NEET-UG विवाद: CBI ने जांच अपने हाथ में ली, EOU जांच में भी तेजी, बिहार में पांच और लोग गिरफ्तार

EOU ने एक बयान में कहा कि कुख्यात संजीव कुमार उर्फ ​​लूटन मुखिया गिरोह से जुड़े बलदेव कुमार को कथित तौर पर परीक्षा से एक दिन पहले अपने मोबाइल फोन पर पीडीएफ प्रारूप में नीट-यूजी परीक्षा की हल की गई उत्तर पुस्तिका प्राप्त हुई थी।

NEET-UG पेपर लीक में 5 गिरफ्तार

NEET-UG Exam 2024: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के बाद मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं की जांच रविवार को सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली। इस बीच बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पांच और लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके साथ ही कथित पेपर लीक मामले में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या बढ़कर 18 हो गई है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने कदाचार का पता चलने के बाद 17 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया। पांच मई को आयोजित हुई परीक्षा रद्द करने की मांग के बीच मंत्रालय के अधिकारियों ने सरकार का पिछला रुख दोहराया कि गड़बड़ी की घटनाएं स्थानीय और छिटपुट स्तर पर हुईं तथा उन लाखों परीक्षार्थियों के करियर को खतरे में डालना उचित नहीं है, जिन्होंने परीक्षा सही ढंग से उत्तीर्ण की।

सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचा

सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद जिन 1,563 छात्रों कृपांक (ग्रेस मार्क्स) रद्द कर दिए गए थे, उनके लिए रविवार को दोबारा परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें उनमें से केवल 813 परीक्षार्थी शामिल हुए। इन अभ्यर्थियों को पांच मई को परीक्षा शुरू होने में देरी के कारण छह केंद्रों पर समय की हानि की भरपाई के लिए एनटीए ने कृपांक दिए थे। आरोप हैं कि इससे अंकों में वृद्धि हुई और कृपांक पाने वाले हरियाणा के एक ही केंद्र के छह परीक्षार्थियों समेत कुल 67 परीक्षार्थियों ने 720 अंक हासिल किए। इस वर्ष लगभग 24 लाख में से 13 लाख से अधिक परीक्षार्थी नीट-यूजी में उत्तीर्ण हुए, जिन्हें लगभग 1.8 लाख एमबीबीएस/दंत चिकित्सा सीटों पर दाखिला दिया जाना है।

देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और मुकदमेबाजी के बीच सीबीआई ने धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) समेत अन्य धाराओं के तहत नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की। बिहार और गुजरात सरकार ने भी रविवार को नीट-यूजी पेपर लीक के मामलों को सीबीआई को स्थानांतरित करने के लिए एक अधिसूचना जारी की, जिससे केंद्रीय एजेंसी के लिए जांच का मार्ग प्रशस्त हो गया। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने शनिवार को शिक्षा मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी थी जिसके बाद व्यापक जांच के लिए जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी।

End Of Feed