AGNI-1 से लेकर AGNI-5 तक, इनसे थर्राता है दुश्मन, जानिए इस विध्वंसक मिसाइल का अब तक का सफर
अग्नि-5 मिसाइल के साथ भारत की स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइलों ने एक लंबा सफर तय किया है। यहां आपको बता रहे हैं कि अग्नि सीरीज की मिसाइलें कैसे-कैसे विकसित हुई हैं।
AGNI मिसाइल
Agni Mission Divyastra: भारत ने कई हथियार तैनात करने की तकनीक से लैस स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण कर दुनिया को हैरत में डाला है। पीएम मोदी ने खुद 'मिशन दिव्यास्त्र' की सफलता की घोषणा की थी। अग्नि मिसाइलों को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने डिजाइन और विकसित किया है। अग्नि सीरीज की मिसाइलें पड़ोसी देशों की ओर से पैदा खतरों के मद्देनजर बनाई गई है। इसकी मारक क्षमता समय के साथ बढ़ती गई है। इसकी सटीकता से दुश्मन भी घबराता है। अग्नि-5 के साथ भारत की स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइलों ने एक लंबा सफर तय किया है। यहां आपको बता रहे हैं कि अग्नि सीरीज की मिसाइलें कैसे-कैसे विकसित हुई हैं।
अग्नि-1
अग्नि-1 डीआरडीओ द्वारा 1983 में लॉन्च की गई पांच मिसाइल अग्नि सीरीज की पहली मिसाइल है। यह परमाणु-क्षमता से लैसे मिसाइल है और 1,000 किलोग्राम तक का पेलोड ले जा सकती है। इसकी रेंज 700 किलोमीटर है।
अग्नि-2
1999 में पहली बार इसका परीक्षण किया गया। अग्नि -2 एक मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है जो 1,000 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकती है। सतह से सतह पर मार करने वाली यह मिसाइल 20 मीटर लंबी है और इसकी मारक क्षमता 2,000 से 2,500 किलोमीटर है। दो चरणों वाली यह मिसाइल एडवांस उच्च सटीकता नेविगेशन प्रणाली से भी सुसज्जित है।
अग्नि-3
अग्नि-2 का एडवांस वर्जन अग्नि-3 भी एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है और 3,500 किलोमीटर तक मार कर सकती है। दो चरणों वाली मिसाइल 1,500 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकती है। अग्नि-3 मिसाइल की सर्कुलर एरर प्रोबेबल (CEP) करीब 40 मीटर है। इस मिसाइल को 2011 में सशस्त्र बलों में शामिल किया गया था।
अग्नि-4
अग्नि-4 के साथ मिसाइल की रेंज और भी बढ़ गई और 4,000 किलोमीटर तक पहुंच गई। 20 मीटर लंबी मिसाइल 1,000 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकती है और इसे रोड-मोबाइल लॉन्चर से दागा जा सकता है। 2012 में अपने परीक्षण प्रक्षेपण के दौरान अग्नि-4 ने 20 मिनट में 3,000 किमी से अधिक की दूरी तय की थी। यह उस समय डीआरडीओ द्वारा उड़ाया गया यह सबसे लंबी दूरी का मिशन था। अग्नि-4 मिसाइल को पहले अग्नि-2 प्राइम कहा जाता था।
अग्नि-5
अग्नि-5 एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है जो बहुत उच्च सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर लक्ष्य पर हमला कर सकती है। तीन चरणों वाली यह मिसाइल 17 मीटर लंबी है और 1.5 टन परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। यह चीन के सबसे उत्तरी भाग सहित लगभग पूरे एशिया, साथ ही यूरोप के कुछ क्षेत्रों को अपनी मारक रेंज में ला सकतीहै।
अब MIRV तकनीक के जुड़ने से इसकी सटीकता और टारगेट पर हमला करने की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। एक ही मिसाइल कई हथियार ले जाने में सक्षम होगी।
अग्नि-6
चर्चा तो यह भी है कि डीआरडीओ अग्नि-6 विकसित करने के शुरुआती चरण में है। इस मिसाइल की क्षमता 3 टन के परमाणु पेलोड ले जाने की होगी। इसकी मारक क्षमता 9,000 से 12,000 किलोमीटर के बीच की उम्मीद है।
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