NEET Paper Leak: पेपर लीक मामले में अपने PS का नाम आने पर तेजस्वी ने तोड़ी चुप्पी, बोले-मेरा नाम घसीटने से कुछ नहीं होगा
NEET Paper Leak: राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में नीट पेपर लीक के मास्टर माइंड मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित आनंद हैं। तेजस्वी ने कहा कि पेपर लीक भाजपा शासित राज्यों में हो रहे हैं। सरकार इनकी है और ये कार्रवाई कर सकते हैं। सरकार उनका ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
तेजस्वी का आरोप-नीट पेपर घोटाले में नीतीश कुमार शामिल।
NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में अपने पीएस का नाम आने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता एवं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए राजद नेता ने शुक्रवार को कहा कि पेपर लीक मामले में उनके पीएस का नाम घसीटने से कुछ नहीं होगा। भाजपा मुख्य मुद्दों से उनका ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में नीट पेपर लीक के मामले में मास्टर माइंड मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित आनंद हैं। तेजस्वी ने कहा कि पेपर लीक भाजपा शासित राज्यों में हो रहे हैं। सरकार इनकी है और ये कार्रवाई कर सकते हैं।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लगाया सनसनीखेज आरोप
दरअसल, नीट पेपर लीक का मसला तूल तो पकड़ा ही है, अब इसमें नेताओं की बयानबाजी इसे और सनसनीखेज बना दे रही है। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि नीट पेपर लीक में तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार शामिल हैं। सिन्हा के मुताबिक प्रीतम ने गेस्ट हाउस के कर्मचारी प्रदीप के जरिए मास्टर माइंड सिकंदर के लिए कमरा बुक करवाया था। सिन्हा का दावा है कि प्रीतम ने दबाव बनाकर गेस्ट हाउस की बुकिंग कराई। सिन्हा के इस आरोप के बाद समझा जा रहा था कि तेजस्वी देर-सबेर अपनी प्रतिक्रिया देंगे। अब उनका भी बयान आ गया है।
यह भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल को झटका, दिल्ली एचसी ने सुनवाई पूरी होने तक जमानत देने पर लगाई रोक
प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं प्रीतम
बता दें कि प्रीतम कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। अगस्त 2022 में उन्हें तेजस्वी का निजी सचिव बनाया गया। सिन्हा ने कहा, ‘प्रीतम कुमार और अन्य लोग जिनका नाम आ रहा है इसकी जांच होनी चाहिए। बिहार को कलंकित करने वाले राजद से जुड़े मानसिकता के लोग हैं। बिहार को बदनाम करने और मुझे घेरा में लाने का प्रयास किया गया। प्रीतम कुमार और सिकंदर संबंधी हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए।’ प्रीतम कुमार का नाम आने के बाद ईओयू एक्शन में आ गई है। वह अब प्रीतम कुमरा से पूछताछ करेगी। ईओयू ने पेपर लीक कांड से जुड़े दो और संदिग्धों से बुधवार की।
ईओयू ने पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए
ईओयू ने माफिया/गिरोह के सदस्यों के पक्ष में जारी किए गए पोस्ट-डेटेड चेक बरामद कर लिए हैं, जिनमें प्रत्येक उम्मीदवार से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग की गई थी। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा.स्नातक (एनईईटी-यूजी) से पहले कथित तौर पर लीक हुए प्रश्नपत्र के एवज में प्रत्येक उम्मीदवार से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग की गई थी। इससे पहले ईओयू के उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पीटीआई-भाषा को बताया था ‘जांच के दौरान ईओयू के अधिकारियों ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए जो अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए थे।’ उन्होंने कहा कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से खाताधारकों के बारे में विवरण का पता लगा रहे हैं।
परीक्षा में बैठे थे 24 लाख से अधिक उम्मीदवार
सूत्रों ने बताया कि ईओयू ने सात और उम्मीदवारों को जांच में शामिल होने के लिए कहा है। नीट-यूजी 2024 का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों के लिए 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर किया गया था। नीट-यूजी 2024 का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था। परिणाम घोषित होते ही छात्रों ने अनियमितता के आरोप लगाए, जब इस साल 67 छात्रों ने नीट-यूजी परीक्षा में टॉप किया। साथ ही बिहार में प्रश्न पत्र लीक के दावे भी किए गए। मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) को लेकर उपजे विवाद के बीच उम्मीदवारों के एक समूह ने नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया है।
यह भी पढ़ें- कौन हैं भर्तृहरि महताब जिन्हें बनाया गया प्रोटेम स्पीकर, कांग्रेस क्यों उठा रही सवाल?
जले हुए प्रश्नपत्र भी बरामद किए
सूत्रों ने कहा, ‘ऐसा संदेह है कि बिहार के चार लोगों सहित नौ अभ्यर्थियों, जिन्हें पहले ही ईओयू द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है, ने कथित तौर पर पर मई में परीक्षा आयोजित होने से एक दिन पहले पटना के पास एक ‘सुरक्षित घर’ में परीक्षा के प्रश्न पत्र और उत्तर प्राप्त किए थे।’ पूछताछ के दौरान उम्मीदवारों ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता ने प्रश्नपत्रों के लिए 30-30 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया था।डीआइजी ने कहा था कि लेन-देन के सबूत भी मिले हैं और जांच के दौरान छह पोस्ट-डेटेड चेक भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा था, ‘ईओयू के अधिकारियों ने एक घर से आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्र भी बरामद किए हैं।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल मुख्य संसदीय सचिव मामले में हाई कोर्ट के फैसले पर लगाई रोक
Sukma Encounter: छत्तीसगढ़ में मारे गए 10 नक्सली, सुकमा में सुरक्षाबलों ने किया एनकाउंटर; ओडिशा से आए थे माओवादी
BJP vs Congress: मणिपुर मामले पर खड़गे ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, तो जेपी नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर दिया ये जवाब
सहारनपुर में शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव, कोच का शीशा टूटा, पुलिस के पहुंचते ही आरोपी फरार
अमेरिका के बराबर हो जाएगा बिहार का सड़क नेटवर्क; नितिन गडकरी ने बताया कब तक
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited