Manipur Violence: मणिपुर में एक तरफ लोगों की जान बचा रहा ड्रोन, तो दूसरी तरफ जान ले भी रहा है ड्रोन; जानिए कैसे

Manipur Violence: हिंसा प्रभावित मणिपुर राज्य में प्रौद्योगिकी वरदान और अभिशाप दोनों साबित हो रही है। एक ओर सेना और असम राइफल्स राहत एवं बचाव कार्य के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर जातीय समूह एक-दूसरे को निशाना बनाने के लिए क्वाडकॉप्टर (ड्रोन) का इस्तेमाल कर रहे हैं।

मणिपुर में जारी है हिंसा

Manipur Violence: मणिपुर में एक तरफ ड्रोन के सहारे जहां सुरक्षा बल लोगों की जान बचाने में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ यही ड्रोन लोगों की जान भी ले रहा है। मणिपुर में पिछले कई दिनों से जातीय हिंसा जारी है, जिसमें दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। अभी तक हिंसा पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।

प्रौद्योगिकी वरदान और अभिशाप दोनों

हिंसा प्रभावित मणिपुर राज्य में प्रौद्योगिकी वरदान और अभिशाप दोनों साबित हो रही है। एक ओर सेना और असम राइफल्स राहत एवं बचाव कार्य के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर जातीय समूह एक-दूसरे को निशाना बनाने के लिए क्वाडकॉप्टर (ड्रोन) का इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों के संज्ञान में आया है कि परस्पर विरोधी गुट क्वॉडकॉप्टर का इस्तेमाल एक-दूसरे की स्थिति का पता लगाने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेइती समुदाय के लोग अधिकतर इस क्वॉडकॉप्टर का इस्तेमाल इंफाल घाटी में कर रहे हैं जबकि कुकी समुदाय के लोग इनका इस्तेमाल पहाड़ी इलाकों में कर रहे हैं।
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