LS Polls के लिए BJP की रणनीतिः पसमांदा मुसलमान पर जोर और एक-एक वोट टारगेट, जानिए क्या है पूरा प्लान

Lok Sabha Elections 2024: प्रस्तावित यात्रा के दौरान पसमांदा मुसलमानों को यह भी बताया जाएगा कि कैसे इनका राजनीतिक फायदा उठाया गया है, पर इनके फायदे के लिए पुरानी सरकारों ने कोई काम नहीं किया है।

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अल्पसंख्यकों (खासकर पसमांदा मुसलमान) को साधने के लिए खास रणनीति बनाई है। पार्टी का मकसद इन लोगों तक केंद्र सरकार की योजना पहुंचाना है। बीजेपी इसके साथ ही इन्हें अपने पक्ष में करना चाहती है, जिसके लिए भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा "पसमांदा स्नेह संवाद यात्रा" चालू करने का प्लान बना रहा है। ऐसा बताया गया कि पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि 27 जुलाई के मौके पर इस यात्रा की शुरुआत की जाएगी।

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख जमाल सिद्दीकी ने टाइम्स नाऊ नवभारत को बताया कि पसमांदा स्नेह संवाद यात्रा को लेकर तैयारी की जा रही है। इस यात्रा का मुख्य लक्ष्य पसमांदा मुसलमानों में मोदी सरकार के प्रति विश्वास और भरोसा पैदा करना है। यात्रा के दौरान बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा पसमांदा समाज को यह बताएगा कि मोदी सरकार में अल्पसंख्यकों के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। मोदी सरकार की योजना का लाभ सभी धर्म-जाति और समुदायों को मिलता है।

सूफियों के जरिए बीजेपी 2024 में एक-एक अल्पसंख्यक वोट पर टारगेट करेगी। बीजेपी की नज़र उन वोट पर भी है, जो पार्टी के परंपरागत वोटर नहीं रहे हैं। वैसे, पीएम नरेंद्र मोदी खुद पसमांदा मुस्लिम को बीजेपी से जोड़ने की बात कह चुके हैं। उन्होंने तेलंगाना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ऐसा कहा था। साथ ही पसमांदा मुस्लिम सहित सूफी समाज को भी पार्टी से जोड़ने की अपील की थी।

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