Bihar: नवादा में महादलितों की बस्ती जलाने का गुनहगार कौन? भू विभाग या कोई और...

Bihar: बिहार के नवादा में महादलितों की बस्ती जलाने का गुनहगार भू विभाग या कोई और है? ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि इस मामले को लेकर सियासी पारा हाई है। बताया जा रहा है कि पास के ही गांव के दहशतगर्दों ने इसे अंजाम दिया। आपको इस रिपोर्ट के जरिए इस वारदात से जुड़ी एक-एक परत के बारे में समझाते हैं।

घटनास्थल की तस्वीर।

Crime in Bihar: कोई खाना बना रहा था, तो कोई खाट पर लेटा हुआ था। बच्चे बाहर सरकारी चापाकल पर नहा रहे थे। अचानक फायरिंग शुरू हो गई। भीड़ का आतंक इतना था कि लोग अपना सारा सामान घर में ही छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। देखते ही देखते दहशतगर्दों ने 40-50 घरों में आग लगा दी। महादलितों का पूरा गांव चंद घंटों में राख में तब्दील हो गया। सैकड़ों लोग बेघर हो गए। घरों के अंदर बंधी बकरियां और मुर्गियां आग की भेंट चढ़ गईं। रोते-बिलखते बच्चों ने पूरी रात खुले मैदान में गुजारी।

बिहार की इस घटना का गुनहगार कौन?

यह घटना बिहार के नवादा जिले के देदौर के कृष्णा नगर महादलित टोला की है, जहां बुधवार (18 सितंबर) को पास के ही गांव के दहशतगर्दों ने इसे अंजाम दिया। आइये इस घटना के राजनीतिक मायने समझें और जानें क‍ि इसके गुनहगार कौन हैं?

तेजस्वी ने नीतीश राज पर उठाया सवाल

फिलहाल पीड़ितों को भोजन सामग्री और पीने के पानी समेत सभी राहत सामग्री प्रदान की जा रही है। पीड़ितों के लिए अस्थायी टेंट लगाए गए हैं और उन्हें वहां श‍िफ्ट किया जा रहा है। दूसरी तरफ इसे लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है। एक तरफ बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी कहते हैं कि 'महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगायी आग। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, एनडीए के सहयोगी दल बेखबर! गरीब जले, मरे इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा।'

End Of Feed