लोकसभा स्पीकर चुनाव: NDA आज करेगा अपने उम्मीदवार का ऐलान, रेस में आगे ओम बिरला का नाम

Lok Sabha speaker candidate : लोकसभा स्पीकर पद के लिए भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए अपने उम्मीदवार का ऐलान करेगा। अगर इस पद के लिए विपक्ष के साथ सहमति नहीं बनी तो इसके लिए चुनाव होगा। विपक्ष एनडीए उम्मीवार का समर्थन करता है कि नहीं यह देखने वाली बात होगी।

Lok Sabha speaker

लोकसभा स्पीकर का चुनाव।

मुख्य बातें
  • लोकसभा स्पीकर के लिए एनडीए किस नाम को आगे करेगा, इस पर अभी सस्पेंस है
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा स्पीकर के नाम का प्रस्ताव सदन में करेंगे
  • विपक्ष डिप्टी स्पीकर का पद मिलने पर एनडीए उम्मीदवार का समर्थन कर सकता है

Lok Sabha speaker candidate : लोकसभा चुनाव 2024 के बाद 24 जून से संसद के पहले सत्र की शुरुआत हो गई है। सोमवार को प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को सांसद के रूप में शपथ दिलाई। अब सबकी नजरें लोकसभा स्पीकर के चुनाव पर टिकी हैं। एनडीए आज दोपहर तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगा। रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ओम बिरला एक बार फिर एनडीए के उम्मीदवार हो सकते हैं। स्पीकर पद की रेस में उनका नाम सबसे आगे चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी एनडीए उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखेंगे। लेकिन इस नाम से अगर विपक्ष सहमत नहीं हुआ तो पेच फंस सकता है। एनडीए उम्मीदवार के नाम पर सहमति नहीं बनने पर इस पद के लिए चुनाव होगा। बता दें कि प्रोटेम स्पीकर के चुनाव पर पहले ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच विवाद हो चुका है।

प्रोटेम स्पीकर के चुनाव पर हुआ विवाद

कांग्रेस ने महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाने को लेकर संसदीय मानदंडों का उल्लंघन बताया। हालांकि, प्रोटेम स्पीकर के चुनाव में कई बार वरिष्ठता को नजरंदाज किया गया है। ऐसा सन् 1956 और 1977 में हो चुका है। कांग्रेस चाहती थी कि उसके सांसद के सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाए। कांग्रेस का कहना है कि के सुरेश आठ बार सांसद रह चुके हैं, इसलिए वह सबसे वरिष्ठ हैं जबकि महताब सात बार के ही सांसद हैं। इसका जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे जिसकी वजह से उनका मौजूदा कार्यकाल निचले सदन में लगातार चौथा कार्यकाल है।

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टीडीपी चाहती है स्पीकर पद

प्रोटेम स्पीकर के चुनाव पर विवाद अभी थमा नहीं है, इसी बीच लोकसभा स्पीकर के लिए नाम का चयन भी होना है। विपक्ष के तेवर देखने से लगता है शायद ही वह एनडीए उम्मीदवार के नाम पर अपनी सहमति दे। एनडीए की ओर से स्पीकर पद का कौन उम्मीदवार होगा, इस पर भाजपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वैसे लोकसभा के पूर्व स्पीकर ओम बिरला का नाम भी इस पद की रेस में है। हालांकि, गठबंधन के सहयोगियों के रुख को देखते हुए भाजपा कोई ऐसा नाम पेश कर सकती है जिसका विरोध करना विपक्षी दलों के लिए काफी मुश्किल होगा। एनडीए में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी चाहती है कि स्पीकर का पद उसे मिले। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पहले ही साफ कर चुका है कि वह स्पीकर पद के लिए एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेगा।

विपक्ष दे सकता है समर्थन बशर्ते कि...

रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि लोकसभा स्पीकर पद के लिए एनडीए को विपक्ष का समर्थन मिल सकता है। बशर्ते कि वह डिप्टी स्पीकर का पद उसे दे दे। भाजपा यदि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दे देती है तो कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां स्पीकर पद के लिए एनडीए उम्मीदवार का समर्थन कर सकती हैं। अभी गेंद भाजपा के पाले में है। संसदीय परंपरा को देखें तो ऐसा कम ही बार है जब विपक्ष की सहमति के बिना स्पीकर का चुनाव हुआ।

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एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेगा जेडीयू

इस बार स्पीकर को लेकर एनडीए ने अपनी पसंद के बारे में कोई संकेत नहीं दिया है। इससे पहले एनडीए के घटक दल तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू समेत गठबंधन के नेता इस मामले पर फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी किसी अंतिम निर्णय से अवगत नहीं कराया गया है। एनडीए में टीडीपी ही एक ऐसी पार्टी है जो इस पद के लिए दावा कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि टीडीपी को मनाने के लिए अंदरखाने बातचीत भी चल रही है। भाजपा की कोशिश होगी कि स्पीकर का चुनाव सर्वसम्मति से हो। कहीं से भी कोई विरोध का स्वर न उठे।

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आलोक कुमार राव author

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