कश्मीर के राजौरी में वीडीसी के घर पर आतंकी हमला नाकाम, सेना से मुठभेड़ जारी

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों के दौरान आतंकियों ने ताबड़तोड़ हमले किए हैं। खास तौर पर पाक प्रशिक्षित आतंकियों ने जम्मू को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। सेना के सख्त अभियान के बावजूद आतंकी लगातार हमलों को अंजाम दे रहे हैं।

Kashmir attack

राजौरी में आतंकी हमला

Rajouri Terror Attack: राजौरी के सुदूर गांव में सेना पिकेट पर आतंकी हमला हुआ जिसे सेना ने नाकाम कर दिया। यहां जवानों और आतंकियों के खिलाफ फायरिंग जारी चल रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सोमवार तड़के राजौरी के गुंधा इलाके में एक विलेज डिफेंस कमेटी सदस्य के घर पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की जिसके बाद सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। आधिकारिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि गोलीबारी की सूचना सुबह करीब 3.10 बजे मिली, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की और तलाशी अभियान में जुट गए। खबर है कि हमले में एक आतंकी मारा गया है।

वीडीसी सदस्य पुरुषोतम कुमार का अदम्य साहस

वीडीसी सदस्य पुरुषोतम कुमार ने 2023 में एक आतंकवादी को मार गिराया और सुरक्षा बलों को दूसरे आतंकी को खत्म करने में मदद की थी। इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया राजौरी जिले के निवासी पुरुषोतम कुमार पेशे से किसान और ग्राम रक्षा समिति के सदस्य हैं। वह एक साहसी व्यक्ति है और उसके अंदर राष्ट्र की सेवा करने की भावना भरी हुई है और उन पर अपने गांव की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदारी है। अगस्त 2023 में जब वह अपने परिवार के साथ जंगल में जलाऊ लकड़ी इकट्ठा कर रहे थे, तो दो संदिग्ध हथियारबंद आतंकियों को आराम करते हुए देखा। गांव के लिए आसन्न खतरे को महसूस करते हुए वह चुपचाप अपने परिवार के सदस्यों को सुरक्षित जगह ले गए और अपने हथियार ले आए, साथ ही ग्राम रक्षा समिति, पुलिस और सेना के अन्य सदस्यों को भी सतर्क कर दिया।

जब सेना करीब आ रही थी तो अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना उन्होंने दो आतंकवादियों का पीछा किया और अदम्य साहस के साथ आतंकवादियों के करीब पहुंच गए और उन्हें घेर लिया। सुरक्षा बलों के पहुंचने तक उन्होंने संपर्क बनाए रखा। उसके बहादुरी भरे कार्य के कारण एक विदेशी आतंकवादी को ढेर कर दिया गया। प्रखर देशभक्ति, साहस और वीरता प्रदर्शित करने के लिए पुरुषोतम कुमार को उनके प्रेरणादायक वीरतापूर्ण कार्य के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित करने का फैसला लिया गया।

आतंकियों के लगातार हमले

19 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था।इससे पहले जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के कास्तीगढ़ इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दो जवान घायल हो गए थे। यह मुठभेड़ डोडा मुठभेड़ में आतंकवादियों से लड़ते हुए एक अधिकारी सहित सेना के चार जवानों के शहीद होने के कुछ दिनों बाद हुई। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों के दौरान आतंकियों ने ताबड़तोड़ हमले किए हैं। खास तौर पर पाक प्रशिक्षित आतंकियों ने जम्मू को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। सेना के सख्त अभियान के बावजूद आतंकी लगातार हमलों को अंजाम दे रहे हैं।

आतंकियों ने बदली रणनीति

हालिया दिनों में आतंकियों ने अपनी रणनीति बदलते हुए जम्मू को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। आतंकी न सिर्फ आम लोगों बल्कि जवानों को भी निशाना बना रहे हैं। आतंकियों ने सबसे पहले जून में रियासी में एक बस पर गोलियां बरसाकर करीब 12 लोगों की जान ले ली थी। इसके बाद हमलों का सिलसिला और तेज हो गया। पहले आतंकियों ने कठुआ में सेना के वाहन को हमला कर 4 जवानों की जान ली, फिर सबसे हालिया हमले में डोडा में एक मुठभेड़ में कैप्टन समेत 5 जवान शहीद हो गए।

जम्मू में कई आतंकी हमले

जम्मू-कश्मीर में पिछले एक महीने के अंदर आतंकी घटनाओं में खासी बढ़ोतरी हुई है और आतंकियों ने जम्मू को खास तौर पर निशाना बनाया है। आतंकियों ने अपनी रणनीति बनाते हुए शांत जम्मू को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। सबसे पहले 9 जून को आतंकियों ने जम्मू के रियासी में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर गोलीबारी की जिसमें 9 लोग मारे गए थ। फिर, आतंकियों ने कठुआ में 8 जुलाई को सेना की गाड़ी को निशाना बनाया, जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। पिछले एक महीने के भीतर आतंकी 7 बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं, जिनमें 12 जवान शहीद हुए हैं और 9 आम नागरिकों की मौत हुई है।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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