Military School Mathura:वृंदावन में रक्षा मंत्री और सीएम योगी ने देश को समर्पित किया देश का पहला 'कन्या सैनिक स्कूल'

First Girls Military School in Vrindavan: रक्षा मंत्री और सीएम योगी वृंदावन पहुंचे और वहां पर देश को पहला बालिका सैनिक स्कूल समर्पित किया जो वात्सल्य ग्राम में बना है।

First Girls Military School in Vrindavan Mathura

वृंदावन में खुला देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल

First Girls Military School in Vrindavan Mathura:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को मथुरा के वृंदावन में बालिकाओं के लिए पहले पूर्ण सैनिक विद्यालय संविद गुरुकुलम सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया, रक्षा मंत्री ने कहा कि साल के पहले दिन साधु संतों का आशीर्वाद मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। राम मंदिर आंदोलन में दीदी मां साध्वी रितंभरा का अहम योगदान था। समाज को ही दीदी ने परिवार मान लिया है। हमारे देश के ऋषियों ने पूरी धरा पर रहने वाले समाज को परिवार माना है। जिस क्षेत्र में कान्हा रहते हैं वहां तो दिव्यता रहेगी ही रहेगी। कृष्ण वह हैं जो आपको आकर्षित करते हैं, कृष्ण के नाम में ही सुख है। इसलिए कृष्ण की इस नगरी में मेरा मन प्रसन्न है।

Banke Bihari Temple:वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर को लेकर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला चारों ओर बनेगा कॉरिडोर

उन्होंने कहा कि वृंदावन में विदेशी भगवान के दर्शन करते हैं और रम जाते हैं, अधिकांश यहां बस जाते हैं। यहां शांति की अनुभूति होती है। उन्हें भगवान कृष्ण और राधा रानी की भक्ति करके वृंदावन में शांति मिलती है। यहां रिक्शा वाला भी राधे- राधे बोलता है। राधे-राधे बोलने वाले लोग मिलेंगे तो वह वृंदावन में ही मिलेंगे।

'यहां सैन्य स्कूल राधा- कृष्ण के आदेश से खुला है'

यहां चाय पीना हो, पान खाना हो, कचौड़ी खानी हो सब जगह राधे- राधे बोलते यहां के निवासी मिलेंगे। राधे-राधे उनके जीवन में बसा है। यह यहीं संभव है। यहां सैन्य स्कूल मैंने नहीं, राधा- कृष्ण के आदेश से खुला है। दीदी मां से अनुरोध है कि जो स्वामी परमानंद आदेश दिया है, उसको पूरा करें।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

रवि वैश्य author

मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनिया' या कहें 'खबरों के संसार' में काम करते हुए करीब...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited