Mulayam Singh Yadav Death News Updates: पंचतत्व में विलीन हुए मुलायम सिंह यादव
Mulayam Singh Yadav Death News Updates: पंचतत्व में विलीन हुए मुलायम सिंह यादव
Mulayam Singh Yadav Death News Updates: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बड़े बेटे अखिलेश यादव ने उनको मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार सैफई में किया गया। इस दौरान लोगों ने नेताजी अमर रहे के नारे भी लगाए। अलग अलग दलों के दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन के लिए सैफई स्थित उनके पैतृक गांव में बड़ी संख्या में पहुंचे। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 82 साल की उम्र में निधन हो गया था।
पंचतत्व में विलीन हुए मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में मौजूद रहे कई नेता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुलायम सिंह यादव को दी श्रद्धांजलि
मुलायम सिंह के जाने से आज देश दुखी- ओम बिरला
सैफई पहुंचे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मुलायम सिंह यादव समाज में एक लंबे समय तक सामाजिक और राजनीतिक जीवन में जनता का विश्वास और भरोसा जीता। उनके जाने से आज देश दुखी है।मुलायम सिंह यादव से हमारे बहुत अच्छे रिश्ते थे- राजनाथ सिंह
सैफई पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव से हमारे बहुत अच्छे रिश्ते थे। मुलायम सिंह जी को धरती से जुड़ा हुआ नेता माना जाता था। उनके जाने से भारत की राजनीति को बहुत बड़ी क्षति हुई है।मुलायम सिंह यादव का हुआ अंतिम संस्कार
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार सैफई में किया गया। इस दौरान लोगों ने नेताजी अमर रहे के नारे भी लगाए।पंचतत्व में विलीन हुए मुलायम सिंह यादव
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव आज पंचतत्व में विलीन हो हए। उनके बड़े बेटे अखिलेश यादव ने उनको मुखाग्नि दी।मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई पहुंचे राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पैतृक गांव सैफई पहुंचे।मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई पहुंचे तेजस्वी यादव
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पैतृक गांव सैफई पहुंचे।रथ के मेला ग्राउंड पहुंचने पर माहौल गमगीन
रथ के मेला ग्राउंड में पहुंचने पर वहां माहौल गमगीन हो गया। इस बीच ‘‘नेता जी अमर रहें’’ और ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मुलायम तेरा नाम रहेगा’’ जैसे कई नारे गूंजते रहे।सैफई में मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
दिग्गज समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन के लिए मंगलवार को लोग उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई स्थित उनके पैतृक गांव में बड़ी संख्या में पहुंचे। इस बीच, वहां रुक रुक बारिश होती रही।अंतिम सफर पर नेता जी
नेता जी के पार्थिव शरीर को मेला ग्राउंड पर ले जाया जा रहा है जहां अंतिम संस्कार होगा। इस बीच सैफई में नेताजी के नारे गूंज रहे हैं।नेता जी ए-वन आदमी थे
सफेद धोती-कुर्ता और गांधी टोपी पहने 80 वर्षीय जनक सिंह पास के चौबेपुर गांव से सैफई आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘नेता जी ए-वन आदमी थे।’’ सिंह ने नेता की प्रशंसा की और कुश्ती तथा होली के त्योहार के लिए उनके प्यार को याद करते हुए कहा, ‘‘उन्हें फाग (होली का लोक संगीत समारोह) बहुत पसंद था। उन्होंने शानदार होली समारोहों की मेजबानी की।’’इस बीच, भारी सुरक्षा और जनसैलाब के बीच सैफई में यादव के अंतिम संस्कार की तैयारी जोरों पर है। यादव का अंतिम संस्कार मंगलवार को सैफई के मेला ग्राउंड में दोपहर बाद होगा।समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार को लेकर मंच तैयार करने के लिए यहां रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी के बीच कई लोग और मशीनें रात भर काम करती रहीं। मंच तैयार करने से पहले क्षेत्र में धातु के ढांचे की मदद से विशाल तिरपाल खड़ा कर पंडाल भी बनाया गया।मंच और पंडाल दोनों मेला ग्राउंड परिसर के अंदर बनाए गए हैं, जहां पांच साल पहले तक प्रसिद्ध वार्षिक सैफई महोत्सव आयोजित किया जाता था। मंच ईंट और सीमेंट से बना है और इसमें मिट्टी भरी हुई है और लगभग तीन फीट ऊंचा है। मंच यादव की पहली पत्नी मालती देवी के स्मारक के ठीक बगल में है, जिनका 2003 में निधन हो गया था।पूरा सैफई गमजदा
समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव का सोमवार को गुरुग्राम के निजी मेदांता अस्पताल में 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को सोमवार शाम सैफई लाया गया और उनकी ‘कोठी’ में रखा गया, जहां हजारों लोग ‘नेता जी’ को अंतिम सम्मान देने के लिए पहुंचे। यादव अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच ‘नेताजी’ के नाम से मशहूर थे।साइकिल, मोटरसाइकिल, कार, एसयूवी और परिवहन के अन्य साधनों में सवार सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और लोग आस-पास के इलाकों से मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए सैफई पहुंचे।पूरा सैफई मानो दूधिया सागर की तरह लग रहा था क्योंकि सफेद कपड़ों में वहां हर क्षेत्र से लोग पहुंचे थे और कई लोग अपनी-अपनी छतों पर थे। कुछ लोग पेड़ पर चढ़ गए थे तो कुछ अपने प्रिय नेता ‘धरती पुत्र’ को ले जा रहे वाहन को छूने का प्रयास कर रहे थे।अंतिम संस्कार की तैयारियां पूरी
समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव सैफई में कई सारी व्यव्स्थाएं जैसे- कई हेलीपैड, वाटर प्रूफ पंडाल और एक अभूतपूर्व पुलिस बंदोबस्त की गईहै। मंगलवार दोपहर को दिवंगत नेता का अंतिम संस्कार होगा।दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में कई सारी खास हस्तियां शामिल होंगी।जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "फिलहाल हम नामों का खुलासा नहीं कर सकते हैं लेकिन संभावित सूची में केंद्र और राज्य के कई शीर्ष नेता शामिल हैं।"श्मशान घाट, गाड़िय़ों की पार्किं ग के लिए जगह और हेलीपैड तैयार करने में मजदूर रात भर लगे रहे।सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा, "मंगलवार सुबह अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को 'पंडाल' लाया जाएगा। इसे अपराह्न् करीब तीन बजे श्मशान घाट ले जाया जाएगा।"उन्होंने कहा, "अंतिम संस्कार पारिवारिक श्मशान स्थल पर होगा, जिसे सैफई महोत्सव स्थल के पास 'समाधि स्थल' भी कहा जाता है। यहीं पर मुलायम सिंह के भाई रतन सिंह यादव का भी अंतिम संस्कार किया गया था।उनके अंतिम संस्कार के लिए चंदन की चिता तैयार की जा रही है और कन्नौज से पार्टी कार्यकर्ता और इत्र व्यापारी चंदन और फूल लेकर सैफई पहुंच रहे हैं।सियासत के हरफनमौला खिलाड़ी थे मुलायम सिंह
कुश्ती के शौकीन मुलायम सिंह ने अपनी राजनीति की शुरूआत वर्ष 1967 में की थी। वरिष्ठ पत्रकार सुनीता ऐरन ने अपनी किताब 'अखिलेश यादव: विंड्स ऑफ चेंज' में लिखा है कि मुलायम ने अपनी चुनावी राजनीति की शुरूआत 1967 में एसएसपी के टिकट पर जसवंतनगर से मैदान में उतरने के साथ की, जो सीट उन्हें नाथू सिंह ने बतौर गिफ्ट दी थी और चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने।सपा के संस्थापक सदस्य कुंवर रेवती रमण सिंह कहते हैं, ह्यलोहिया, राज नारायण और फिर चरण सिंह के संगठनों ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोला और इन नेताओं के संरक्षण में ही मुलायम सिंह बतौर राजनेता सियासत की सीढ़ियां चढ़े और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हार की वजह साबित हुए। ऐसे मुलायम सिंह ने कांशीराम के साथ मिलाकर यूपी में नया इतिहास भी बनाया था। लेकिन बाद में कांशीराम और मुलायम सिंह की मेहनत से बनाया गया सपा-बसपा गठबंधन टूट गया।1993 की बात है यूपी में पहली बार सपा-बसपा की साझा सरकार बनी थी। वह भी अयोध्या कांड के बाद भाजपा के जो कहा-वह किया नारे को पार पाते हुए। सरकार बनने के कुछ ही समय बाद जिला पंचायत चुनावों की प्रक्रिया शुरू हुई तो दोनों पार्टियों के रिश्तों में कड़वाहट आनी शुरू हो गई।नेताजी अमर रहें के लग रहे हैं नारे
सैफई गांव मे सुबह से ही क्षेत्रीय लोगों, पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और महिलाओं की बड़ी संख्या शोक संवेदना प्रकट करने के लिए पहुंचने लगी। नेताजी अमर रहें, ''जब तक सूरज चांद रहेगा-तब तक तेरा नाम रहेगा'' के नारे लगातार गूंज रहे हैं।सैफई गांव मे सैफई महोत्सव के मैदान मे बजरंग बली की मूर्ति के निकट अंत्येष्टि मंगलवार को अपराह्न तीन बजे की जाएगी।मंगलवार को सैफई में नेताजी मुलायम सिंह यादव की अंत्येष्टि में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र बघेल आदि अन्य प्रमुख नेताओं के पहुंचने की संभावना है।अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड़े
यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते करीब 311 किलोमीटर लंबा सफर तय कर एक एंबुलेंस के जरिये विशाल काफिले में पूर्व मुख्यमंत्री का शव जब उनके पैतृक गांव लाया गया तो, वहां शोक प्रकट करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यादव के पुत्र अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, और भाई व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव सहित परिवार के अन्य सदस्य वहां मौजूद थे।शिवपाल यादव को अखिलेश यादव के कंधे पर हाथ रखकर सांत्वना देते हुए देखा गया और इस दौरान अखिलेश यादव फफक-फफक कर रो पड़े।सैफई पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख नेताओं ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की। लखनऊ में जारी एक सरकारी बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सैफई पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।लोकसभा स्पीकर ओम बिरला जा सकते हैं सैफई
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार आज गांव सैफई में उनके पैतृक आवास पर होगा।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ कई मुख्यमंत्रियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है।अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोग
सैफई में मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए लोग बड़ी संख्या में यूपी के अलग अलग जिलों से आ रहे हैं। दोपहर तीन बजे उन्हें मुखाग्नि दी जाएगी। धरतीपुत्र, नेता जी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह के अंतिम दर्शन के लिए कई राजनीतिक दलों के दिग्गज भी सैफई पहुंच रहे हैं।आरएसएस ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि उन्होंने मातृभाषा में शिक्षा एवं भारतीय भाषाओं में प्रशासनिक कार्य को बढ़ावा देने के लिये काम किया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि देश के राजनीतिक क्षेत्र के एक प्रमुख व्यक्तित्व मुलायम सिंह यादव के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी संवेदना व्यक्त करता है।श्रद्धांजलि के बाद मंगलवार को सैफई स्थित मेला ग्राउंड में अंतिम संस्कार
कहा जा रहा है कि मुलायम के आखिरी दर्शन को मोदी सैफई आएंगे, सपा संस्थापक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सैफई पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, बताते हैं कि पीएम मोदी मंगलवार की सुबह मुलायम का अंतिम दर्शन करने पहुंचेंगे गौर हो कि श्रद्धांजलि के बाद मंगलवार को सैफई स्थित मेला ग्राउंड में अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव को याद किया, मोदी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मुलायम सिंह का आशीर्वाद मिला उस वक्त उन्होंने जो सलाह दी थी आज भी वह 'मेरे लिए अमानत' हैं। इससे पहले, मोदी ने ट्वीट कर यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की, उन्होंने कहा, 'मुलायम सिंह यादव एक उल्लेखनीय व्यक्तित्व थे। उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे। उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉ. राम मनोहर लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।'पीएम बनने की सोनिया की उम्मीदों को दिया झटका
सियासी अखाड़े के दांव-पेंच में माहिर पहलवान मुलायम सिंह यादव ने अपनी लंबी राजनीतिक पारी में अपने दांव से कई लोगों को चित किया। करीब 23 साल पहले उन्होंने अपने इसी तरह के एक सियासी दांव से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने की उम्मीदों को झटका दिया था और इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार की भी भूमिका थी। यह वाकया वर्ष 1999 का है जब सोनिया गांधी नयी-नयी कांग्रेस अध्यक्ष बनी थीं। उस साल 17 अप्रैल को जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार ने लोकसभा में विश्वासमत खो दिया तब सोनिया ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।