1901 के बाद सबसे अधिक गर्म महीना रहा अक्टूबर, सिर्फ भारत में ही नहीं जापान में भी टूटे रिकॉर्ड
शुक्रवार को जारी जेएमए डाटा के अनुसार, जापान भर में मासिक औसत तापमान सामान्य अक्टूबर के तापमान से 2.21 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। उत्तरी जापान में तापमान औसतन 1.9 डिग्री अधिक रहा, जबकि पूर्वी और पश्चिमी जापान में तापमान में 2.6 डिग्री की वृद्धि देखी गई।
अक्टूबर में गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड
- अक्टूबर के महीने में गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड
- सालों बाद अक्टूबर में पड़ी भीषण गर्मी
- भारत के साथ-साथ जापान में भी गर्मी
भारत में इस साल अक्टूबर का महीना साल 1901 के बाद से सबसे अधिक गर्म रहा है और औसत तापमान सामान्य से 1.23 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड किया गया। गर्मी ने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि जापान में भी रिकॉर्ड तोड़ा है, वहां भी अक्टूबर में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़े हैं।
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इस साल का अक्टूबर सबसे ज्यादा गर्म
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि अक्टूबर में औसत तापमान 26.92 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 1901 के बाद से सबसे गर्म तापमान है, जबकि सामान्य तापमान 25.69 डिग्री सेल्सियस होता है। न्यूनतम तापमान भी पूरे देश के सामान्य तापमान 20.01 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 21.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जापान में भी गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड
जापान में अक्टूबर में रिकॉर्ड तोड़ तापमान दर्ज किया गया। 1898 में तापमान दर्ज होने की शुरुआत के बाद से यह सबसे गर्म अक्टूबर है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। शुक्रवार को जारी जेएमए डाटा के अनुसार, जापान भर में मासिक औसत तापमान सामान्य अक्टूबर के तापमान से 2.21 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक क्षेत्रीय स्तर पर, उत्तरी जापान में तापमान औसतन 1.9 डिग्री अधिक रहा, जबकि पूर्वी और पश्चिमी जापान में तापमान में 2.6 डिग्री की वृद्धि देखी गई। क्योटो, नागानो और मध्य टोक्यो जैसे शहरों में तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जहां अक्टूबर में औसत तापमान क्रमशः 3.2 डिग्री, 3.1 डिग्री और 2.6 डिग्री बढ़ गया।
भारत में नवंबर में कैसा रहेगा मौसम
मौसम कार्यालय ने आगामी सर्दी के बारे में कोई संकेत नहीं देते हुए नवंबर में भी मौसम गर्म रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि कम से कम अगले दो सप्ताह तक उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य से 2-5 डिग्री ऊपर बना रहेगा, जिसके बाद इसमें धीरे-धीरे गिरावट आएगी। महापात्रा ने कहा कि मौसम कार्यालय नवंबर को सर्दियों के महीने के रूप में नहीं गिनता है। उन्होंने कहा कि जनवरी और फरवरी सर्दी के महीने माना जाते हैं, जबकि दिसंबर में ठंड के संकेत मिलते हैं। दक्षिणी प्रायद्वीप में, उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण नवंबर में तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, केरल और माहे और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में सामान्य से अधिक वर्षा होने की उम्मीद है। मौसम कार्यालय ने कहा, "उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।"
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