New Parliament Building Inauguration Updates: PM मोदी बोले-नई संसद नए भारत के सृजन का आधार बनेगी, अगले 25 वर्षों में बनेंगे विकसित राष्ट्र
New Parliament Building Inauguration Updates: PM मोदी बोले-नई संसद नए भारत के सृजन का आधार बनेगी, अगले 25 वर्षों में बनेंगे विकसित राष्ट्र
New Parliament Building Inauguration Updates: करीब एक शताब्दी (96 साल) के बाद 28 मई को देश को नया संसद भवन मिल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह नए संसद भवन पहुंचे और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन एवं पूजा में शरीक हुए। इसके बाद उन्हें 'सेंगोल' सौंपा गया जिसे उन्होंने लोकसभा स्पीकर के आसन के पास स्थापित किया। इसके बाद सर्व धर्म प्राथना सभा शुरू हुई। करीब साढ़े तीन साल में नया संसद भवन बनकर तैयार हुआ है। नए संसद भवन में लोकसभा के 888 और राज्यसभा के 300 संसद बैठ सकेंगे। संसद की संयुक्त बैठक में 1,280 सांसद बैठ सकेंगे। त्रिकोणीय आकार के चार मंजिला संसद भवन का निर्माण क्षेत्र 64,500 वर्गमीटर है। इस इमारत के तीन मुख्य द्वार- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार- हैं।
हमें मिलकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है-पीएम
हर राष्ट्र की विकास यात्रा में एक ऐसा अवसर आता है जब देश अंगड़ाई लेने लगता है। आजादी से 25 साल पहले महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश उद्वेलित हुआ। आज से 25 साल बाद भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। इन 25 वर्षों में हमें मिलकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। लक्ष्य बड़ा और कठिन भी है। हर देशवासी को आज इसके लिए जी-जान से जुटना ही है। नए प्रण, नए संकल्प लेने हैं। भारत का विश्वास केवल भारत तक ही सीमित नहीं रहता।भारत की सफलता अन्य देशों को प्रेरित करती है
भारत विविधता से भरा देश, इतनी सारी चुनौतियों से लड़ने वाला देश जब विश्वास के साथ आगे बढ़ता है तो इससे दुनिया के अनके देशों को प्रेरणा भी मिलती है। भारत की हर सफलता आने वाले दिनों में दुनिया के लिए प्रेरणा का काम करेगी। भारत यदि तेजी से गरीबी दूर करता है तो यह अन्य देशों को प्रेरित भी करता है। साथियो, सफलता की पहली शर्त सफल होने का विश्वास ही होती है।हमें 'नेशन फर्स्ट' की भावना से आगे बढ़ना है
नया संसद भवन इस विश्वास को नई बुलंदी देने वाला है। यह विकसित भारत के निर्माण में हमारी प्रेरणा बनेगा। हर भारतीय के कर्तव्य भाव को जाग्रत करेगा। हमें 'नेशन फर्स्ट' की भावना से आगे बढ़ना होगा। हमें कर्तव्यपथ को सर्वोपरि रखना होगा। हमें अपने व्यवहार से उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। हमें निरंतर खुद में सुधार करते रहना होगा। हमें नए रास्ते खुद बनाने होंगे। हमें खुद को तपाना और खपाना होगा। हमें लोक कल्याण को ही जीवन मंत्र बनाना होगा।यह भवन नए भारत के सृजन का आधार बनेगा
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह भवन नई ऊर्जा और मजबूती प्रदान करेगी। यहां होने वाला हर निर्णय भारत के भविष्य को संवारेगा। इस भवन की हर ईंट और हर दीवार गरीब के कल्याण के लिए समर्पित है। अगले 25 वर्षों में संसद में बनने वाले नए कानून भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे। यहां बनने वाले कानून, युवाओं, महिलाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करेंगे। यह भवन नए भारत के सृजन का आधार बनेगा। मैं समस्त भारतवासियों को नए संसद की बधाई देता हूं।'मुक्त मातृभूमि को नवीन प्राण चाहिए'
आजादी का यह अमृतकाल असंख्य सपनों को पूरा करेगा। इस अमृतकाल का आह्वान है-मुक्त मातृभूमि को नवीन प्राण चाहिए। भारत के भविष्य को उज्जवल बनाने वाली इस संसद को भी उतना ही नवीन और आधुनिक होना चाहिए। एक समय था जब भारत दुनिया का सबसे समृद्ध और वैभवशाली राष्ट्रों में गिना जाता था। भारत के मंदिरों से लेकर मूर्तियों तक में भारत की वास्तु विशेषज्ञता का उद्घोष होता था लेकिन सैकड़ों वर्षों की गुलामी ने हमारा गौरव छीन लिया।'इस नए भवन में संस्कृति भी है संविधान के स्वर भी हैं'
21वीं सदी का भारत बुलंद हौसलों से भरा हुआ है। आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है। इस भवन में विरासत भी है, वास्तु भी है। कला भी है कौशल भी है। इसमें संस्कृति भी है संविधान के स्वर भी हैं। लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है तो राज्यसभा का आतंरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। संसद के प्रांगण में हमारा राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। इस नए भवन में देश की विशेषताओं को समाहित किया गया है।भारत के ये नौ साल नव-निर्माण के रहे हैं-PM
