Manik Saha: सियासत में आने से पहले डेंटल सर्जन थे माणिक साहा, 2016 में 'हाथ' छोड़ थामा 'कमल'

सीएम पद की दौड़ में उनके मुकाबले हवाई चप्पल मिनिस्टर के नाम से मशहूर केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक थीं, लेकिन विधायकों ने साहा के नाम पर मुहर लगाई।

माणिक साहा 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे

Who is Manik Saha: माणिक साहा ने मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार त्रिपुरा की बागडोर संभाल ली। 70 साल के साफ-सुथरी छवि वाले माणिक साहा 2016 में भाजपा में शामिल हुए। इससे पहले वह पेशे से डेंटल सर्जन रहे। बाद में राजनीति के अखाड़े में उतर आए और अब दूसरी बार प्रदेश के मुख्‍यमंत्री पद की कमान संभाली है। 6 मार्च को त्रिपुरा में भाजपा के विधायक दल की बैठक में माणिक साहा को दोबारा मुख्यमंत्री बनाए जाने का फैसला लिया गया था। उनके मुकाबले हवाई चप्पल मिनिस्टर के नाम से मशहूर केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक थीं, लेकिन विधायकों ने साहा के नाम पर मुहर लगाई।

डेंटिस्ट से बने राजनेता

70 वर्षीय डॉ. माणिक साहा डेंटिस्ट से राजनेता बने हैं। वह 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने लखनऊ में किंग जॉर्ज के मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है। 2022 में बीजेपी द्वारा बिप्लब देब को सीएम पद से हटाने के बाद वह 2022 में मुख्यमंत्री बने। माणिक साहा एक पूर्व खिलाड़ी भी हैं और त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख रहे हैं। माणिक साहा ने 2020 से 2022 के बीच त्रिपुरा में बीजेपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी पूरी की है। मुख्यमंत्री बनने से पहले वे राज्यसभा के लिए चुने गए थे। एक मृदुभाषी सज्जन राजनेता के रूप में पहचाने जाने वाले साहा की छवि ने त्रिपुरा में भाजपा को सत्ता विरोधी लहर से बचाने में मदद की है। उन्होंने भाजपा को दूसरी बार जिताने में अहम भूमिका निभाई है।

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में हुए शामिल

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