विपक्षी एकता में पड़ेगी खलल! कांग्रेस को केसीआर और केजरीवाल पर भरोसा नहीं

Opposition Unity: लोकसभा चुनाव 2024 में नरेंद्र मोदी को हराने के लिए नीतीश कुमार सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा कि हमें तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भरोसा नहीं है।

Opposition Unity: केसीआर और केजरीवाल पर कांग्रेस क्यों नहीं भरोसा?

Opposition Unity : लोकसभा चुनाव 2024 में नरेंद्र मोदी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने के लिए तमाम विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीतोड़ प्रयास कर रहे हैं। उनकी इस कोशिश का कांग्रेस बहुत सम्मान करती है, लेकिन तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं पर भरोसा नहीं। नीतीश के प्रयास के बावजूद कांग्रेस अभी भी इन दोनों नेताओं पर भरोसा नहीं कर पा रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने पिछले 8-9 वर्षों में बीजेपी की मदद की। कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने शनिवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (BPCC) मुख्यालय सदाकत आश्रम में मीडिया से कहा कि कांग्रेस के एक आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में पूरी जिम्मेदारी की भावना के साथ मैं दावा करता हूं कि हम अभी भी केजरीवाल और केसीआर पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।

इसलिए नहीं करते केजरीवाल पर भरोसा

अपनी बात को सही साबित करने के लिए उन्होंने भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने के लिए यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की गिरफ्तारी के लिए AAP संस्थापक को बुलाने के अलावा अब वापस ले लिए गए कृषि बिलों के लिए दिल्ली के सीएम के समर्थन को रेखांकित किया। बहरहाल उन्होंने कहा कि हम इसे नीतीश बाबू के विवेक पर छोड़ते हैं। वह तय कर सकते हैं कि किसे साथ लेना है।

एनडीए के सहयोगी भाग रहे हैं, यूपीए से जुड़ रहे हैं

कांग्रेस बिहार के सत्तारूढ़ 'महागठबंधन' का तीसरा सबसे बड़ा दल है, जिसमें जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को छोड़ने के बाद इस गठबंधन में शामिल हुए थे। शर्मा ने यह भी दावा किया कि एनडीए में बीजेपी के पूर्व सहयोगी अलग हो गए या भगवा पार्टी पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाए। जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए, जो 2014 से सत्ता से बाहर है। उसके घटक दल साथ बरकरार हैं। इतना ही नहीं और कुछ नए दल जुड़े हैं।

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रामानुज सिंह author

रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट ...और देखें

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