NEET 2024 Paper Leak: साइबर गैंग की भूमिका आई सामने, मोबाइल पर ही आ गए थे प्रश्नपत्र और आंसर शीट

NEET-UG पेपर लीक कांड में आर्थिक अपराध इकाई की जांच में तेजी आ गई है। जांच में खुलासा हुआ है कि साइबर गैंग ने नीट पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के साथ इसे अंजाम दिया।

नीट पेपर लीक में नया खुलासा

NEET 2024 Paper Leak: नीट पेपर लीक कांड में साइबर गैंग की भूमिका सामने आई है। पेपर लीक में साइबर गैंग ने माफिया की मदद की है। देवघर से गिरफ्तार तीन आरोपी बड़े साइबर गैंग के सदस्य निकले। आर्थिक अपराध इकाई की एफआईआर से पूरे मामले का खुलासा हुआ है। इस एफआईआर की कॉपी टाइम्स नाऊ नवभारत के पास है। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने इस मामले में साइबर क्राइम का एक नया मामला दर्ज किया है।

देवघर से तीन आरोपी गिरफ्तार

इस केस में झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किए गए राजीव कुमार, परमजीत सिंह और पंकु कुमार के अलावा शेखपुरा के रंजन कुमार के खिलाफ इओयू में केस दर्ज किया है। इसमें इस बात का जिक्र है कि कैसे यह साइबर गैंग एक्टिव था और नीट पेपर लीक कांड में सहयोग दे रहा था। आर्थिक अपराध इकाई की मानें तो इसी साइबर गैंग ने नीट पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के शागिर्दों को फर्जी तरीके से मोबाइल और सिम कार्ड उपलब्ध कराया था। इन्हीं के दिए गए मोबाइल और सिम कार्ड पर प्रश्नपत्र और उत्तर आए थे। गैंग के सरगना रंजन की गिरफ्तारी के लिए इओयू लगातार एक्शन में है और शेखपुरा पुलिस से भी सहयोग लिया जा रहा है।

सीबीआई ने जांच शुरू की

सीबीआई ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में गड़बड़ी के पांच नए मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। इन मामलों की जांच गुजरात, राजस्थान और बिहार की पुलिस कर रही थी। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब पेपर लीक मुद्दे पर सरकार को संसद में घेरने के लिए विपक्ष की तैयारी के बीच सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है। वहीं महाराष्ट्र के लातूर से आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में कथित गड़बड़ी से जुड़े मामले में जिला परिषद स्कूल के एक प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार किया है और एक अन्य शिक्षक को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई यह बात सामने आने के बाद की गई कि कम से कम चार लोग पैसे देकर परीक्षा पास करने को तैयार नीट छात्रों की मदद करने के लिए एक गिरोह चला रहे थे।
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