इस भवन के निर्माण में राजस्थान के बलुआ पत्थर, महाराष्ट्र की लकड़ी लगी है। यूपी में भदोही के कारगीरों ने हाथ से कालीनों को बुना है। एक तरह से भवन के कण-कण में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना के दर्शन होते हैं। संसद के पुराने भवन में सभी के लिए अपने कार्यों को पूरा करना कितना मुश्किल हो रहा था यह हम सभी जानते हैं। पुरानी संसद भवन में तकनीक से जुड़ी समस्याएं थीं। बैठने की जगह की चुनौती थी। देश को नए संसद की आवश्यकता को लेकर बहुत समय से चर्चा चल रही थी। आने वाले दिनों में सीटों की संख्या बढ़ेगी। नए सांसद कहां बैठते। समय की मांग थी कि संसद की नई इमारत का निर्माण किया जाए। मुझे खुशी है कि यह भव्य इमारत आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह लैस है। इस समय भी इस हॉल में सूरज का प्रकाश सीधे आ रहा है। भारत के ये नौ साल नव-निर्माण के रहे हैं।पीएम ने कहा- लोकतंत्र हमारे लिए एक संस्कार, विचार और परंपरा
भारत एक लोकतांत्रित राष्ट्र ही नहीं बल्कि यह लोकतंत्र का जननी भी है। लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ एक व्यवस्था नहीं बल्कि एक संस्कार, विचार और परंपरा है। हमारे वेद हमें सभाओं एवं समितियों के लोकतांत्रिक सिद्धांत सिखाते हैं। हमने वैशाली जैसे गणतंत्रों को जीकर दिखाया है। तमिलनाडु में मिला 900 ई, का शिलालेख आज भी सभी को हैरान कर देता है। लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा और संविधान ही संकल्प है।'नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा'
हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें समय की ललाट पर इतिहास का अमित हस्ताक्षर बन जाती हैं। आज 28 मई 2023 का यह दिन ऐसा ही शुभ अवसर है। देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है। मैं देशवासियों को इस स्वर्णिम क्षण की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। यह सिर्फ भवन नहीं है यह 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं एवं सपनों का प्रतिबिंब है। यह विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प को संकेत देने वाला लोकतंत्र का मंदिर है। यह नया संसद भवन योजनाओं को यथार्थ से, नीति को निर्माण से, इच्छाशक्ति को क्रियाशक्ति से, संकल्प को सिद्धी से जोड़ने वाली अहम कड़ी साबित होगा। यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का मध्यम बनेगा। यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। यह नया भारत विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा। यह नया भवन नूतन एवं पुरातन के सह-अस्तित्व भी बेजोड़ उदाहरण है। आज नया भारत अपने लिए नए लक्ष्य गढ़ रहा है।आज हम ऐतिहासिक पल के साक्षी बन रहे हैं-बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि आज हम ऐतिहासिक पल के साक्षी बन रहे हैं। पीएम मोदी के दृढ़ संकल्प एवं मार्ग दर्शन में संसद का नया भवन ढाई वर्षों से भी कम समय में बनकर तैयार हुआ है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं। कोविड संकट काल में यहां श्रमिकों ने अद्भुत समर्पण दिखाया। उनकी वजह से देश का यह सामूहिक संकल्प संभव हो सका। हमारा लोकतंत्र और अधिक सशक्त हुआ है। भारत विश्व का प्राचीनतम लोकतंत्र है। दुनिया में लोकतंत्र की जननी के रूप में हमारी पहचान है। इस अमृतकाल में भारत की प्रतिष्ठा एवं सम्मान विश्व में बढ़ा है। वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए आज दुनिया भारत की तरफ देख रही है। लोकतंत्र हमारे इतिहास की धरोहर और वर्तमान का गौरव है।नया संसद भवन लोकतांत्रिक यात्रा में अहम पड़ाव-राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू का संदेश पढ़ते हुए उपसभापति ने कहा कि नई संसद का उद्घाटन भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित होगा। यह गौरव और अतुलनीय आनंद का अवसर है। संसद का हमारी सामूहिक चेतना में विशिष्ट स्थान है। विचारों का आदान-प्रदान, तर्क-वितर्क हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। यह संसद सभी भारतीयों के सपने एवं आकांक्षाओं को पूरा करेगी। नया संसद भवन का उद्घाटन हमारी लोकतांत्रिक यात्रा में यह एक अहम पड़ाव है। मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन कर रहे हैं।यह भवन भिन्न-भिन्न विचारों को प्रतिबिंबित करेगा-उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के भाषण को पढ़ते हुए राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि यह संसद हमारी समृद्धि परंपरा की प्रतीक है। नई संसद गुलामी की मानसिकता से निकलने के हमारे संकल्प का भी प्रतिबिंब है। संसद का यह भवन भिन्न-भिन्न विचारों को प्रतिबिंबित करेगा। यह संसद देश की समस्याओं का सक्रियता से समाधान खोजेगी। नई संसद लोकतंत्र का पालना है। नया भवन भविष्य की भावी चुनौतियों के बीच पथ प्रदर्शक बनेगा।नई संसद क्यों ...लघु फिल्म में बताया गया
नई संसद का निर्माण क्यों किया गया..इस बारे में बताने के लिए संसद में लघु फिल्म दिखाई गई। इस फिल्म के जरिए यह बताया गया कि नई संसद क्यों महत्वपूर्ण है। फिल्म में यह भी बताया गया कि ढाई वर्षों से भी कम समय में 65 हजार वर्ग मीटर में फैले इस इमारत का निर्माण किया गया।कालजयी निर्णय लेगी यह संसद-उपसभापति
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि नए संसद के लोकार्पण समारोह में वह सभी मेहमानों का स्वागत करते हैं। यह भवन हमारी समृद्धि विरासत का प्रतीक है। यह अविस्मरणीय क्षण है। आजादी के अमृतकाल में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने असाधारण प्रयासों से स्वतंत्र भारत की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप संसद को मूर्त रूप दिया है। यह भवन देश की आकांक्षाओं एवं सपनों को पूरा करेगा। यह भवन भारतीय वास्तुशिल्प का बेहतरीन उदाहरण है। पुराने संसद की तुलना में इसमें ज्यादा सुविधाएं हैं। सुनहरे भविष्य के निर्माण के लिए यह संसद आने वाले समय में कालजयी निर्णय लेगी।दूसरे चरण में पीएम का संबोधन होगा
उद्घाटन समारोह के दूसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है। दूसरे चरण की शुरुआत राष्ट्रगान से होगी। इसके बाद संसद में दो लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी। फिर डिप्टी चेयरमैन राज्यसभा के द्वारा उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा जाएगा। इसके बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता और फिर लोकसभा स्पीकर का संबोधन होगा। इस मौके पर एक सिक्के और स्टैंप को भी रिलीज किया जाएगा। अंत में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन होगा।कमल और मोर से प्रेरित कालीन किए गए तैयार
उत्तर प्रदेश के करीब 900 कारीगरों द्वारा ‘10 लाख घंटे तक’बुनाई करके बनाए गए कालीन नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के फर्श की शोभा बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया। लोकसभा और राज्यसभा के कालीनों में क्रमशः राष्ट्रीय पक्षी मोर और राष्ट्रीय पुष्प कमल के उत्कृष्ट रूपों को दर्शाया गया है। ये कालीन तैयार करने वाली 100 साल से अधिक पुरानी भारतीय कंपनी ‘ओबीटी कार्पेट’ ने कहा कि बुनकरों ने लोकसभा तथा राज्यसभा के लिए 150 से अधिक कालीन तैयार किए और ‘फिर उनकी 35,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैले दोनों सदनों की वास्तुकला के अनुरूप अर्ध-वृत्त के आकार में सिलाई की गई।’‘आत्ममुग्ध तानाशाह प्रधानमंत्री' ने उद्घाटन किया : कांग्रेस
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन किए जाने के बाद रविवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ऐसे ‘आत्ममुग्ध तानाशाह प्रधानमंत्री’ ने यह उद्घाटन किया है, जिन्हें संसदीय परंपराओं से नफरत है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रपति पद पर आसीन होने वाली पहली आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को उनके संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन नहीं करने दिया जा रहा है।पवित्र 'सेंगोल' भारत के न्याय-सामर्थ्य का प्रतीक-सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा आज नए संसद भवन में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पावन 'सेंगोल' की स्थापना भारत की सांस्कृतिक धरोहरों तथा उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सभी देश वासियों के आदर और विश्वास की समेकित अभिव्यक्ति है। आजादी के अमृत काल में, भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जोड़ता यह राष्ट्रीय कार्य 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के भाव को और अधिक संवर्धित करेगा।''उद्घाटन समारोह में नहीं आए कांग्रेस सहित 21 दल
नए संसद भवन के उद्घाटन पर विवाद का साया भी रहा है। इस उद्घाटन समारोह में कांग्रेस सहित विपक्ष के 21 दल शामिल नहीं हुए। ये विपक्षी दल नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने की मांग कर रहे थे। रविवार सुबह पीएम मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने अपने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति को अपने अधिकार व संविधान की रक्षा के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए।दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था के भारी इंतजाम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किए जाने के मौके पर लुटियंस दिल्ली में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। संसद से लगभग दो किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कहा था कि वे किसी भी कीमत पर नए भवन के पास अपनी 'महिला महापंचायत' करेंगे। पुलिस ने हालांकि कहा था कि ‘महिला महापंचायत‘ आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लिहाजा किसी भी प्रदर्शनकारी को संसद भवन की ओर जाने नहीं दिया गया।नए संसद भवन का हुआ उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है। लोकार्पण के मौके पर उनके साथ लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला भी मौजूद रहे। उद्घाटन के साथ ही पीएम ने नई संसद को देश को समर्पित कर दिया। वहां मौजूद अतिथियों ने ताली बजाकर उद्घाटन का स्वागत किया।सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन
नए संसद भवन में सर्व धर्म प्रार्थना सभा चल रही है। इस मौके पर पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री, राज्यों से आए सीएम और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद हैं। सभी धर्मों के धर्मावलंबी नए संसद भवन को अपना आशीर्वाद दे रहे हैं।लोकसभा स्पीकर के आसन के पास स्थापित किया 'सेंगोल'
महात्मा गांधी की प्रतिमा के बगल में हवन-पूजन के लिए पंडाल का निर्माण किया गया था। यहां पीएम और लोकसभा स्पीकर पूजा की वेदी पर बैठे फिर तमिलनाडु से आए अधीनमों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा एवं हवन शुरू किया। हवन और पूजन के बाद प्रधानमंत्री को 'सेंगौल' सौंपा गया। 'सेंगौल' अपने हाथ में ग्रहण करने से पहले पीएम ने उसे दंडवत प्रणाम किया और फिर उसे लेकर संसद भवन परिसर में दाखिल हुए और लोकसभा स्पीकर के आसन के पास 'सेंगोल' (राजदंड) को स्थापित किया। इस मौके पर लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला भी उनके साथ मौजूद थे।धोती-कुर्ते में नए संसद पहुंचे पीएम मोदी
उद्घाटन समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन पहुंच गए हैं। खास बात यह है कि उद्घाटन समारोह के लिए उनका पहनावा अलग दिखा। वह धोती-कुर्ते और जैकेट में नजर आए हैं। भारतीय पारंपरिक परिधान में उनका आत्मविश्वास देखने लायक है। नए परिसर पहुंचने के बाद उन्होंने महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला भी मौजूद थे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन पूजन शुरू हो गया है।New Parliament Building Inauguration Live: दिल्ली पुलिस ने जारी किया यातायात परामर्श
नए संसद भवन के 28 मई को उद्घाटन के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में विशेष यातायात व्यवस्था की जाएगी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जारी किए गए यातायात परामर्श के अनुसार नई दिल्ली जिले को नियंत्रित क्षेत्र माना जाएगा। इसमें कहा गया कि केवल सार्वजनिक परिवहन वाहनों, संघलोक सेवा आयोग के परीक्षार्थियों, क्षेत्र के निवासियों, लेबल वाले वाहनों और आपातकालीन वाहनों को नई दिल्ली क्षेत्र में जाने की अनुमति होगी।संसद लोकतंत्र का मंदिर -अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है। एक समय था जब अपनी सरकार की ओर से लाए गए अध्यादेश को राहुल गांधी ने फाड़ दिया था। विपक्षी दलों ने हमेशा से लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की है। वहीं, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। सभी भारतीयों की आकांक्षा पूरी करने के लिए वह प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हैं।नए संसद भवन के लिए निकले अधीनम
