Meerut Metro Photo: मेरठ मेट्रो की पहली फोटो आई सामने, खूबसूरती में Delhi Metro भी फेल! गुजरात में सौंपा गया ट्रेनसेट
Meerut Metro Photo: मेरठ मेट्रो के बुनियादी ढांचे के विकास का 23 किमी लंबा उत्तर-दक्षिण गलियारा चालू वित्त वर्ष के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। मेरठ मेट्रो में 13 स्टेशन होंगे।
मेरठ मेट्रो की पहली फोटो आई सामने
Meerut Metro Photo: मेरठ मेट्रो की पहली फोटो सामने आ गई है। खूबसूरती के मामले में मेरठ मेट्रो का ट्रेनसेट, दिल्ली मेट्रो को फेल करते दिख रहा है। शुक्रवार को गुजरात में मेरठ मेट्रो के पहले ट्रेनसेट को एनसीआरटीसी को सौंपा गया है। जिसे जल्द ही मेरठ लाया जाएगा।
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मेरठ मेट्रो में 13 स्टेशन
शुक्रवार को गुजरात के सावली में मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट का अनावरण किया गया और इसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) को सौंप दिया गया। मेरठ मेट्रो के बुनियादी ढांचे के विकास का 23 किमी लंबा उत्तर-दक्षिण गलियारा चालू वित्त वर्ष के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। मेरठ मेट्रो में 13 स्टेशन होंगे जो मेरठ साउथ को मोदीपुरम से जोड़ेगा।
एल्सटॉम को मिला है कॉन्ट्रैक्ट
ट्रेनसेट निर्माण के लिए एल्सटॉम (तत्कालीन बॉम्बार्डियर) को अनुबंध दिया गया था, जिसके तहत वे मेरठ मेट्रो के लिए 10 तीन कोच वाले ट्रेनसेट की डिलिवरी करेंगे और 15 साल की अवधि के लिए इन रोलिंग स्टॉक का रखरखाव भी एल्सटॉम करेगी। ये ट्रेनसेट अपने आकर्षक और आधुनिक डिज़ाइन के साथ ही ऊर्जा की बचत करने में सक्षम होंगे।
मेरठ मेट्रो की पहली तस्वीर
तस्वीर साभार : Twitter
मेरठ मेट्रो की स्पीड
इन मेट्रो ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा है। मेरठ मेट्रो के डिज़ाइन में एक बेहद आकर्षक आधुनिक सौंदर्यबोध शामिल किया गया है। इसमें यात्रियों को अधिकतम आराम, सुरक्षा और संरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। ट्रेनें वातानुकूलित हैं, जिनमें आरामदायक बैठने की व्यवस्था, सामान रखने की रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग सुविधा और नए जमाने के यात्रियों के लिए आवश्यक अन्य कई सुविधाएं शामिल हैं।
क्या बोले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी
आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस मौके पर कहा कि 2014 में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार महज 248 किमी तक था, जिसे हमने आज 905 किमी तक बढ़ा दिया है। आरआरटीएस और एमआरटीएस इस परिवर्तन के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं। इस ओर अब तक हुई अभूतपूर्व प्रगति ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की ओर बढ़ा दिया है। आज जब हम दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के मेरठ सेक्शन के लिए स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित एमआरटीएस ट्रेनसेट (मेरठ मेट्रो) लॉन्च कर रहे हैं, तो हम एक बार फिर विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण की अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।
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