Maha Kumbh 2025: मकर संक्रांति पर अखाड़ों ने किया पहला 'अमृत स्नान', संगम किनारे उमड़ा लोगों का सैलाब

Makar Sankranti 2025: महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान तब शुरू हुआ जब महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के साधुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। जानकारी के अनुसार, 13 अखाड़ों के साधु बारी-बारी से त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाएंगे। बता दें, महाकुंभ जो कि पूर्ण कुंभ है, 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा।

Maha Kumbh 2025

महाकुंभ 2025 में मंगलवार को अमृत स्नान का आयोजन किया गया

Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान तब शुरू हुआ जब महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के साधुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के साधु बारी-बारी से त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाएंगे। 13 अखाड़ों को तीन समूहों में बांटा गया है - संन्यासी (शैव), बैरागी (वैष्णव) और उदासीन। शैव अखाड़ों में श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी, श्री शंभू पंचायती अखाड़ा अटल अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, श्री शंभू पंचाग्नि अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा और तपोनिधि श्री आनंद अखाड़ा पंचायत शामिल हैं।

इस बीच, शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के नागा बाबा प्रमोद गिरी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि शंभु पंचायती अटल अखाड़ा और महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा एक साथ शाही स्नान के लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि शंभू पंचायती अटल अखाड़ा और महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा एक साथ शाही (अमृत) स्नान के लिए जा रहे हैं। यह परंपरा रही है कि नागा साधुओं को आगे रखा जाता है...। आनंद अखाड़े के कुमार स्वामी जी महाराज ने कहा कि इससे (महाकुंभ) बड़ा कुछ नहीं है। जो लोग यहां आ पाते हैं, वे बहुत भाग्यशाली हैं... जहां भी हम देखते हैं, लोग आपस में लड़ रहे हैं। यहां शांति है। यहां उपस्थित होने मात्र से ही शांति मिलती है। सब कुछ घटित होते देखना, आनंद और शांति लाता है... हमारे संत और शास्त्र हमेशा से दुनिया में शांति चाहते रहे हैं। मैं अपने महान संतों और हमारे धार्मिक ग्रंथों को नमन करता हूं, मैं इस दिन को हमें देने के लिए हमारी धरती और भगवान शिव को नमन करता हूं सभी को यहां आना चाहिए...।

अखाड़ा मार्ग पर पुलिस कर्मियों को किया गया तैनात- एसएसपी कुंभ मेला

महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने कहा कि यहां बहुत भीड़ है लेकिन यह आश्चर्यजनक है कि सब कुछ कैसे बहता है। हर किसी को पवित्र स्नान के लिए जगह मिल जाती है। मुझे लगता है कि यह केवल यहीं देखना संभव है। इसके अलावा मकर संक्रांति के पहले अमृत स्नान के दिन एसएसपी कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने कहा कि सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे हैं। स्नान क्षेत्र तक जाने वाले अखाड़ा मार्ग पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस, पीएसी, घुड़सवार पुलिस और अर्धसैनिक बल अखाड़ों के साथ हैं।

महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है, जो हर 12 साल में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ उन चार स्थानों में से एक है जो अखाड़ों के साथ-साथ चलते हैं। विश्व का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागम, जो हर 12 वर्ष में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ-2025, जो कि पूर्ण कुंभ है, 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। 14 जनवरी ( मकर संक्रांति - पहला शाही स्नान), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या - दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी ( बसंत पंचमी - तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा), और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) प्रमुख स्नान तिथियों में है।

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Shashank Shekhar Mishra author

शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। इन्हें पत्रकारिता में करीब 5 वर्षों का अनुभव ह...और देखें

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