Ludhiana Gas Leak: किराने की दुकान या फिर मैनहोल? किससे निकली जहर ने ले ली लुधियाना में 11 लोगों की जान
Ludhiana Gas Leak: लुधियाना जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम यह पता लगाएगी कि किस गैस का रिसाव हुआ और इसका स्रोत एवं कारण क्या था। उन्होंने कहा कि चूंकि, यह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है, इसलिए तत्काल प्राथमिकता लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना थी।
Ludhiana Gas Leak: लुधियाना गैस लीक कांड में 11 लोगों की मौत
एनडीआरएफ की टीम मौजूद
लुधियाना के गियासपुरा इलाके में रविवार सुबह जहरीली गैस की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर प्रवासी मजदूर थे। मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं। चार लोगों का इलाज भी एक अस्पताल में चल रहा है। पुलिस और एनडीआरएफ के जवान मौके पर हैं और घटना की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने पीटीआई को बताया कि रिसाव के स्रोत और गैस के प्रकार का अभी पता नहीं चल पाया है। अधिकारी यह भी आशंका जता रहे हैं कि संभवत: किराने की दुकान में रखे फ्रीजर से गैस लीक हुई होगी।
मृतकों की पहचान
पुलिस ने कहा कि वे अब तक 11 मृतकों में से 10 की पहचान करने में सफल रहे हैं, जो तीन परिवारों के थे। मृतकों में कविलाश नाम का व्यक्ति, उसकी पत्नी वर्षा और उनके तीन बच्चे कल्पना (16), अभय (13) और आर्यन (10) शामिल हैं। इस घटना में सौरव गोयल नाम के एक अन्य व्यक्ति की पत्नी प्रीति और मां कमलेश के साथ मौत हो गई। गोयल के भाई गौरव का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। रिसाव के कारण नवनीत कुमार और उनकी पत्नी नीतू की भी मौत हो गई, जबकि कुमार के भाई नितिन का इलाज चल रहा है.
प्रशासन ने क्या कहा
लुधियाना की उपायुक्त सुरभि मलिक ने बताया कि ऐसी आशंका है कि सीवर में कुछ रसायनों की मीथेन गैस से प्रतिक्रिया हुई होगी। उन्होंने बताया कि इलाके को खाली करा लिया गया है और गैस के फैलने पर रिसाव स्थल की घेराबंदी का दायरा बढ़ाया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि घटना में जान गंवाने वाले लोगों में श्वसन संबंधी समस्या का कोई लक्षण नहीं दिखा। उन्होंने कहा- "ऐसी आशंका है कि न्यूरोटॉक्सिन (विषाक्त पदार्थ के संपर्क में आने से तंत्रिका तंत्र की सामान्य गतिविधि में बदलाव) की वजह से मौत हुई है।"
अब असर कम
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम यह पता लगाएगी कि किस गैस का रिसाव हुआ और इसका स्रोत एवं कारण क्या था। उन्होंने कहा कि चूंकि, यह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है, इसलिए तत्काल प्राथमिकता लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना थी।
लुधियाना की उपायुक्त ने बताया कि एनडीआरएफ का एक दल विभिन्न तरह के रसायनों के नमूने एकत्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब रासायनिक प्रक्रिया के बारे में पता चल जाएगा तो जानकारियां साझा की जाएगी। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है और वहां राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एक दमकल वाहन और एक एम्बुलेंस को तैनात किया गया है। उपायुक्त ने बताया कि जिस गैस का रिसाव हुआ है, उसका असर काफी हद तक कम हो गया है।
'गटर से लीक हुई गैस'
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हो सकता है कि गैस गटर से लीक हुई हो, जो हाल ही में हुई बारिश से बंद हो गया था। उन्होंने स्थिति को दम घुटने वाला और भयावह बताया। उन्होंने देखा कि इलाके में गैस फैलते ही लोग बेहोश होकर गिर पड़े।
मुआवजे का ऐलान
इस बीच, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा कि हर संभव मदद की जा रही है और विस्तृत जानकारी का इंतजार है। उपायुक्त सुरभि मलिक ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने मारे गए लोगों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
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