Mahakal Corridor: महाकाल का आशीर्वाद मिलने पर मिट जाती हैं काल की रेखाएं, पढ़ें PM मोदी के भाषण की मुख्य बातें

Mahakal Corridor: पीएम मोदी ने कहा कि मैं मानता हूं, हमारे ज्योतिलिंगों का ये विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास है, भारत के ज्ञान और दर्शन का विकास है। भारत का ये सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व के मार्गदर्शन के लिए तैयार हो रहा है। जब तक हमारी आस्था के ये केंद्र जागृत हैं, भारत की चेतना जागृत है, भारत की आत्मा जागृत है।

मुख्य बातें
  1. भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है उज्जैन- पीएम मोदी
  2. महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं- पीएम मोदी
  3. शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांण्ड का सर्वोच्च दर्शन है- पीएम मोदी
Mahakal Corridor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने वहां लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उज्जैन हजारों वर्ष से भारत में समृद्धि और ज्ञान का प्रसार कर रहा है। साथ ही कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है; सोमनाथ, केदारनाथ और बदरीनाथ धामों में रिकॉर्ड विकास कार्य हो रहा है। पढ़ें पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें:-
संबंधित खबरें
  1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं है। शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं है। सब कुछ अलौकिक है, असाधारण है, अविस्मरणीय और अविश्वसनीय है। साथ ही कहा कि महाकाल की ये भव्यता समय की सीमाओं से परे आने वाली कई पीढ़ियों को अलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी। पीएम ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को ऊर्जा देगी।
  2. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आप सभी को, देश और दुनिया में महाकाल के सभी भक्तों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी तपस्या और आस्था से जब महाकाल प्रसन्न होते हैं तो उनके आशीर्वाद से ही ऐसे ही भव्य स्वरुप का निर्माण होता है और महाकाल का जब आशीर्वाद मिलता है तो काल की रेखाएं मिट जाती हैं।
  3. पीएम मोदी ने कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि का, ज्ञान और गरिमा का, सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया है। साथ ही कहा कि सफलता के शिखर तक पहुँचने के लिए ये जरूरी है कि राष्ट्र अपने सांस्कृतिक उत्कर्ष को छुए, अपनी पहचान के साथ गौरव से सर उठाकर खड़ा हो।
  4. पीएम मोदी ने कहा कि सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। आजादी के अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंच प्राण का आहृवान किया है। इसलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है। काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है।
  5. पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार चारधाम का प्रोजेक्ट के तहत चारों धाम ऑल वेदर रोड से जुड़ने जा रहे हैं। इतना ही नहीं करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुला है, हेमकुंड साहिब रोपवे से जुड़ने जा रहा है। साथ ही कहा कि स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना से देशभर में हमारी आध्यात्मिक चेतना से ऐसे कितने ही केंद्रों का गौरव पुन: स्थापित हो रहा है।
  6. पीएम मोदी ने कहा कि मैं मानता हूं, हमारे ज्योतिलिंगों का ये विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास है, भारत के ज्ञान और दर्शन का विकास है। भारत का ये सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व के मार्गदर्शन के लिए तैयार हो रहा है। जब तक हमारी आस्था के ये केंद्र जागृत हैं, भारत की चेतना जागृत है, भारत की आत्मा जागृत है।
  7. पीएम मोदी ने कहा कि जो शिव 'सोयं भूति विभूषण:' हैं। अर्थात, भस्म को धारण करने वाले हैं, वो 'सर्वाधिप: सर्वदा' भी है। अर्थात, वो अनश्वर और अविनाशी भी हैं। इसलिए, जहां महाकाल हैं, वहां कालखंडों की सीमाएं नहीं हैं। महाकाल की शरण में विष में भी स्पंदन है। महाकाल के सानिध्य में अवसान से भी पुनर्जीवन है। यही हमारी सभ्यता का वो आध्यात्मिक आत्मविश्वास है, जिसके सामर्थ्य से भारत हजारों वर्षों से अमर बना हुआ है।
  8. प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्जैन जैसे हमारे स्थान खगोलविज्ञान, एस्ट्रॉनॉमी से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं। आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ-साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीतित कर रहा है।
  9. पीएम मोदी ने कहा कि आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है। साथ ही कहा कि हमने गुलामी के कालखंड में जो कुछ खोया, आज भारत उसे अच्छी अवस्था में ला रहा है, अपने गौरव की, अपने वैभव की पुनर्स्थापना कर रहा है।
  10. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकाल के आशीर्वाद से भारत की भव्यता पूरे विश्व के विकास के लिए नई संभावनाओं को जन्म देगी। भारत की दिव्यता पूरे विश्व के लिए शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी।
संबंधित खबरें
End Of Feed