Shivaji Statue Collapsed: छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने वाली घटना पर महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने मांगी माफी

महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति गिरने की घटना के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी वहीं गुरुवार यानी 29 अगस्त को सीएम शिंदे ने भी शिवाजी की मूर्ति गिरने को लेकर माफी मांगी है।

महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति गिरने की घटना

मुख्य बातें
  • शिवाजी महाराज की मूर्ति के गिरने के कारणों की जांच के लिए एक तकनीकी समिति का गठन
  • एक पैनल दुर्घटना के पीछे के कारणों का पता लगाएगा
  • शिंदे बोले-छत्रपति शिवाजी महाराज हम सभी की पहचान हैं, हमारे देवता हैं कृपया इसका राजनीतिकरण न करें

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हम सभी की पहचान हैं, हमारे देवता हैं कृपया इसका राजनीतिकरण न करें मैं उनके चरणों में सिर रखकर एक बार नहीं सौ बार माफी मांगता हूं हम उन्हीं का अनुसरण कर राज्य का कामकाज चला रहे हैं इसलिए मैं उन्हें नमन करता हूं। इससे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना पर आलोचनाओं का सामना कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो वह योद्धा राजा के पैर छूने और घटना के लिए 100 बार माफी मांगने में संकोच नहीं करेंगे।
शिंदे ने कहा कि विपक्ष के पास राजनीति करने के लिए अन्य मुद्दे हैं लेकिन महाराष्ट्र में पूजनीय शिवाजी महाराज को इससे दूर रखा जाना चाहिए। सिंधुदुर्ग जिले में चार दिन पहले मूर्ति गिरने की घटना के बाद से ही राज्य सरकार ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक तकनीकी समिति गठित की है, जबकि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व में सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने इस घटना को लेकर पूरे महाराष्ट्र में मौन विरोध प्रदर्शन किया।
शिंदे ने जोर देकर कहा था, 'छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र के संरक्षक देवता हैं। मैं उनके पैर 100 बार छूने और (मूर्ति गिरने के लिए) माफी मांगने के लिए तैयार हूं। मैं माफी मांगने से पीछे नहीं हटूंगा। हमारी सरकार उनके (शिवाजी के) आदर्शों को ध्यान में रखते हुए काम करती है।'
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