मिला। ऋषियों ने कहा है कि जिसमें रम जाए वही राम है। राम के इस काम में कितने ही लोगों ने त्याग और परिश्रम की पराकाष्ठा दिखाई। अनगिनत कारसेवकों, संत-महात्माओं के हम ऋणी हैं। हमारे लिए यह अवसर सिर्फ विजय का नहीं बल्कि विनय का भी है।Ram Mandir Live Telecast in Hindi: पीएम मोदी ने कहा, सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आए हैं
सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आए हैं। त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। इस शुभ घड़ी की आप सभी को, देशवासियों को बधाई। मैं अभी गर्भ गृह में ईश्वरीय चेतना का साक्षी बनकर आपके सामने उपस्थित हूं। कितना कुछ कहने को है, लेकिन कंठ अवरुद्ध है। चित्त अभी भी उस पल में लीन है। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। हमारे रामलला अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा विश्वास है, अपार श्रद्धा है, इसकी अनुभूति रामभक्तों को हो रही होगी। ये पल पवित्रतम है। ये माहौल, ये ऊर्जा ये घड़ी प्रभु श्रीराम का हम सब पर आशीर्वाद है। 22 जनवरी 2024 का ये सूरज अद्भुत आभा लेकर आया है। ये तारीख नहीं, ये एक नए कालचक्र का उद्गम है।संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले, आज त्रासदी के राहत देने वाले भारत का उदय
रामलला के सात भारत का स्व लौटकर आया है। त्रासदी के राहत देने वाले भारत का उदय हुआ है। आज के आनंद का कोई वर्णन नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री ने बहुत कठोर व्रत रखा, सभी जानते हैं कि वो तपस्वी हैं। अयोध्या में रामलला आए, बाहर क्यों गए थे। तो अयोध्या में कलह हुआ। राम 14 वर्ष वनवास में गए। दुनिया के कलह को मिटाकर वापस आए। आज रामलला फिर वापस आए हैं। आज हम स्वर्ण दिवस देख रहे हैं। उनके तपस्या, त्याग को कोटि बार नमन है।अयोध्या की गलियों में अब गोली नहीं चलेगी...
अयोध्या की गलियों में अब गोली नहीं चलेगी। अयोध्या में राम नाम की गूंज होगी। हम सबने जो संकल्प लिया था उसी सिद्धि पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं।सीएम योगी बोले, लगता है कि हम त्रेता युग में प्रवेश कर गए हैं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, पूरा देश 'राममय' हो गया है। ऐसा लगता है कि हम त्रेता युग में प्रवेश कर गए हैं।Delhi की महिला कांस्टेबलों को सैल्यूट, 9 महीने में 104 लापता बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया
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