शोक सभा में राहुल ने मुलायम सिंह को दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान यहां अपने विश्राम शिविर में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की याद में शोक सभा आयोजित कर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी। शोक सभा के दौरान कुछ पलों का मौन रखा गया। इस दौरान राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, रणदीप सुरजेवाला और डी.के. शिवकुमार भी मौजूद रहे। इससे पहले, राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मुलायम सिंह यादव जी का निधन एक बेहद दुःखद समाचार है। वह ज़मीनी राजनीति से जुड़े एक सच्चे योद्धा थे। मैं अखिलेश यादव समेत सभी शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’मुलायम सिंह यादव का सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे।सैफई मेला महोत्सव के विशाल पंडाल में रखा गया पार्थिव शरीर
दोपहर बाद से ही भारी भीड़ अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए उनका इंतजार कर रही थी। उनका पार्थिव शरीर लोगों के दर्शनार्थ सैफई मेला महोत्सव के विशाल पंडाल में रखा गया है और मंगलवार की दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिले के व्यापारिक संगठनों ने अपने नेता के सम्मान में 11 अक्टूबर को बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। इटावा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनंत कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय स्वेच्छा से लिया गया है। यादव के भाई अभय राम सिंह और राजपाल सिंह यादव के समक्ष उनके सैफई स्थित घर शोक जताने पहुंचे जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को वीआईपी सहित लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए दाह संस्कार के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।पैतृक गांव पहुंचा मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर, सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि
सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सोमवार शाम को उनके पैतृक गांव सैफई पहुंच गया। सैफई गांव में अपने नेता का अंतिम दर्शन करने के लिए बड़ा संख्या में लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पुष्पचक्र अर्पित कर सपा के दिग्गज नेता को अंतिम विदाई दी। मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार को दोपहर बाद किया जाएगा।गोयल ने मुलायम सिंह के निधन पर जताया शोक
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर सोमवार को शोक जताया। गोयल ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘नेताजी सभी के प्रिय थे। हम सभी उनके निधन से बहुत दुखी हैं। उन्होंने जो काम किये हैं, उसे आने वाले कई साल तक याद किया जाएगा।’ सपा संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार सुबह निधन हो गया। उन्हें अगस्त में मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो अक्टूबर को निम्न रक्तचाप और ऑक्सीजन की कमी की समस्या होने पर अस्पताल के आईसीयू में स्थानांतरित किया गया था।लालू यादव बोले-मुलायम ने समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाया
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू यादव ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, "मुलायम सिंह देशभर में समाजवादी आंदोलन को काफी आगे बढ़ाया। वो राम मनोहर लोहिया, जननायक कर्पूरी ठाकुर, लोकनायक जयप्रकाश नारायण के विचारों से ओत-प्रोत थे।"हमेशा समर्थकों के ‘नेता जी' रहे मुलायम
दशकों तक राजनीतिक दांव-पेंच के पुरोधा और विपक्ष की सियासत की धुरी रहे समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव कभी सियासी फलक से ओझल नहीं हुए। कभी कुश्ती के अखाड़े के महारथी रहे मुलायम सिंह यादव बाद में सियासी अखाड़े के भी माहिर पहलवान साबित हुए। सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस लेने वाले यादव अपने समर्थकों के बीच हमेशा ‘नेता जी’ के नाम से मशहूर रहे। राम मंदिर आंदोलन के चरम पर पहुंचने के दौरान वर्ष 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन करने वाले यादव को देश के हिंदी हृदय स्थल में हिंदुत्ववादी राजनीति के उभार के बीच धर्मनिरपेक्षतापूर्ण सियासत के केंद्र बिंदु के तौर पर देखा गया। एक संघर्षशील और जुझारू नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले यादव के बारे में उनके समर्थक अक्सर कहते थे, ‘नेताजी संसद में होते हैं या सड़क पर।’ यह लोगों से उनके जुड़ाव के साथ-साथ उनके राष्ट्रीय कद की गवाही देता है।मेशा गरीबों-पिछड़ों के साथ थे मुलायम-खड़गे