तमिलनाडु के अलग-अलग मठों से आए अधीनम नए संसद भवन परिसर के उद्घाटन के लिए रवाना हो गए हैं। संसद के धार्मिक अनुष्ठान में ये संत शरीक होंगे। लोकसभा स्पीकर के आसन के समीप 'सेंगोल' की स्थापना में इनका अहम योगदान होगा।सभी सांसदों को स्वागत करना चाहिए : आजाद
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कहा कि सभी सांसदों को नये संसद भवन के निर्माण का स्वागत करना चाहिए। हालांकि, कांग्रेस के पूर्व नेता आजाद ने यह भी कहा कि नये संसद भवन के निर्माण का विचार सबसे पहले पी वी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार के समय में रखा गया था, लेकिन बाद में इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस का पहरा
हरियाणा की खाप पंचायतें दिल्ली में आज पहलवानों के प्रदर्शन में शामिल हो सकती हैं। इसे देखते हुए अंबाला एवं अन्य जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पहलवान नए संसद भवन की तरफ मार्च निकालने वाले हैं। पहलवानों के प्रदर्शन को देखते हुए टिकरी एवं गाजीपुर बॉर्डर पर भी पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया है।नीतीश ने कहा-नए संसद भवन की जरूरत नहीं
नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के विपक्ष के आह्वान के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि नए संसद भवन की ‘कोई जरूरत नहीं’है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि नया संसद भवन उन लोगों द्वारा इतिहास लिखने की कोशिश है जिनका स्वतंत्रता संघर्ष में कोई योगदान नहीं था। कुमार ने इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को आमंत्रित नहीं किए जाने पर भी निराशा जतायी।हवन और सर्व-धर्म प्रार्थना से होगी समारोह की शुरुआत
इस समारोह की शुरुआत सुबह-सुबह हवन और सर्व-धर्म प्रार्थना के साथ शुरू होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में औपचारिक उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री द्वारा साझा किए गए वीडियो में लोकसभा और राज्यसभा सहित नए संसद भवन के बाहरी व अंदरूनी हिस्सों की झलक दिखाई गई है। हवन सुबह करीब सात बजे नयी इमारत के बाहर होगा और शैव मठ के महंत मोदी को औपचारिक राजदंड ‘सेंगोल’ सौंपेंगे। नए संसद भवन में स्पीकर की कुर्सी के पास सेंगोल लगाया जाएगा।पीएम ने वीडियो साझा करने का आग्रह किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को नए संसद भवन को ‘लोकतंत्र का मंदिर’ बताया और कामना की कि यह भारत के विकास पथ को लगातार मजबूत करता रहे और लाखों लोगों को सशक्त बनाता रहे। मोदी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से ‘माई पार्लियामेंट माई प्राइड’ हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए अपने ‘वॉयसओवर’ के साथ वीडियो साझा करने का भी आग्रह किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग गर्व की भावना व्यक्त कर रहे हैं कि देश को एक नया संसद मिल रहा है, जो लोगों की आकांक्षाओं को और अधिक जोश के साथ पूरा करने के लिए काम करता रहेगा।उप राष्ट्रपति रहेंगे मौजूद
नए परिसर के औपचारिक उद्घाटन के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सहित अन्य के मौजूद रहने की उम्मीद है। त्रिकोणीय आकार के चार मंजिला संसद भवन का निर्माण क्षेत्र 64,500 वर्गमीटर है। समारोह के लिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों, विभागों के सचिवों, रतन टाटा एवं बिमल पटेल को भी न्योता भेजा गया है।उद्घाटन समारोह में आएंगे 25 दल, 20 विपक्षी दल करेंगे बहिष्कार
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सरकार और विपक्ष में तकरार शुरू हो गई। विपक्ष इस नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू के हाथों कराने की मांग कर रहा था लेकिन उसकी इस मांग को सरकार ने खारिज कर दिया। विपक्ष का कहना है कि संसद का प्रमुख राष्ट्रपति होता है इसलिए नए संसद भवन का उद्घाटन उसे करना चाहिए। उद्घाटन किसी और के हाथों कराना संविधान एवं राष्ट्रपति का अपमान है। वहीं, सरकार का तर्क है कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। नए संसद भवन के उद्घाटन में कम से कम 25 दलों के शामिल होने की उम्मीद है, जबकि 20 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है।राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच दरार पैदा कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री; राजभवन ने लगाया गंभीर आरोप
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