मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के दौरान अंधेरे में बैठी रहीं ममता बनर्जी...सागरिका घोष बोलीं-मोदी को बदला जाना चाहिए

सागरिका ने एक्स पर लिखा, मोदी वाराणसी में लगभग हार गए, अयोध्या में हार गए, खुद पर केंद्रित चुनाव अभियान के बावजूद वह बहुमत हासिल नहीं कर सके। मोदी को बदला जाना चाहिए।

Mamata vs Modi

ममता ने किया शपथ ग्रहण का बहिष्कार

Mamata Banerjee vs Narendra Modi: भारतीय तृणमूल कांग्रेस (तृणमूल) सांसद सागरिका घोष ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक नया नेता चुनना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह किसी और को प्रधानमंत्री के तौर पर चुनना चाहिए क्योंकि वह लोकसभा चुनाव में पूरा चुनाव प्रचार उन पर केंद्रित होने के बावजूद बहुमत हासिल नहीं कर सके। राज्यसभा सदस्य घोष ने कहा कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार शाम को मोदी और केंद्रीय मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अपने घर की सभी लाइटें बंद कर दीं और अंधेरे में बैठी रहीं।

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अंधेरे में बैठी रहीं ममता

तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को हुए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया। सागरिका घोष ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का जश्न मना रहे सभी लोगों को भारत की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संदेश। उन्होंने सभी लाइट बंद कर दीं और पूरे तथाकथित समारोह के दौरान अंधेरे में बैठी रहीं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने जनादेश खो दिया है और लोगों ने उन्हें नकार दिया है।

सागरिका बोलीं, मोदी को बदला जाना चाहिए

उन्होंने आगे लिखा, वह वाराणसी में लगभग हार गए, अयोध्या में हार गए, खुद पर केंद्रित चुनाव अभियान के बावजूद वह बहुमत हासिल नहीं कर सके। मोदी को बदला जाना चाहिए। भाजपा को एक नया नेता चुनना चाहिए। बता दें कि नरेंद्र मोदी ने रविवार को रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। मोदी ने ऐसे मंत्रिपरिषद की कमान संभाली जिसमें निरंतरता और अनुभव पर जोर दिया गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में सहयोगियों को भी अहम जिम्मेदारी दी गई।

मोदी सरकार में 72 मंत्री

नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए रविवार को शपथ लेने वाली मंत्रिपरिषद के 72 मंत्रियों में 33 नए चेहरे शामिल हुए हैं। इनमें से कम से कम छह मंत्री मशहूर राजनीतिक परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में पहली बार शामिल होने वालों में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों- शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा) और एचडी कुमारस्वामी (कर्नाटक) का भी नाम है। मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बनने वाले सात लोग सहयोगी दलों से हैं, जिनमें टीडीपी से के. राममोहन नायडू और पी. चंद्रशेखर, जद (यू) के ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर, आरएलडी के जयंत चौधरी, लोजपा के चिराग पासवान और जद (एस) के एच.डी. कुमारस्वामी शामिल हैं। राष्ट्रीय लोक दल (के 45 वर्षीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी, भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के पुत्र हैं। (भाषा इनपुट)

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अमित कुमार मंडल author

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