कोलकाता में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुलायम सिंह यादव एक वरिष्ठ नेता थे जिनको हमने खोया है। वे हमेशा गरीबों के साथ थे, पिछड़े हुए लोगों के लिए वे एक मसीहा थे। वे अच्छे व्यक्तित्व वाले इंसान थे।वाम दलों ने शोक व्यक्त किया
वाम दलों ने समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें ‘‘धर्मनिरपेक्ष’’ भारत की रक्षा करने वाले ‘सेनानी’के रूप में याद किया जाएगा। यादव का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार को निधन को गया। वह 82 वर्ष के थे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ‘वंचित एवं पिछले तबकों के हितों के हिमायती मुलायम सिंह यादव ने भारत की एकता एवं अखंडता को बनाए रखते हुए देश के लिए एक अहम समय में धार्मिक कट्टरता के खिलाफ दृढ़ता से लड़ाई लड़ी।’’ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता बिनय विश्वम ने भी यादव के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘मुलायम सिंह यादव जी को ऐसे अडिग सेनानी के रूप में याद किया जाएगा, जो धर्मनिरपेक्ष भारत की रक्षा के लिए चट्टान की तरह खड़े रहे।’मुलायम सिंह ने गरीबों से जुड़कर अपनी जिंदगी गुजारी-अधीर
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि मुलायम सिंह यादव एक ऐसे नेता थे जिन्होंने गरीबों से जुड़कर अपनी जिंदगी गुजारी। अभी तक के जो भी नेता रहें उनमें से मुलायम जी एक बड़ा नाम थे। दिलचस्प बात यह है कि इतनी उम्र के बावजूद वे सदन में आते और हर वक्तव्य को सुनते समझते थे।समाजवादी विचारों की एक मुखर आवाज मौन हो गई: सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर सोमवार को दुख जताते हुए कहा कि समाजवादी विचारों की एक मुखर आवाज़ मौन हो गई। सोनिया गांधी ने शोक संदेश में कहा, ‘मुलायम सिंह यादव जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। समाजवादी विचारों की एक मुखर आवाज आज मौन हो गई।’ उन्होंने कहा, "देश के रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में मुलायम सिंह जी का योगदान सदा अविस्मरणीय रहेगा। उससे कहीं ज़्यादा, शोषितों और वंचितों के लिए उनका संघर्ष सदैव याद किया जाएगा।"वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थे मुलायम सिंह-फडणवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि मुलायम सिंह यादव देश के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थे। उत्तर प्रदेश के विकास और देश की राजनीति में उनकी भूमिक रही है। पुराने समाजवादियों में उनका बड़ा नाम था। हम सबको उनके जाने का बहुत दुख है। भगवान उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे। सभी दलों के नेता मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे सीएम योगी, राजनाथ भी जाएंगे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वह सैफई में मंगलवार को होने वाले मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। सीएम ने कहा कि यूपी के इस वरिष्ठ नेता का अंतिम सम्मान पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मुलायम सिंह की याद में राज्य में तीन दिनों का शोक घोषित किया गया है। मुलायम सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। वह पांच दशकों तक यूपी की राजनीति के केंद्र में रहे। उन्होंने देश की राजनीति में भी बड़ी भूमिका निभाई है। सीएम ने कहा, 'मैं उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।'बांग्लादेश में कितने हिंदुओं पर हमले हुए? मोदी सरकार ने पेश कर दिया आकंड़ा, पाकिस्तान का भी बताया हाल
आखिर कैसे पलटी 'नीलकमल' नाव? जिसमें 14 लोगों ने गंवाई जान; नौसैनिक ने बताई एक-एक बात
कैसे रहा लोकसभा का शीतकालीन सत्र? जानें कितना हुआ कामकाज; कितनी हुईं बैठकें
'असम पुलिस ने दो बांग्लादेशी घुसपैठियों को खदेड़ा', पश्चिम बंगाल CID ने बताया आतंकवादियों को पकड़ने के लिए कैसे चलाया अभियान
महाराष्ट्र कांग्रेस को कब मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष? नाना पटोले ने खुद कर दिया खुलासा
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited