हिंदुओ की तुलना में तेजी से घट रही है मुसलमानों की आबादी, दिग्विजय सिंह का दावा

कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस का प्रचार कि देश में मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, सरासर झूठ, गलत और अप्रमाणित है क्योंकि हिंदुओ की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी तेजी से घट रही है और मैं इसे प्रमाणित कर सकता हूं।

Muslims population, Hindu population, Digvijay Singh, Minorities population

मुस्लिमों की आबादी को लेकर दिग्विजय सिंह ने बीजेपी और आरएसएस को घेरा

तस्वीर साभार : भाषा

सागर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस के देश में मुस्लिम समुदाय की आबादी बढ़ने के बारे में दुष्प्रचार के विपरीत हिंदुओं की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की संख्या तेजी से घट रही है और वह इसे साबित कर सकते हैं। सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पलटवार करते हुए दिग्विजय सिंह पर तुष्टीकरण की राजनीति करने और समाज को विभाजित करने के लिए झूठे बयान देने का आरोप लगाया। सिंह ने बृहस्पतिवार को जनगणना कराने पर अपनी पार्टी के रुख के बारे में पत्रकारों के सवाल के उत्तर में यहां यह दावा किया। सिंह ने कहा कि भाजपा व संघ का प्रचार कि देश में मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, सरासर झूठ, गलत और अप्रमाणित है क्योंकि हिंदुओ की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी तेजी से घट रही है और मैं इसे प्रमाणित कर सकता हूं।

पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि जनगणना पर मेरा मानना है कि यह होनी चाहिए। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आधार पर इसके परिणाम सामने आने चाहिए। अभी तक केवल 2011 की जनगणना के परिणाम उपलब्ध हैं। इसके बाद के आंकड़े अभी तक नहीं आए हैं। जनगणना आयोजित की जानी चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस जाति आधारित जनगणना कराने की मांग को अपने घोषणापत्र में शामिल करेगी, सिंह ने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह नियम और कानून के अनुसार है। बिहार में जाति आधारित जनगणना के बारे में आगे पूछे जाने पर सिंह ने कहा, जनगणना राष्ट्रीय स्तर पर होनी चाहिए।

मुस्लिम आबादी पर सिंह की टिप्पणी को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त हैं और जाति और धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने के लिए झूठे बयान फैला रहे हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा वोट बैंक की राजनीति करने के आरोप के जवाब में सिंह ने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति नहीं करती है। वर्ष 1952 से आज तक कांग्रेस अनुसूचित जाति, जनजाति व वंचित तबके की लड़ाई लड़ती आयी है।

संवेदनशील मामलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खामोशी को लेकर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर तो प्रधानमंत्री किसी खिलाड़ी की उंगली में चोट लग जाने को भी बड़ी चिंता का विषय बताते हैं वहीं दूसरी ओर देश भर में खुलेआम भड़काऊ भाषण देने वालों, वैमनस्यता फैलाने वालों व जान से मारने की धमकी देने वालों के मामले में चुप्पी साध लेते हैं। मध्य प्रदेश में साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को पार्टी के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए सिंह ने कहा कि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच होगा।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा), ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे दल भी कांग्रेस के वोटों को विभाजित करने और भाजपा की मदद करने के लिए मैदान में होंगे। उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसे दल सत्ता में नहीं आ पाएंगे। लड़ाई कांग्रेस और भाजपा के बीच है।

भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद, क्या कांग्रेस कमजोर हो गई, इस सवाल पर सिंह ने कहा कि उनके जाने के बाद, कांग्रेस में शांति और एकता है जबकि अशांति और फूट अब भाजपा में है। सिंह ने ‘लाडली बहना’ जैसी लोकलुभावन योजनाओं को शुरू करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आलोचना की और सवाल किया कि भाजपा ने पिछले 18 वर्षों से अधिक समय से सत्ता में रहने के दौरान राज्य के लोगों को याद क्यों नहीं किया और चुनावी साल में ऐसा क्यों कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नौटंकी करना, घोषणाएं करना और लंबे-लंबे भाषण देना चौहान की पहचान है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited