Monsoon Updates: प्रचंड गर्मी के बीच IMD बड़ा अपडेट, जानें किन राज्यों में होगी बारिश; फिर से रफ्तार पकड़ रहा मानसून

Monsoon Updates: अगले चार-पांच दिनों में मानसून फिर अपनी रफ्तार पकड़ सकता है। वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून अब दक्षिण राज्यों से होते हुए उत्तर भारत की ओर तेजी से आ रहा है। मानसून की अरब सागर की शाखा मजबूती से गुजरात और मध्य प्रदेश में दस्तक दे चुकी है।

प्रचंड गर्मी के बीच IMD बड़ा अपडेट

Monsoon Updates: देश के कई राज्यों में लोग भीषण गर्मी से परेशान है। इस बीच देश के कई राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है। लेकिन उत्तर और पश्चिम इलाकों के कई राज्यों में लोग अभी भी मानसून का इंतजार कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पश्चिम से आने वाली हवाओं ने मौसम को प्रभावित कर रखा है। उत्तर भारत के कई राज्यों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है जिसने मानसून के रास्ते को भी रोक रखा है। बंगाल की खाड़ी में उठे रेमल चक्रवात से मानसून को जो गति मिली थी, वह अब लगभग थम गई है।

IMD

IMD ने अनुसार, 10 जून के बाद मानसून आगे नहीं बढ़ा है लेकिन इस बीच अच्छी बात यह है कि अब अनुकूल स्थितियां बनने लगी हैं। चार-पांच दिनों में मानसून फिर अपनी गति पकड़ सकता है। वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून अब दक्षिण राज्यों से होते हुए उत्तर भारत की ओर तेजी से आ रहा है। मानसून की अरब सागर की शाखा मजबूती से गुजरात और मध्य प्रदेश में दस्तक दे चुकी है। कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है, वहीं मानसून की वजह से अगले कुछ दिनों में कई राज्यों के लोगों को गर्मी से राहत मिलने वाली है। आईएमडी के अनुसार, अगले चार दिनों में मानसून ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है। आईएमडी के मुताबिक, 10 से 15 जून तक मानसून बंगाल, पूर्व बिहार और पूर्वी झारखंड तक पहुंचने की उम्मीद है।

25 जून तक उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगा मानसून

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वहीं, 15 से लेकर 20 जून तक पूरे बिहार-झारखंड में मानसून का आगमन हो सकता है। इसके अलावा 20 से लेकर 25 जून के बीच उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में मानसून प्रवेश करेगा। 25 से 30 जून के बीच मानसून दिल्ली में दस्तक दे सकता है। वहीं अरब सागर से उठने वाले मानसून के कारण गुजरात एवं राजस्थान के कुछ इलाकों समेत दक्षिणी राज्यों में अच्छी मानसूनी बारिश हो रही है। IMD के अनुसार देश में अभी तक नौ प्रतिशत कम बारिश हुई है, जबकि शुरू में कहा गया था कि पूरे वर्ष औसत से 6 प्रतिशत ज्यादा वर्षा होगी। बता दें, भारत में जून से सितंबर के बीच मानसून सक्रिय रहता हैं।

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