कैसे रहा लोकसभा का शीतकालीन सत्र? जानें कितना हुआ कामकाज; कितनी हुईं बैठकें

Winter Session of Lok Sabha: लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। इस वर्ष के शीतकालीन सत्र में 57.87 प्रतिशत उत्पादकता रही। आपको रिपोर्ट में बताते हैं कि इस सत्र के दौरान लोकसभा में कितने सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और कितने विधेयक पारित किए गए।

लोकसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित।

Parliament News: ‘एक देश-एक चुनाव’ संबंधी विधेयक पेश किए जाने और कई विषयों को लेकर भारी हंगामे के साक्षी बने संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। कई मुद्दों पर गतिरोध के बावजूद कामकाज की उत्पादकता 57.87 प्रतिशत रही।

संसद की मर्यादा और गरिमा सुनिश्चित करना सबकी जिम्मेदारी

सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे आरंभ होने के बाद कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024’ और उससे जुड़े ‘संघ राज्य क्षेत्र विधि (संशोधन) विधेयक, 2024’ को संसद की संयुक्त समिति के विचार के लिए भेजे जाने का प्रस्ताव रखा। सदन ने ध्वनिमत से इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को संसद परिसर में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच हुई कथित धक्का-मुक्की की घटना का हवाला देते हुए कहा कि संसद की मर्यादा और गरिमा सुनिश्चित करना सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा कि संसद के किसी भी द्वार और परिसर के भीतर धरना-प्रदर्शन नहीं करना है और यदि ऐसा होता है तो उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद बिरला ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की धुन बजाने के लिए कहा। ‘वंदे मातरम’ की धुन के पश्चात उन्होंने सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। सत्र के दौरान लोकसभा की 20 बैठकें हुईं, जो 62 घंटे तक चलीं और उत्पादकता 57.87 प्रतिशत रही।

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