नहाने के लिए पानी खत्म, टैंकरों के सामने लग रहीं लंबी लाइनें...बेंगलुरू में पानी की किल्लत से मचा हाहाकार

बेंगलुरू में पानी की भारी किल्लत हो गई है, लोगों को पानी के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है।

water crisis

बेंगलुरू में पानी का संकट

Water crisis in Bengaluru: इन दिनों बेंगलुरु भारी जल संकट का सामना कर रहा है। शहर के कई इलाकों में बोरवेल सूख गए हैं। लोग अपने दैनिक कार्यों के लिए पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं जो अक्सर इसके लिए भारी पैसा वसूलते हैं। लोगों को पानी के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है।

सभी जगहों पर पानी की किल्लत

इंडिया टुडे टीवी की खबर के मुताबिक, स्थानीय निवासी चिक्कलप्पा ने कहा, आरआर नगर के पूरे पट्टानगेरे में पानी की समस्या है। हमसे बात करने वाला कोई नहीं है। अगर हम एक से अधिक बर्तन लेते हैं, तो अधिकारी हमें वापस भेज देते हैं। वे बच्चों को भी हमारे साथ नहीं रहने देते हैं। वे पूछते हैं कि बच्चा कौन है। अगर हम कहते हैं कि यह हमारा बच्चा है, तो वे उन्हें वापस भेज देते हैं।

चिक्कलप्पा ने कहा, मेरे परिवार में छह सदस्य हैं। पानी पर्याप्त नहीं है। हमें इसका प्रबंधन करना होगा। उन्होंने कहा, मैं 71 साल की हूं। मुझे कतार में खड़ा होना पड़ता है। बच्चों के स्कूल जाने से पहले मुझे पानी लाना पड़ता है।

नहाने का पानी भी नहीं

पट्टनगेरे के एक अन्य निवासी ने कहा, हमारे पास नहाने के लिए, अपनी गायों को पीने के लिए देने के लिए पानी नहीं है। हमारे पास हम पांच लोगों के लिए सिर्फ एक बर्तन पानी है। यह काफी नहीं है। खाना पकाने के लिए हम निगम के पानी का इस्तेमाल करते हैं। हम पानी को फ़िल्टर करते हैं और पीते हैं, उबालते हैं।

पानी टैंकर वाले कर रहे जमकर वसूली

आरआर नगर की निवासी दिव्या ने कहा, तीन महीने से अधिक समय से पानी की कमी है। हर दिन हम बीडब्ल्यूएसएसबी (बैंगलोर जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड) इंजीनियर को बुलाते हैं। मैं हर दिन पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट पर आती हूं। प्रति व्यक्ति केवल एक कैन की अनुमति है। हमें घंटों खड़ा रहना पड़ता है। दिव्या ने कहा कि निजी टैंकर, जो प्रति कैन लगभग 600-1,000 रुपये चार्ज कर रहे थे, अब 2,000 रुपये से अधिक चार्ज कर रहे हैं।

दिव्या ने कहा कि जब सरकार ने निजी टैंकरों से दाम कम करने को कहा तो उन्होंने उनके इलाके में आना बंद कर दिया। मैं हर दिन सरकार को ईमेल भेज रही हूं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited