Modi 3.0 Cabinet: अमित शाह, जयशंकर, शिवराज सहित कई मंत्रियों ने संभाला कामकाज, मोदी 3.0 में होंगा ये एजेंडा
गृह मंत्रालय में प्रभार संभालने से पहले शाह ने चाणक्यपुरी में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का दौरा किया और देश की सेवा करते हुए जान न्योछावर करने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। शाह सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभालते रहेंगे।
मोदी कैबिनेट के मंत्रियों ने संभाला कामकाज
Modi 3.0 Cabinet: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह, शिवराज चौहान, एस जयशंकर, हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, चिराग पासवान सहित कई मंत्रियों ने मंगलवार को अपने-अपने मंत्रालय का कामकाज संभाला। अमित शाह ने केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में लगातार दूसरी बार कामकाज संभाल लिया। वह 2019 से यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। मंत्रालय में प्रभार संभालने से पहले शाह ने चाणक्यपुरी में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का दौरा किया और देश की सेवा करते हुए जान न्योछावर करने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। शाह लोकसभा चुनाव में गांधीनगर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। शाह सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभालते रहेंगे।
अमित शाह- गृह मंत्री
गृह मंत्री के रूप में नए कार्यकाल में, शाह की तत्काल प्राथमिकता तीन नए अधिनियमित आपराधिक कानूनों - भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को लागू कराना होगी। एक जुलाई से लागू होने वाले ये कानून भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेंगे। देश की आपराधिक न्याय प्रणाली के परिदृश्य को नया आकार देने के उद्देश्य से, शाह ने पिछले साल ये तीन कानून पेश किए थे, जिनका उद्देश्य पुराने औपनिवेशिक काल के कानूनों को बदलना और उन्हें आधुनिक बनाना है।
एस जयशंकर - विदेश मंत्री
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि भारत, चीन के साथ सीमा पर शेष मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय से जारी सीमा विवाद के कारण दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में काफी तनाव आया है। विदेश मंत्री के रूप में कामकाज संभालने के कुछ ही समय बाद जयशंकर ने पाकिस्तान से होने वाले सीमापार आतंकवाद का जिक्र किया और कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए प्रयास किए जाएंगे। राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमण सहित भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं को पिछली सरकार में संभाले गए मंत्रालयों की जिम्मेदारी पुन: सौंपी गई है और उनमें जयशंकर (69) भी हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि ‘भारत प्रथम’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ भारतीय विदेश नीति के दो दिशानिर्देशक सिद्धांत होंगे। चीन के साथ संबंधों पर जयशंकर ने कहा कि उस देश की सीमा पर कुछ मुद्दे बने हुए हैं और उन्हें सुलझाने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि चीन को लेकर हमारा ध्यान इस बात पर होगा कि बाकी मुद्दों को कैसे सुलझाया जाए।
शिवराज चौहान- कृषि मंत्री
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। प्रधानमंत्री मोदी के नए मंत्रिमंडल में उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय भी सौंपा गया है। शिवराज (65) को मामाऔर ‘पांव-पांव वाले भैया’ कहकर भी संबोधित किया जाता है। उन्होंने रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। यह उनके तीन दशक से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। शासन में उनके व्यापक अनुभव और ग्रामीण आबादी के साथ गहरे जुड़ाव के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में चौहान की नियुक्ति से कृषि क्षेत्र और कृषक समुदाय के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में सरकार के प्रयासों को नई गति मिलने की उम्मीद है। चौहान ने मध्य प्रदेश में किसानों, ग्रामीणों, महिलाओं तथा बच्चों से जुड़ी सामाजिक-आर्थिक चिंताओं पर गौर किया और अपने दम पर 'धरती पुत्र' की छवि बनाई। भाजपा नेतृत्व ने पिछले साल उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाने का फैसला किया था।
जेपी नड्डा - स्वास्थ्य मंत्री
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाल लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद सोमवार को नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ-साथ रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भी आवंटित किया गया। पिछली मोदी सरकार में दोनों मंत्रालयों का कार्यभार मनसुख मांडविया के पास था। नड्डा ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय संभाला था, उसके बाद 2019 में उन्हें भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष का पद सौंपा गया और जनवरी 2020 में अमित शाह के केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद भाजपा अध्यक्ष को पूर्ण रूप से पार्टी अध्यक्ष बना दिया गया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया - संचार मंत्रालय
