PFI जैसे देश में 50 से ज्यादा संगठन प्रतिबंधित, ऐसे कसती है नकेल

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार देर रात जारी एक अधिसूचना के अनुसार, पीएफआई के कुछ संस्थापक सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के नेता हैं । और पीएफआई के तार जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) से भी जुड़े हैं। जेएमबी और सिमी दोनों ही प्रतिबंधित संगठन हैं। पीएफआई के इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) जैसे आतंकवादी संगठनों के साथ संबंधों के भी कई मामले सामने आए हैं।

मुख्य बातें
  • बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान कमांडो फोर्स, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन पहले से प्रतिबंधित हैं।
  • सेक्शन-3 के तहत 13 संगठन प्रतिबंधित हैं। जिसमें सिमी, उल्फा (ULFA), LTTE जैसे आतंकी संगठन शामिल हैं।
  • पीएफआई पर प्रतिबंध के बाद, उसे विदेश और भारत से मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगेगी।
PFI Ban In India: भारत सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार के अनुसार PFI आतंकी गतिविधियों में शामिल है और उसके ISIS जैसे आतंकपादी संगठनों से संबंध है। इसे देखते हुए उस पर प्रतिबंध (PFI Ban) लगाया गया है। सरकार ने पीएफआई के अलावा उससे संबंधित रिहैब इंडिया फाउंडेशन,कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन, नेशनल विमेंस फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पॉवर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन (केरल) पर भी प्रतिबंध लगाया है। इन सभी संगठनों पर 5 साल का प्रतिबंध लगाया गया है।
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पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के बाद सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। एसडीपीआई के अध्यक्ष एम.के फैजी ने कहा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का यह फैसला सीधे तौर पर लोकतंत्र और भारतीय संविधान में निहित लोगों के अधिकार पर हमला है। हालांकि पीएफआई को पहला संगठन नहीं है कि जिसे आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए प्रतिबंधित किया गया है। सरकार के तरफ से ऐसे 55 संगठनों को पहले ही प्रतिबंधित किया जा चुका है।
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गृह मंत्रालय ने क्या कहा
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार देर रात जारी एक अधिसूचना के अनुसार, पीएफआई के कुछ संस्थापक सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के नेता हैं । और पीएफआई के तार जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) से भी जुड़े हैं। जेएमबी और सिमी दोनों ही प्रतिबंधित संगठन हैं।अधिसूचना में कहा गया है कि पीएफआई के इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) जैसे आतंकवादी संगठनों के साथ संबंधों के भी कई मामले सामने आए हैं। इसके अलावा यह भी दावा किया गया कि पीएफआई और उसके सहयोगी या मोर्चे देश में असुरक्षा होने की भावना फैलाकर एक समुदाय में कट्टरता को बढ़ाने के वास्ते गुप्त रूप से काम कर रहे हैं, जिसकी पुष्टि इस तथ्य से होती है कि पीएफआई के कुछ कार्यकर्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं।
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