नर्सिंग कॉलेज घोटाले में सबसे बड़ा ट्विस्ट, जांच करने वाला CBI अफसर भी घोटाले में था शामिल, हुआ बर्खास्त

मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाला साल 2020 में सामने आया थ। एक शिकायत से पता चला कि स्टेट नर्सिंग काउंसिल ने कई ऐसे कॉलेजों को मान्यता दी हुई है, जो सिर्फ कागजों में चल रहे हैं।

सीबीआई अफसर बर्खास्त (फाइल फोटो)

Nursing College Scam: मध्य प्रदेश के इतिहास में संभवत पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी जांच के दौरान जांच अधिकारी पर ही जांच चलने लगी। न सिर्फ जांच चली बल्कि उसे गिरफ्तार करके जेल की हवा खानी पड़ रही है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने अपने ही इंस्पेक्टर राहुल राज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और उसे बर्खास्त करने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। राहुल राज पर आरोप है कि उसने फर्जी नर्सिंग कॉलेज की अनुमति के लिए 10 लाख रुपए की रिश्वत ली।

सीबीआई अफसर भी घोटाले में शामिल

जानकारी मिली है कि राहुल राज ऐसे 60 कॉलेजों की जांच में शामिल थे। अब बाकी कॉलेज भी जांच के दायरे में आ गए हैं। शिकायत के आधार पर दिल्ली सीबीआई ने भोपाल, इंदौर और रतलाम से 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। कई आरोपियों की तलाश अभी जारी है। सीबीआई के एक डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर समेत अन्य सीबीआई अफसरों को मिलाकर कुल आरोपियों की संख्या 23 हो चुकी है। राहुल राज को बर्खास्त कर दिया गया है। डीएसपी आशीष प्रसाद का तबादला किया गया है। आरोपी डीएसपी आशीष प्रसाद और इंस्पेक्टर रिषिकांत असाठे भोपाल में रहते हैं। इससे पहले सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज और सुशील कुमार मजोका गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

राहुल राज के घर से तलाशी में 7 लाख 88 हजार कैश और 2 गोल्ड के बिस्किट भी बरामद किए गए हैं। सीबीआई अफसर को रिश्वत देने वाले भोपाल स्थित मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सुमा भास्करन और एक दलाल सचिन जैन को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने दो सीबीआई निरीक्षक समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा है। इसके अलावा रतलाम नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल जुगल किशोर शर्मा और भाभा कॉलेज भोपाल के प्रिंसिपल जलपना अधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए एक अन्य आरोपी रविराज भदोरिया के ठिकाने से सीबीआई ने 84.65 लाख रुपये की जब्ती की है। जबकि प्रीति तिलकवार के ठिकाने से करीब 1 लाख रुपये और डायरी मिली हैं।

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