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार मंत्रालय का कार्यभार मंगलवार को संभाल लिया और कहा कि दूरसंचार क्षेत्र और भारतीय डाक विभाग दोनों को वैश्विक व स्थानीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। सिंधिया ने लगभग डेढ़ दशक पहले संचार राज्य मंत्री के रूप में सेवाएं दी थीं। सिंधिया ने कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से कहा, यह वास्तव में मेरे लिए सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे संचार मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है। दूरसंचार प्रभाग के साथ-साथ भारतीय डाक प्रभाग को वैश्विक स्तर के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, ताकि देश और दुनिया भर में लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई जा सके। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में क्रांति आई है और उन्होंने प्रधानमंत्री तथा देश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप सर्वोत्तम कार्य करने का संकल्प लिया। सिंधिया ने कहा, यह मेरे लिए एक तरह से एक चक्र पूरा करने जैसा है। मैंने कई साल पहले 2007, 2008 और 2009 में इस विभाग में कनिष्ठ मंत्री के तौर पर काम किया। इसलिए मेरे लिए यह एक ऐसा विभाग है जिसके साथ मेरा भावनात्मक जुड़ाव रहा है।
भूपेंद्र यादव - पर्यावरण मंत्री
मोदी सरकार विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाना जारी रखेगी। यह बात भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री का पदभार संभालने के बाद कही। पर्यावरण मंत्री के रूप में यादव की भूमिका महत्वपूर्ण होगी क्योंकि भारत ने 2028 में अंतरराष्ट्रीय जलवायु वार्ता (सीओपी33) की मेजबानी करने का प्रस्ताव रखा है। अगर इसे स्वीकार कर लिया जाता है तो यह पिछले साल जी20 शिखर सम्मेलन के बाद भारत में होने वाला अगला बड़ा वैश्विक सम्मेलन होगा। मोदी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को सूचीबद्ध करते हुए उन्होंने कहा, भारत ने अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी)-पेरिस समझौते के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय जलवायु योजना के तहत तय किए गए मात्रात्मक और गुणात्मक लक्ष्यों को निर्धारित समय से नौ साल पहले पूरा कर लिया है। यादव ने संवाददाताओं से कहा, उत्सर्जन में कमी और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में हमारी उपलब्धियां पिछले एक दशक में मोदी सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं।
चिराग पासवान - खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री
बिहार से सांसद एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने मंगलवार को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री का पदभार संभाल लिया। पासवान (42) ने अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के असली राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की विशाल संभावनाओं को उजागर करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। चिराग पासवान ने कहा, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और मंत्रालय के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद 100 दिवसीय योजना तैयार हो जाएगी। उन्होंने किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने में इस क्षेत्र के महत्व को रेखांकित किया। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारत के पिछड़े प्रदर्शन को स्वीकार करते हुए पासवान ने इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए ठोस प्रयास करने का संकल्प लिया।
मनोहर लाल खट्टर - ऊर्जा मंत्री
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रचारक एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का कार्यभार संभाल लिया। खट्टर ने आर. के. सिंह का स्थान लिया है। सिंह बिहार के आरा से लोकसभा चुनाव हार गए हैं। खट्टर ने सुबह मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद बिजली क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुखों और मंत्रालय के अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की ताकि क्षेत्र की गतिशीलता को समझा जा सके। हालांकि, उन्होंने बिजली क्षेत्र में प्रमुख चुनौतियों और कम से कम अगले 100 दिन के लिए अपनी कार्ययोजना के बारे में पत्रकारों से कोई बात नहीं की। ऊर्जा मंत्री के रूप में खट्टर को देश भर में उच्च बिजली मांग और कोयला आपूर्ति की समस्याओं सहित विभिन्न मुद्दों से निपटना होगा। इस साल मई में बिजली की मांग 250 गीगावाट के उच्चतम स्तर को छू चुकी है। इससे पहले मंत्रालय ने अनुमान लगाया था कि इस गर्मी में बिजली की अधिकतम मांग 260 गीगावाट तक पहुंच सकती है।
मनसुख मांडविया - श्रम मंत्रालयमनसुख मांडविया ने मंगलवार को श्रम मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार संभालने के बाद मंडाविया ने मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने भूपेंद्र यादव का स्थान लिया है। हालांकि, उन्होंने मंत्रालय में चुनौतियों या अपनी कार्ययोजना के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। मांडविया को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वह 2021 में कोविड-19 वैश्विक महामारी के चरम पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे। मांडविया के सामने बड़ी चुनौती श्रम सुधारों को लागू करना है, जिसके तहत 44 श्रम कानूनों को वेतन, सामाजिक सुरक्षा, औद्योगिक संबंध तथा व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य स्थितियों पर चार संहिताओं में समेकित करना है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव ...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited