'राम एक आस्था, एक मंत्र हैं', 1989 में विहिप की धर्म संसद में मोदी ने जब बताई राम नाम की महिमा
Ram Mandir Pran Pratishtha : इससे पहले पीएम ने रविवार को कहा कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘ऐतिहासिक क्षण’भारतीय विरासत एवं संस्कृति को समृद्ध करेगा तथा देश की विकास यात्रा को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
विहिप की धर्म संसद में भगवान राम पर मोदी का भाषण।
Ram Mandir Pran Pratishtha : अयोध्या में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ऑडियो क्लिप सामने आया है। यह ऑडियो क्लिप 1989 के विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्म संसद में उनके भाषण का है। इस भाषण में वह राम नाम की महिमा और हिंदू समाज के लिए भगवान राम क्या महत्व रखते हैं, इसके बारे में वह बताते हैं। संघ के एक कार्यकर्ता के रूप में मोदी कहते हैं कि 'राम हमारे लिए केवल मर्यादा पुरुषोत्तम नहीं हैं। राम हमारे लिए केवल भगवान नहीं हैं। राम केवल वह नहीं हैं जिन्होंने रावण को हराया।'
'राम एक आस्था, एक भाव, एक मंत्र हैं'
इस ऑडियो में पीएम कहते हैं कि 'राम एक वीर योद्धा से बढ़कर हैं। राम केवल अपने पिता की आज्ञा का पालन करने वाले नहीं हैं। हमारे लिए राम एक आस्था, एक भाव हैं। राम एक मंत्र हैं। राम सबके दिल में निवास करते हैं। वह हर मंत्र में हैं।' प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पीएम मोदी के हाथों होगी। इस कार्यक्रम में करीब 7000 मेहमान शामिल हो रहे हैं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह ‘ऐतिहासिक क्षण’-पीएम
इससे पहले पीएम ने रविवार को कहा कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘ऐतिहासिक क्षण’भारतीय विरासत एवं संस्कृति को समृद्ध करेगा तथा देश की विकास यात्रा को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा। मोदी ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’समारोह से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भेजे गए दो पन्नों के पत्र का जवाब देते हुए यह बात कही।
पीएम ने राष्ट्रपति का जताया अभार
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मुर्मू का पत्र संलग्न करते हुए लिखा, ‘माननीय राष्ट्रपति जी, अयोध्या धाम में राम लला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर शुभकामनाओं के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। मुझे विश्वास है कि यह ऐतिहासिक क्षण भारतीय विरासत एवं संस्कृति को और समृद्ध करने के साथ ही हमारी विकास यात्रा को नए उत्कर्ष पर ले जाएगा।’
समुद्र का जल हाथों में लेकर प्रार्थना की
प्रधानमंत्री ने रविवार को अरिचल मुनाई के पास राम मंदिर में पूजा करके देश के दक्षिणी हिस्सों में रामायण से संबंध वाले मंदिरों की अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी की। वह रविवार को तमिलनाडु के अरिचल मुनाई पहुंचे और उन्होंने समुद्र तट पर पुष्प अर्पित किए। मोदी ने वहां ‘प्राणायाम’ भी किया। उन्होंने समुद्र का जल हाथों में लेकर प्रार्थना की और अर्घ्य दिया। प्रधानमंत्री ने वहां बने राष्ट्रीय प्रतीक स्तंभ पर भी पुष्पांजलि अर्पित की।
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