हैलो नहीं, वंदे मातरम बोलिए...महाराष्ट्र में शिंदे सरकार ने कर्मचारियों के लिए जारी किया नया फरमान

महाराष्ट्र सरकार के प्रस्ताव में कहा गया है कि हैलो शब्द पश्चिमी संस्कृति की नकल है। ये 'बिना किसी विशिष्ट अभिवादन अर्थ के और कोई स्नेह पैदा' नहीं करता है। इसलिए इस पर रोक जरूरी है। कर्मचारियों को अब इस आदत को बदलना होगा, ताकि भारतीय संस्कृति को लोग अपना सकें।

महाराष्ट्र में अब हेलो का जगह वंदे मातरम कहना होगा

मुख्य बातें
  • हैलो शब्द पश्चिमी संस्कृति की नकल- महाराष्ट्र सरकार
  • कुछ दिनों पहले से ऐसे प्रस्ताव लाने की थी चर्चा
  • सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने पहले ही दिए थे संकेत

महाराष्ट्र में सरकारी कर्मचारियों के लिए एक नया आदेश आया है। अब कर्मचारियों के हैलो बोलने पर रोक लगा दी गई है। उसकी जगह पर अब वंदे मातरम कहना होगा। एकनाथ शिंदे सरकार ने इसके लिए नया आध्यादेश भी जारी कर दिया है।

महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया है, जिसमें सरकारी और सरकारी वित्त पोषित संस्थानों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए नागरिकों से कॉल के समय 'हैलो' के बजाय 'वंदे मातरम' का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि अधिकारी उनसे मिलने आने वाले लोगों में भी 'वंदे मातरम' का अभिवादन के रूप में प्रयोग करने के लिए जागरूकता पैदा करेंगे।

प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि 'हैलो' पश्चिमी संस्कृति की नकल है और इससे कोई विशेष स्नेह पैदा नहीं होता है। महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने राज्य में शिंदे सरकार बनने के बाद ही ऐसे निर्देश का प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा राज्य मंत्रिमंडल में विभागों को सौंपे जाने के तुरंत बाद, उन्होंने अपने पहले फैसलों में से एक में यह घोषणा की है।

End of Article
टाइम्स नाउ नवभारत author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना च...और देखें

Follow Us:
End Of Feed