देशभर की अदालतों में कितने न्यायाधीशों की है कमी? कानून मंत्री ने एक-एक कर बताया आंकड़ा

Parliament Session: अधीनस्थ और जिला अदालतों में 5,000 से अधिक न्यायाधीशों की कमी है, जबकि 25 उच्च न्यायालयों में कुल 360 से अधिक रिक्तियां हैं। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में उच्चतम न्यायालय में भी दो रिक्तियां हैं, जबकि उच्च न्यायालयों में 364 न्यायाधीशों की कमी है।

कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (फोटो साभार: https://x.com/arjunrammeghwal)

मुख्य बातें
  • निचली न्यायपालिका में 5,245 न्यायाधीशों की कमी।
  • उच्च न्यायालयों में 364 न्यायाधीशों की कमी।
  • उच्चतम न्यायालय में भी हैं दो रिक्तियां।

Parliament Session: अधीनस्थ और जिला अदालतों में 5,000 से अधिक न्यायाधीशों की कमी है, जबकि 25 उच्च न्यायालयों में कुल 360 से अधिक रिक्तियां हैं। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि भारत के प्रधान न्यायाधीश सहित 34 न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या वाले उच्चतम न्यायालय में दो रिक्तियां हैं।

SC में कितनी रिक्तियां

कानून मंत्री ने गुरुवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी दी। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ के सीजेआई के पद से और न्यायमूर्ति हिमा कोहली के सेवानिवृत्त होने के बाद उच्चतम न्यायालय में दो रिक्तियां हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्यों और उच्च न्यायालयों के अलग अलग विचारों के चलते, अखिल भारतीय न्यायिक सेवा के सृजन की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है।

उन्होंने कहा कि 21 नवंबर की स्थिति के अनुसार, निचली न्यायपालिका में 5,245 न्यायिक अधिकारियों की कमी है, जबकि उच्च न्यायालयों में 364 न्यायाधीशों की कमी है। 25 उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 1,114 है।

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