'2024' से पहले कांग्रेस का बड़ा दांवः राहुल निकालेंगे 'भारत न्याय यात्रा', मणिपुर से मुंबई तक 6,200Km में 14 सूबों के 85 जिले करेंगे कवर
Congress ki Bharat Nyay Yatra: वेणुगोपाल ने बताया कि 21 दिसंबर को कांग्रेस कार्य समिति के सर्वसम्मत प्रस्ताव के बाद कि गांधी को यात्रा का दूसरा चरण पूर्व से पश्चिम तक करना चाहिए। मणिपुर को शुरुआती बिंदु के रूप में चुनने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए वह आगे बोले कि यह राज्य देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पार्टी मणिपुर के लोगों के घावों को ठीक करने की प्रक्रिया भी शुरू करना चाहती है।
कांग्रेस की "भारत जोड़ो यात्रा" का दक्षिण भारत में अच्छा रिजल्ट देखने को मिला था। (फाइल)
Congress ki Bharat Nyay Yatra: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व चीफ और पार्टी सांसद राहुल गांधी एक और यात्रा निकालेंगे। इस यात्रा का नाम होगा- भारत न्याय यात्रा, जो नॉर्थ ईस्ट के सूबे मणिपुर (जहां जमकर हिंसा हुई थी) से शुरू होगी और महाराष्ट्र के मुंबई शहर (देश की आर्थिक राजधानी) में पूरी होगी। 6200 किमी लंबी यह यात्रा 14 जनवरी से 20 मार्च 2024 तक निकाली जाएगी। पैदल और बस से की जाने वाली यह यात्रा इस दौरान 14 सूबों के 85 जिलों से गुजरेगी। आम चुनाव से पहले कांग्रेस की इस यात्रा का मुख्य मकसद आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाना है।
बुधवार (27 दिसंबर, 2023) को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल और संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने इस बारे में प्रेस को बताया, कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर कल (28 दिसम्बर) नागपुर में महारैली होगी। इसका नाम "हैं तैयार हम" है। इस महारैली से 2024 लोकसभा चुनाव का शंखनाद होगा।
उन्होंने आगे कहा, ''भारत जोड़ो यात्रा' के बाद अब राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी 'भारत न्याय यात्रा' निकालने वाली है। यात्रा को 14 जनवरी को इंफाल से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हरी झंडी दिखाएंगे। मणिपुर से मुंबई तक क़रीब 6200 किलोमीटर की यह लंबी यात्रा 14 जनवरी से लेकर 20 मार्च तक निकाली जाएगी, जो कि 14 राज्यों से होकर निकलेगी।"
उनके मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल ने तीन मुद्दे उठाए थे- आर्थिक विषमता, सामाजिक ध्रुवीकरण औऱ राजनीतिक तानशाही। लेकिन भारत न्याय यात्रा का मुद्दा आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय और राजनीतिक न्याय है।''
वेणुगोपाल ने बताया कि 21 दिसंबर को कांग्रेस कार्य समिति के सर्वसम्मत प्रस्ताव के बाद कि गांधी को यात्रा का दूसरा चरण पूर्व से पश्चिम तक करना चाहिए। मणिपुर को शुरुआती बिंदु के रूप में चुनने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए वह आगे बोले कि यह राज्य देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पार्टी मणिपुर के लोगों के घावों को ठीक करने की प्रक्रिया भी शुरू करना चाहती है।
इन सूबों से गुजरेगी यात्राः मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र।
वैसे, केरल के वायनाड से पार्टी सांसद राहुल के नेतृत्व में इससे पहले निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा का सकारात्मक असर दक्षिण भारत में देखने को मिला था। कर्नाटक के बाद तेलंगाना में कांग्रेस ने दूसरी सरकारों को हटाकर सत्ता में अपनी जगह बनाई। कर्नाटक में जहां उसने बीजेपी को सत्ता से बाहर किया।
वहीं, तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को बाहर का रास्ता दिखाया। ऐसे में कांग्रेस इस यात्रा से भी आम चुनाव में सियासी लाभ पाने की उम्मीद कर सकती है। चूंकि, यात्रा के खत्म होने के बाद ही पार्टी चुनाव में उतर जाएगी। ऐसे में उसे इस यात्रा का फायदा मिल सकता है।
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रंजीता झा author
13 साल के राजनीतिक पत्रकारिता के अनुभव में मैंने राज्य की राजधानियों से लेकर देश की राजधानी तक सियास...और देखें
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